Document Type : Original Article
Authors
School of Geology, Faculty of science, University of Tehran, Tehran, Iran
Abstract
Keywords
نهشتههای آذرآواری و سنگهای آتشفشانی در منطقه حصاربن، در 140 کیلومتری خاور تهران، در میان شهرستان فیروزکوه و دماوند (در طول جغرافیایی خاوری ʺ14 ´29 °52 تا ʺ16´27 °52 و عرض جغرافیایی شمالی ʺ55 ´33 °35 تا ʺ15´33 °35) جای دارد. این منطقه بخشی از برگه 250000/1 تهران (Haghipour et al., 1985) و 100000/1 دماوند را دربر میگیرد. راه دسترسی به این منطقه جاده آسفالته تهران - فیروزکوه است.
تازهترین بررسیهای انجامشده در این محدوده که میتوان نام برد:
- تهیه نقشه 100000/1 دماوند بهدست Allenbach و Shteiger (1972)؛
- بررسیهای کانیشناسی و زمینشیمیایی Taghipour و همکاران (2004) روی توفهای منطقه دماوند و فیروزکوه (خاور تهران) که دگرسانشدن این توفها را پیامد آبهای شور دریاچهای دانستهاند؛
- بررسیهای Abniki (2011) که به بررسی تغییرات ساختاری زئولیتهای این منطقه برپایه کاربردهای آن در صنعت و کشاورزی پرداخته است.
توفهای سبز ائوسن در خاور البرز مرکزی گستردگی دارند؛ اما از آنجاییکه این توفها در شکستگیها و حفرهها دچار سیالهای گرمابی شدهاند و زئولیتزایی در مناطق گستردهای روی داده است؛ ازاینرو، تا اکنون بررسی سیستماتیک بسیار محدودی در این منطقه انجام شده است. با وجود این، بررسیهای گستردهای در مناطق گوناگون زمین روی سنگهای مشابه انجام شده است؛ برای نمونه:
- بررسیهای Ohwada و همکاران (2007) روی زئولیتزایی سیالهای گرمابی در توفهای سبز در ژاپن؛
- بررسی Ostrooumov و همکاران (2013) درباره کانیشناسی توفها و دگرسانی آنها با محلولهای گرمابی در New Mexico؛
- بررسی Machiels و همکاران (2013) روی توالی زئولیتهای هیولندایت، کلینوپتیلولیت، آنالسیم و موردنیت در متاتوفها در هنگام دگرگونی تدفینی و سیالهای گرمابی در اکوادور؛
- بررسی Iwao و Hushmand-Zadeh (1971) روی سنگهای آتشفشانی و آذرآواری سازند کرج در رشتهکوههای البرز در منطقه شمال تهران.
برپایه بررسیهای سنگنگاریِ این پژوهشگران، سنگهای آذرآواری این منطقه دچار دگرگونی تدفینی شدهاند و هرچند پومپلیایت در آنها دیده نشده است؛ اما دگرگونی یادشده را رخساره زئولیت و پرهنیت- پومپلیایت دانستهاند. افزونبراین، Tutti و همکاران (2009) بررسیهای دیگری روی توفهای سبز ائوسن در منطقه شمال تفرش انجام دادهاند. برپایه بررسیهای انجامشده در این منطقه و یافتن کانیهای آنالسیم، پرهنیت و پومپلیایت، این دگرگونی در رخساره زئولیت و پرهنیت- پومپلیایت روی داده است. از نگاه سنگشناسی توفهای پدیدآمده در این سکانس بیشتر داسیتی، ریوداسیتی بوده و شامل لیتیکتوف، کریستالتوف، توف شیشهای و توف آهکی هستند. در این پژوهش، افزونبر کانیشناسی و سنگشناسی توفها، دگرسانی و دگرگونی تدفینی و پیدایش کانیهای ثانویه در آنها، وابستگی دادههای زمینشیمیایی برای شناسایی ترکیب ماگمای سازنده و شناسایی پهنه زمینساختی نیز بررسی شده است.
زمینشناسی منطقه
برپایه روند ساختاری کوههای البرز، منطقه حصاربن در پهنه جنوبی- مرکزی و در بخش خاوریِ البرز مرکزی جای دارد (Stocklin, 1974a). برپایه گستردگی توفهای سبز ائوسن در خاور البرز مرکزی، چنین بهنظر میرسد که به دنبال فشردگیهای رویداده در کرتاسه پسین (رویداد لارامین)، جریانهای گرمایی وابسته و فازهای کششی سراسری، پس از دورههای فرسایشی و انباشتیهای پالئوسن (کنگلومرای فجن) زمین با دریای کمژرفایی پوشیده شده است. این محیط جایگاه خوبی برای تهنشست سنگآهکهای نومولیت دار ائوسن پیشین (سازند زیارت)، بهویژه، ماگمازایی گسترده بهصورت روانههای آتشفشانی و یا ردیفهای آذرآواری توفیت های سبز ائوسن میانی (سازند کرج) بوده است (Aghanabati, 2004). توفهای سبز سازند کرج گستره گستردهای از سنگهای منطقه را دربرگرفته است.
سازند کرج از شاخصترین واحدهای سنگ چینهای البرز مرکزی بوده و شامل توالی کمابیش ستبری از توفهای سبز، سنگهای رسوبی، گدازههای آتشفشانی و تبخیری است که درگذشته به نامهای گوناگون سری سبز (Tietze, 1875)، توفیتهای سبز البرز (Darvishzadeh, 2004) و ... از آن یادشده است. در برش الگو (دره کرج) و همچنین، در دیگر رخنمونها، سازند کرج ترکیب سنگشناسی همگن ندارد؛ ازاینرو، در برش الگو، با 3300 متر ستبرا به 5 عضو بخش شده است. در منطقه حصاربن، تنها عضو چهارم بخش توف بالایی رخنمون دارد. این بخش بیشتر شامل توف سبز، بههمراه لایههایی از شیل توفی، ماسهسنگ توفدار و شیل آهکی است. در منطقه حصاربن، این توفها با میانلایههایی از ماسهسنگ توفی، شیل توفی و توف آهکی همراه هستند. از دیدگاه ساختاری، این منطقه شامل چینها و گسلهایی است که بر مجموعههای سازنده منطقه تأثیر گذاشتهاند (شکل 1).
شکل 1- کنتاکت گسله توفهای سبز سازند کرج (K) و سازند شمشک (SH) در منطقه حصاربن (جنوبباختری فیروزکوه) (K: سازند کرج؛ SH: سازند شمشک؛ E: سازند الیکا؛ M: ملافیر)
برای نمونه میتوان گسلخوردگی منطقه پس از پیدایش توفهای سبز سازند کرج را نام برد. این گسلخوردگی، نهشتهشدن زئولیتها با سیالهای گرمابی در رگهها و شکستگیهای این توفها را در پی داشته است. در شکل 2، سازندهای مهم منطقه در نقشه 100000/1 دماوند نشان داده شدهاند. از سازندهای دیگر منطقه میتوان سازندهای کنگلومرایی و ماسهسنگی فجن، گچی، مارنی و آهکی نومولیتدار زیارت، آهکی قم، سازند قرمز بالایی و از سنگهای آتشفشانی دیابازِ الیوین و اوژیتدار را نام برد.
شکل 2- بخشی از نقشه 100000/1 دماوند، برگرفته از Allenbach و Shteiger (1972)
روش انجام پژوهش
در هنگام بررسیهای صحرایی، 49 نمونه از سنگهای آذرآواری برداشت شد و 36 مقطع نازک ساخته شد. در این پژوهش، افزونبر بررسیهای صحرایی و میکروسکوپی، برای شناسایی دقیق کانیهای سازنده توفها (کانیهای اصلی، فرعی، ثانویه و رگهای در این توفها)، پراش پرتوی ایکس (XRD) روی 13 نمونه توف (6 نمونه توف با دگرگونی تدفینی و 7 نمونه توف با کانیهای رگهای) با دستگاه Philips, PW 1730 (در شرکت وینگستر) با چشمه Cu. Kβ, Kα و طولموج 39/1 و 54/1 آنگستروم از زاویههای 5 تا 75 درجه انجام شد.
سپس، دادههای پراش پرتوی ایکس با نرمافزار Sigma Plot تجزیه شد. طیفهای بهدستآمده با الگوهای استاندارد هر کانی مقایسه و شناساییشدهاند. شمار 10 نمونه توف (6 نمونه توف با دگرگونی تدفینی و 4 نمونه توف با کانیهای رگهای) برای تجزیه شیمیایی سنگ کل (جدول 1) برگزیده شدند. سپس، این نمونهها پودر شده و به روشهای فلورسانس پرتوایکس (XRF)، طیفبینی نشر نوری پلاسمای جفتشده القایی (ICP-OES) و طیفسنجی جرمی پلاسمای جفتشده القایی (ICP-MS) برای تجزیه عنصرهای اصلی و کمیاب در آزمایشگاه Actlabs، مونترال کانادا تجزیه شیمیایی شدند.
جدول 1- دادههای تجزیه زمینشیمیایی 10 نمونه از توفهای سبز ائوسن در منطقه حصاربن (جنوبباختری فیروزکوه)
Sample No. |
BT4 |
BT8 |
BT16 |
BT92 |
BT5 |
BT6 |
BT88 |
BT95 |
BT105 |
BT107 |
|
Vein |
Vein |
Vein |
Vein |
Low grade metamorphism |
Low grade metamorphism |
Low grade metamorphism |
Low grade metamorphism |
Low grade metamorphism |
Low grade metamorphism |
SiO2 |
60.44 |
74.9 |
68.29 |
86.52 |
62.01 |
65.05 |
68.03 |
75.38 |
64.96 |
72.09 |
Al2O3 |
12.88 |
7.09 |
3.6 |
0.77 |
12.1 |
11.17 |
10.52 |
6.7 |
14.92 |
11.86 |
Fe2O3(T) |
2.93 |
0.87 |
1.73 |
0.27 |
2.36 |
1.9 |
1.06 |
1.54 |
1.54 |
1.54 |
MnO |
0.004 |
0.002 |
0.139 |
0.035 |
0.012 |
0.004 |
0.011 |
0.042 |
0.017 |
0.055 |
MgO |
2.29 |
0.76 |
0.83 |
0.24 |
2.01 |
1.54 |
0.68 |
0.81 |
1.39 |
1.04 |
CaO |
1.12 |
0.49 |
10.81 |
1.49 |
1.9 |
1.05 |
1.87 |
3.79 |
2.06 |
0.21 |
Na2O |
3.24 |
2.35 |
0.5 |
0.11 |
3.14 |
3.11 |
2.89 |
1.36 |
1.69 |
4.12 |
K2O |
1.53 |
0.89 |
1.08 |
0.1 |
1.76 |
1.71 |
1.56 |
0.92 |
6.47 |
2.4 |
TiO2 |
0.333 |
0.152 |
0.172 |
0.018 |
0.309 |
0.241 |
0.183 |
0.25 |
0.203 |
0.243 |
P2O5 |
0.08 |
0.03 |
0.12 |
0.01 |
0.09 |
0.05 |
0.04 |
0.07 |
0.04 |
0.03 |
LOI |
13.88 |
10.18 |
12.41 |
5.48 |
13.43 |
12.84 |
12.49 |
9.65 |
6.49 |
4.95 |
Total |
98.74 |
97.71 |
99.67 |
95.04 |
99.13 |
98.65 |
99.33 |
100.5 |
99.8 |
98.55 |
Sc |
8 |
4 |
5 |
2 |
7 |
6 |
3 |
4 |
4 |
4 |
Be |
2 |
2 |
2 |
2 |
1 |
1 |
2 |
1 |
2 |
2 |
V |
22 |
10 |
51 |
5 |
20 |
12 |
16 |
48 |
12 |
15 |
Cr |
<20 |
<20 |
20 |
<20 |
<20 |
<20 |
<20 |
<20 |
<20 |
<20 |
Co |
10 |
12 |
41 |
62 |
12 |
7 |
8 |
15 |
12 |
8 |
Ni |
<20 |
<20 |
<20 |
<20 |
<20 |
<20 |
<20 |
<20 |
<20 |
<20 |
Cu |
20 |
20 |
20 |
20 |
20 |
20 |
10 |
10 |
10 |
20 |
Zn |
100 |
<30 |
40 |
<30 |
80 |
<30 |
<30 |
<30 |
30 |
60 |
Ga |
14 |
7 |
6 |
2 |
13 |
12 |
10 |
7 |
14 |
12 |
Ge |
1 |
<1 |
1 |
3 |
2 |
1 |
<1 |
<1 |
2 |
1 |
As |
<5 |
<5 |
<5 |
<5 |
<5 |
<5 |
<5 |
<5 |
<5 |
<5 |
Rb |
47 |
18 |
41 |
3 |
56 |
48 |
28 |
25 |
106 |
97 |
Sr |
672 |
2016 |
772 |
>10000 |
823 |
1134 |
1115 |
919 |
1196 |
59 |
Y |
38 |
32 |
36 |
11 |
34 |
39 |
21 |
33 |
20 |
32 |
Zr |
252 |
122 |
43 |
11 |
248 |
207 |
127 |
79 |
134 |
209 |
Nb |
11 |
6 |
2 |
<1 |
11 |
10 |
9 |
4 |
10 |
12 |
Mo |
3 |
<2 |
<2 |
<2 |
<2 |
<2 |
<2 |
<2 |
<2 |
<2 |
Ag |
<0.5 |
<0.5 |
<0.5 |
<0.5 |
<0.5 |
<0.5 |
<0.5 |
<0.5 |
<0.5 |
0.7 |
In |
<0.2 |
<0.2 |
<0.2 |
<0.2 |
<0.2 |
<0.2 |
<0.2 |
<0.2 |
<0.2 |
<0.2 |
Sn |
3 |
2 |
2 |
1 |
3 |
3 |
1 |
1 |
2 |
3 |
Sb |
0.7 |
<0.5 |
1.1 |
4.9 |
1 |
<0.5 |
<0.5 |
<0.5 |
<0.5 |
<0.5 |
Cs |
3.1 |
0.7 |
2.2 |
<0.5 |
1.7 |
1.4 |
<0.5 |
1.4 |
1.4 |
12.9 |
Ba |
267 |
12950 |
738 |
4237 |
49 |
1147 |
578 |
421 |
471 |
115 |
La |
31 |
19.1 |
13.7 |
6.3 |
30.2 |
28.2 |
24.9 |
14.8 |
27.1 |
32.9 |
Ce |
64.2 |
36.8 |
25.2 |
9.9 |
60.7 |
56.5 |
42.6 |
27.5 |
47 |
61.8 |
Pr |
7.35 |
4.08 |
3 |
1.1 |
6.94 |
6.52 |
4.27 |
3.23 |
4.76 |
6.57 |
Nd |
27 |
14.7 |
11.8 |
3.5 |
25.1 |
24.2 |
13.8 |
11.5 |
15.2 |
22.9 |
Sm |
5.7 |
3.2 |
2.5 |
0.6 |
5.7 |
5.2 |
2.4 |
2.8 |
2.9 |
4.1 |
Eu |
0.99 |
0.52 |
0.59 |
0.11 |
0.98 |
0.81 |
0.43 |
0.67 |
0.65 |
0.55 |
Gd |
6 |
3.6 |
3 |
0.5 |
5.7 |
5.3 |
2.1 |
3.2 |
2.8 |
3.6 |
Tb |
1.1 |
0.6 |
0.5 |
0.1 |
1 |
0.9 |
0.4 |
0.6 |
0.4 |
0.6 |
Dy |
6.6 |
4.3 |
3.4 |
0.7 |
6 |
6 |
2.5 |
4.2 |
2.5 |
3.8 |
Ho |
1.3 |
1 |
0.7 |
0.2 |
1.2 |
1.3 |
0.6 |
0.9 |
0.5 |
0.8 |
Er |
4.1 |
3.1 |
2.3 |
0.6 |
3.7 |
4.1 |
1.8 |
3.2 |
1.5 |
2.7 |
Tm |
0.65 |
0.48 |
0.38 |
0.11 |
0.6 |
0.65 |
0.31 |
0.54 |
0.23 |
0.44 |
Yb |
4.4 |
3.4 |
2.6 |
0.8 |
4 |
4.6 |
2.3 |
3.9 |
1.4 |
3.2 |
Lu |
0.71 |
0.52 |
0.4 |
0.13 |
0.63 |
0.73 |
0.36 |
0.7 |
0.25 |
0.52 |
Hf |
6.7 |
3.3 |
0.4 |
<0.2 |
6.6 |
5.8 |
3.5 |
2 |
3.8 |
4.3 |
Ta |
1 |
0.7 |
0.6 |
1.8 |
1 |
0.9 |
1 |
0.4 |
1.1 |
1.2 |
W |
73 |
203 |
882 |
3750 |
112 |
46 |
209 |
284 |
365 |
224 |
Tl |
<0.1 |
<0.1 |
2.4 |
<0.1 |
<0.1 |
<0.1 |
0.2 |
<0.1 |
<0.1 |
0.4 |
Pb |
37 |
22 |
<5 |
<5 |
5 |
30 |
<5 |
21 |
<5 |
8 |
Bi |
<0.4 |
<0.4 |
<0.4 |
0.4 |
<0.4 |
<0.4 |
<0.4 |
0.4 |
<0.4 |
<0.4 |
Th |
8.5 |
4.9 |
2 |
0.7 |
7.9 |
7.8 |
11.7 |
3.8 |
10.3 |
15.9 |
U |
2.4 |
2.2 |
1.1 |
10.1 |
2.3 |
2.6 |
2 |
1.6 |
1.2 |
4.8 |
سنگنگاری
توفهای سبز سازند کرج (ائوسن) گستره گستردهای از سنگهای منطقه را میسازند. بیشتر این توفها لایهبندی ظریف همراه با پیچخوردگی دارند و برپایه ساختهای رسوبی در نهشتههای آذرآواری (مانند: لایهبندی تدریجی)، نهتنها گویای نشست در پهنه دریایی هستند، بلکه جریانهای آشفته در پهنه رسوبی را نیز نشان میدهند (شکل 3). دارابودن فسیلهای هانتکنینا (شکل 4- A)، گلوبروتالیا (شکل 4- B)، کراساتا، ژویژرینا و پلانکتونها با دیواره هیالینی (شکل 4- C) نشاندهندة سن ائوسن میانی برای آنهاست.
شکل 3- توفهای سبز ائوسن در منطقه حصاربن (جنوبباختری فیروزکوه)
شکل 4- فسیلهای شاخص ائوسن در توفهای سبز سازند کرج در منطقه حصاربن (جنوبباختری فیروزکوه): A) هانتکنینا (Hantkenina sp.)؛ B) گلوبروتالیا (Globoratalia sp.)؛ C) پلانکتون در کنار بلورهای کوارتز
ترکیب سنگشناسی این توفها بیشتر داسیتی، ریوداسیتی، و شامل لیتیکتوف، کریستالتوف و توف شیشهای هستند. بافت غالب توفها پورفیری، ویتروفیری و نیز پرلیتی است. بهطورکلی، تکههای بلورین، شکلدار و نیمهشکلدار بوده و مقدار شکستگی و اندازه آنها متفاوت است و جورشدگی ضعیف تا متوسط دارند. در این توفها، تکههای شکسته و زاویهدار معمولتر از بلورهای خودشکل هستند. بیشتر لیتیکها گردشدگی خوبی از خود نشان میدهند و بهندرت زاویهدار هستند. اندازه لیتیکها از 1/0 میلیمتر تا بیش از 1 میلیمتر است و تکههای 5/0 تا 1 میلیمتری از فراوانترین تکهها هستند.
جنس لیتیکها گوناگون است و بیشتر بافت تراکیتی دارند. لیتیکها زمینه دانهریزی از کوارتز و فلدسپار دارند و در برخی نمونهها، لیتیکها زمینه شیشهای دارند (شکل 5- A). در این توفها، شاردها شکلهای گوناگون جناغی، هلالی، داسیشکل، دوکی، ستونی و صفحهای (پهن) دارند (شکل 5- B). در برخی نمونهها، تکههای شارد شیشهای تا اندازهای دچار تبلور دوباره شدهاند و دیگر شیشهای نیستند. این تکههای شارد بلورهای ریز کوارتز را پدید آوردهاند (شکل 5- C). این پدیده پیامد ناپایداری شیشه آتشفشانی است (Williams et al., 1982).
پلاژیوکلاز، سانیدین، کوارتز،کریستوبالیت، بیوتیت، آمفیبول از کانیهای اصلی سازنده این توفها هستند. آپاتیت، زیرکن، کانی کدر و اکسیدهای آهن که از کانیهای فرعی این سنگ هستند، در آنها فراوان بوده و بهرنگ قهوهای و قرمز دیده میشوند.
شکل 5- تصویرهای میکروسکوپی (نور پلاریزه و طبیعی) از کانیهای اصلی در توفهای منطقه حصاربن (جنوبباختری فیروزکوه) (Li: تکههای لیتیک؛ Pl: پلاژیوکلاز؛ Chl: کلریت؛ Cal: کلسیت؛ Glass Shard: شاردهای شیشهای؛ Qtz: کوارتز؛ Bt: بیوتیت؛ Kfs: آلکالیفلدسپار؛ Cris: کریستوبالیت؛ Hbl: هورنبلند؛ Opa: کانی کدر)
فلدسپار: در بیشتر نمونههای سنگی منطقه حصاربن، فلدسپارها دیده میشوند. فنوکریستهای پلاژیوکلاز در این توفها، بلورهای نیمهشکلدار تا شکلدار، در اندازههای کوچک و بزرگ هستند. این کانیها ماکل پلیسینتتیک دارند و بیشتر از نوع آلبیت و الیگوکلاز هستند (شکلهای 5- D و 5- G). بافتهای گوناگونی (مانند: منطقهبندی کامل و ناقص) در این کانی دیده میشود. گاه پلاژیوکلازها ادخالهایی از کانیهای کدر دارند. این پدیده نشان میدهد که کانیهای کدر پیش از پلاژیوکلاز متبلور شدهاند و یا این پدیده نشاندهندة رشد پرشتابتر درشتبلور پلاژیوکلاز دربرگیرنده ادخالها در هنگام تبلورِ همزمان است (Shelly, 1993). بلورهای سانیدین نیز از کانیهای اصلی سازنده این سنگها هستند. این بلورها شکلدار تا نیمهشکلدار هستند و ماکل کارلسباد و نیزهایشکل دارند (شکل 5- E).
کریستوبالیت: در دستهای از سنگها، کریستوبالیتها درشتبلور و شکلدار تا بیشکل و بیشتر زاویهدار هستند (شکل 5- F). در برخی نمونهها کوارتزهایی نیز دیده میشود (شکلهای 5- C و 6- B) که دارای شکلهای خلیجی گوناگونی هستند. شکلهای خلیجی چهبسا در پی رشد نامتعادل رخ دادهاند و یا در پی بالاآمدن ماگما و کاهش فشار دچار انحلال شدهاند (Shelly, 1993).
بیوتیت:در بیشتر نمونهها، بیوتیت با ویژگی چندرنگی آشکار خود در زمینه شیشهای و همراه با کانیهای دیگر دیده میشود (شکل 5- E).
آمفیبول: آمفیبولها از نوع هورنبلند هستند. در نمونههای قاعدهای سکانس، آمفیبولها بلورهایی شکلدار تا نیمهشکلدار، در اندازههای 2 تا 5 میلیمتر، با خاموشی مایل و برجستگی و بیرفرنژانس بالا و با رخهای متقاطع دیده میشوند (شکل 5- G).
کانیهای ثانویه در توفهای منطقه حصاربن عبارتند از:
کلریت: در بیشتر نمونههای توف، کلریت دیده میشود. این کانی با شکلهای شعاعی، بادبزنی، دانهای و رشتهای (ورقهای) و چندرنگی سبز کمرنگ تا پررنگ و نیز سبز متمایل به قهوهای دیده شده است. این کانی در زمینه سنگ و بیشتر همراه با کانیهای ثانویه دیگر (مانند: پرهنیت) دیده میشود (شکلهای 5- F و 6- A).
پرهنیت: پرهنیت از کانیهای ثانویه در این توفهاست. در برخی نمونهها، این کانی در زمینه سنگ، بههمراه کلریت و بهصورت پراکنده، با شکلهای تودهای، کلیهای و بادبزنی دیده میشود (شکل 6- A).
آنالسیم: این کانی از مهمترین کانیهای ثانویه در این توفهاست. کانی آنالسیم همراه با پرهنیت و کلریت در زمینه و متن سنگ به شکلهای مثلثی و گاه چندضلعی (شکل 6- B) دیده میشود.
کانیهای رسی: در این توفها، کانیهای رسی بهرنگ قهوهای و در زمینه سنگ دیده میشوند. در این توفها، برخی زمینههای شیشهای به کانیهای رسی تبدیلشده است. ایلیت- مونت موریلونیت و کائولینیت- اسمکتیت از کانیهای رسی این سنگها هستند.
کانیهای رگهایِ پدیدآمده در شکستگیها و حفرههای این توفها عبارتاند از:
کوارتز: در بسیاری از نمونهها، کوارتز ثانویه با شکل دانهای و درشتبلور درون رگهها، شکستگیها و حفرهها را پرکرده است. کوارتزهای دانهدرشت بیشتر همراه با کلسیت و زئولیت دیده میشوند (Hurlbut and Cornelius, 1949).
زئولیت گروه هیولندایت: در این توفها، هیولندایت به شکل دانهای، منشوری و به رنگهای سفید، خاکستری، بیرنگ، با چندرنگی و برجستگی ضعیف در حفرهها و فضاهای تهی سنگ دیده میشود (شکل 6- A).
زئولیت نوع کلینوپتیلولیت: این کانی از فراوانترین محصولهایِ سیالهای گرمابی در رگهها، شکستگیها و حفرههای این توفهاست. این زئولیت از گروه هیولندایت دانسته میشود.
در این توفها، کانی کلینوپتیلولیت، دانهای و ریزبلور، با رنگ سفید، خاکستری تیره، روشن و بیرنگ، با چندرنگی و برجستگی بسیار ضعیف، درون حفرهها، فضاهای خالی و رگههای سنگ دیده میشود. این کانی در توفهای منطقه حصاربن، بیشتر با زئولیت گروه ناترولیت و کانیهای دیگر (مانند: کلسیت و کوارتز ثانویه) همراه است (شکل 6- B).
شکل 6- کانیهای ثانویه در توفهای منطقه حصاربن (جنوبباختری فیروزکوه) در نور پلاریزه (Prh: پرهنیت؛ Chl: کلریت؛ Hul: هیولندایت؛ Cal: کلسیت؛ Anl: آنالسیم؛ Pl: پلاژیوکلاز؛ Clin: کلینوپتیلولیت؛ Qtz: کوارتز؛ نمادهای یادشده از مقاله Ralph (1983) است)
زئولیت گروه ناترولیت: این گروه از زئولیت، همانند زئولیت نوع کلینوپتیلولیت، از فراوانترین و مهمترین محصولهای سیالهای گرمابی در رگهها و شکستگیهای این توفهاست. در نمونههای بررسیشده، بلورهای زیبای شعاعی، سوزنهای نازک و کشیده به رنگهای سفید، خاکستری و بیرنگِ ناترولیت دیده میشود. این کانی، همانند زئولیتِ نوع کلینوپتیلولیت، همراه با کوارتز ثانویه، کلسیت و زئولیتهای گروه هیولندایت (کلینوپتیلولیت) درون رگهها، شکستگیها و حفرههای سنگ است.
کلسیت: از فراوانترین کانیهای رگهای در این توفهاست. این کانی بهصورت درشتبلور و خودشکل با رخهای رمبوئدری آشکاری درون رگهها و شکستگیها دیده میشود. همچنین، این کانی در زمینه سنگ بهصورت توفهای آهکی دیده میشود و نشاندهنده آمیختن این توفها با پهنه رسوبی است (شکلهای 5- G و 6- A).
بهطورکلی، کانیهای اصلی، فرعی، ثانویه و رگهایِ یادشده در نمونههای قاعدهای، میانی و بالایی توفهای منطقه حصاربن دیده شدهاند.
با بررسی طیفهای بهدستآمده از پراش پرتوی ایکس (XRD)، کانیهای کوارتز، کریستوبالیت، پلاژیوکلازها (آلبیت، الیگوکلاز)، آلکالیفلدسپار (سانیدین) و بیوتیت از کانیهای اصلی این توفها هستند. همچنین، زیرکن، آنالسیم، کانیهای رسی (ایلیت- مونت موریلونیت)، کوارتز ثانویه، زئولیتهای گروه هیولندایت،کلینوپتیلولیت، گروه ناترولیت و کلسیت از کانیهای فرعی، ثانویه و رگهای سازنده توفها هستند. دیگر کانیهای اصلی، ثانوی و فرعی یادشده در بررسیهای میکروسکوپی شناسایی شدند؛ اما بهعلت کمبودن، در پراش پرتوی ایکس آشکار نشدهاند. از میان 13 نمونه، نمونه BT4 توف با کانی رگهای و نیز نمونههای BT88 و BT107 توف با دگرگونی تدفینی برگزیده و در شکل 7 نمایش داده شدهاند.
شکل 7- پراش پرتوی ایکس نمونههای BT4، BT88، BT107 (توفهای منطقه حصاربن، جنوبباختری فیروزکوه) (Cris: کریستوبالیت؛ Clin: کلینوپتیلولیت؛ Oli: الیگوکلاز؛ Zrn: زیرکن؛ Q: کوارتز؛ Bt: بیوتیت؛ Sa: سانیدین؛ Ab: آلبیت؛ Anl: آنالسیم؛ Illit: ایلیت)
زمینشیمی
با توجه به متحرکبودن عنصرهای اصلی، برای شناسایی سنگهای آتشفشانی گوناگون و همچنین، ردهبندی زمینشیمیایی این توفها، از نمودارهای Winchester و Floyd (1977) بهره گرفته شد (شکل 8). برپایه این نمودارها، همه نمونهها در محدوده داسیت و ریوداسیت جای میگیرند؛ اما برخی نمونهها در محدوده آندزیت تا تراکیت جای گرفتهاند. اگر فراوانی سیلیس بهصورت شاردها و شیشههای آتشفشانی پرلیتی در زمینه سنگها و همچنین، بلورهای کریستوبالیت و کوارتز باشد؛ آنگاه همه نمونهها باید در محدوده سنگهای پر سیلیس جای گیرند. جایگرفتن برخی نمونهها در بخش آندزیت و تراکیت شاید در پی فراوانی لیتیکهای آندزیتی و تراکیتی در نمونههای تجزیهشده روی داده باشد؛ زیرا مقدار زیرکنیم آنها از نمونههای دیگر کمتر است (Gifkins, 2005).
شکل 8- ردهبندی توفهای منطقه حصاربن (جنوبباختری فیروزکوه) در نمودارهای پیشنهادیِ Winchester و Floyd (1977)
در نمودار K2O در برابر SiO2 (شکل 9)، بیشتر نمونهها در محدوده کالکآلکالن جای دارند؛ مگر نمونههای BT8، BT16 و BT95 که در محدوده تولهایتها جای گرفتهاند. ازآنجاییکه عنصرهای آلکالن متحرک هستند شاید در پی راهیابی سیالهای گرمابی به شکستگیها، این عنصرها بهشدت دچار تهیشدگی شده باشند. نمونه BT105 نیز بهعلت فراوانی کانیهای پتاسیمدار و همچنین، لیتیکهای تراکیتی در محدوده شوشونیتی جای گرفته است.
شکل 9- جایگاه توفهای منطقه حصاربن (جنوبباختری فیروزکوه) در نمودار K2O در برابر SiO2 (Peccerillo and Taylor, 1976) (نمادها همانند شکل 8 هستند)
بیشتر سنگهای منطقه حصاربن در نمودار تغییرات نسبتهای مولکولی Al2O3/Na2O+K2O در برابر Al2O3/Na2O+K2O+CaO (A/CN در برابر A/CNK) (شکل 10) در گسترة سنگهای پرآلومینیم جای گرفتهاند (Zen, 1988; Lentz et al., 2013). آنچه جایگیری توفهای منطقه حصاربن در محدوده سنگهای پرآلومینیم را در پی داشته است:
(1) دارابودن لیتیکهای گوناگون با خاستگاه بیگانه؛
(2) دارابودن کانیهای زئولیتی که با سیالهای گرمابی در شکستگیها و حفرههای این توفها، نهشته شدهاند. ازآنجاییکه زئولیتها، سیلیکاتهای آلومینیم آبدار هستند، پس با جایگیری این نمونهها در این محدوده همخوانی دارد؛
(3) راهیابی این توفها به پهنه رسوبیِ دارای فسیل فراوان و آغشتهشدن آنها با رسوبهای این پهنه؛
(4) دارابودن کانیهای رسی در این توفها، بوده است.
شکل10- نمودار شناسایی توفهای حصاربن (جنوبباختری فیروزکوه) برپایه شاخص اشباع از آلومینیم (Lentz et al., 2013) (نمادها همانند شکل 8 هستند)
در شکل 11، نمودار تغییرات عنصرهای خاکی نادر (REE) که به ترکیب کندریت بهنجار شدهاند، نمایش دادهشده است. در این توفها، الگوی فراوانی عنصرهای خاکی نادر روند ملایم و رو به کاهشی، از LREE به HREE، نشان میدهد و تنها آنومالی منفی Eu چشمگیر است.
الگوهای بهنجارشدة توفهای منطقه حصاربن نسبت به ترکیب گوشته اولیه در شکل 12 نمایش داده شدهاند. در این نمودار عنکبوتی، آنومالی منفی Nb، Ti، P و کاهش HFSE چشمگیر است.
خاستگاه و پهنه زمینساختی
برپایه شباهت ترکیب شیمیایی و میزان سیلیسِ توفهای منطقه حصاربن به سنگهای گرانیت تا گرانودیوریت، برای ارزیابی جایگاه زمینساختی این نمونهها میتوان از نمودارهای گرانیتوییدی بهره گرفت. نمودارهای گوناگونی پیشنهاد شده است؛ اما کاربردیترین آنها نمودارهایی هستند که برپایه فراوانی عنصرهای کمیاب کمتحرک در برابر فرایندهای دگرسانی، دگرگونی و هوازدگی پیشنهاد شده باشند (Lentz et al., 2013).
برپایه فراوانی عنصرهای کمیاب، Pearce و همکاران (1984) گرانیتها را به چهار گروه VAG (گرانیتوییدهای قوس آتشفشانی)، Syn-CLOG (گرانیتوییدهای برخوردی)، WPG (گرانیتوییدهای درونقارهای)، ORG (گرانیتوییدهای پشتهمیاناقیانوسی) ردهبندی کردهاند.
همانگونهکه در شکل 13 دیده میشود، توفهای منطقه حصاربن در بخش VAG جای گرفتهاند. توفهای منطقه حصاربن در نمودار Schandle و Gorton (2002)، نسبت بالایی از Th/Hf در برابر Ta/Hf را نشان میدهند (شکل 14).
شکل 11- فراوانی عنصرهای خاکی نادر (REE) در توفهای منطقه حصاربن (جنوبباختری فیروزکوه)، بهنجارشده به ترکیب کندریت (Boynton, 1984) (نمادها همانند شکل 8 هستند)
شکل 12- نمودار عنکبوتی عنصرهای کمیاب در توفهای حصاربن (جنوبباختری فیروزکوه)، بهنجارشده به ترکیب گوشته اولیه (Sun and McDonough, 1989) (نمونههای قرمزرنگ توفها با دگرگونی تدفینی و نمونههای سیاهرنگ توفها با کانیهای رگهای هستند)
شکل 13- جایگاه توفهای حصاربن (جنوبباختری فیروزکوه) در نمودار شناسایی پهنههای زمینساختی (Pearce et al., 1984) (نمادها همانند شکل 8 هستند)
شکل 14- جایگاه توفهای حصاربن (جنوبباختری فیروزکوه) در نمودار تغییرات Th/Hf در برابر Ta/Hf (Schandle and Gorton, 2002) (نمادها همانند شکل 8 هستند)
بحث
همانگونهکه گفته شد، توفهای سبز ائوسن در منطقه حصاربن (جنوبباختری فیروزکوه) ستبرا و گسترش بسیاری دارند و از دیدگاه زمینشیمیایی ترکیب آنها داسیت و ریوداسیت با سرشت کالکآلکالن است. همچنین، این سنگها بافتهای لیتیکتوف، کریستالتوف، ویتریکتوف و توف آهکی دارند. این توفها حجم گستردهای از شیشه با فراوانی متغیری از میکرولیت و فنوکریستهای کوارتز، کریستوبالیت، فلدسپار، بیوتیت، آمفیبول، تکههای لیتیک، کانیهای ثانویه و کانیهای رگهای ساخته شدهاند. بهطورکلی، تکههای بلورین شکلدار و نیمهشکلدار بوده و فراوانی شکستگی و اندازه آنها متفاوت است. همچنین، جورشدگی کم تا متوسط دارند. کاهش پرشتاب فشار در هنگام فوران انفجاری معمولاً شکستهشدن این بلورها را در پی دارد (Best and Christiansen, 2001). ازاینرو، در رخسارههای آذرآواری، تکههای بلورین شکسته و زاویهدار معمولتر از بلورهای خودشکل است (Fisher and Schmincke, 1984). شاردهای شیشهای در این توفها به شکلهای گوناگونی یافت میشوند. بسیاری از سنگشناسان به ریختشناسی شاردها و پومیسها پرداختهاند (Ewart, 1963; Fisher and Schmincke, 1984). بهطورکلی، این شاردهای شیشهای سه عضو پایانی دارند:
(1) تکههای حبابهای شکستهشده هلالیشکل و نوکتیز، که در مقطع نازک به حالت Y شکل هستند. این شاردها یا از دیواره سه حباب بهجای ماندهاند و یا صفحههای مقعری هستند که از دیواره میان حبابهای کنار هم پدید آمدهاند؛
(2) دیوارههای شیشهای با صفحههای پهن که از حبابهای هموار جدا میشوند؛
(3) تکههای پومیسی با ساختار سلولی و یا فیبری که از حفرههای دایرهای یا کشیدهشده بسیار کوچک پدید آمدهاند و با دایرههای شیشهای فراگرفته میشوند (Fisher and Schmincke, 1984).
دارابودن شاردهای شیشهای با شکلهای گوناگونِ جناغی، داسیشکل، هلالی، دوکی و صفحهای و نیز نبود شاردهای شیشهای تکهای زاویهدار، احتمال رویداد فورانهای خشکی را نسبت به فورانهای زیردریایی یا دریاچهای افزایش میدهد (Pal et al., 2010). برپایه اندازه نرمال بلورها، جورشدگی کمابیش خوب آنها، اندازه و ریختشناسی شاردهای شیشهای، لایهبندی رسوبی دریاچهای و دریایی کمژرفا و نیز فسیلهای یافتشده، چنین مینُماید که توفهای منطقه حصاربن در شرایط سطحی و در حجم بزرگی فوران کرده و سپس، در پهنه دریاچهای یا دریایی کمژرفا رسوبکردهاند. یافتهها و ویژگیهای سنگنگاری در سنگهای یادشده، نبود تعادل ماگما در هنگام تبلور را نشان میدهد. خوردگی درشتبلورها و شکلهای خلیجمانند در آنها گواهی بر این نبود تعادل بهشمار میروند (Shelly, 1993; Best and Christiansen, 2001). در این توفها، بافتهای نامتعادل در پلاژیوکلازها (مانند منطقهبندی در آنها)، تهیشدگی از عنصرهای HFSE و Nb/Y کم از ویژگیهای سنگهای وابسته به کمان ماگمایی هستند. Nb/Y کم از ویژگیهای سنگهایی است که در کمانهای ماگمایی وابسته به پهنه فرورانش پدید میآیند (Pearce et al., 1984). برپایه مقدار اندک فلدسپارها در این توفها، آنومالی منفی Eu به این عامل بستگی دارد؛ زیرا Eu عنصری سازگار در فلدسپارهاست و آنومالی منفی آن را میتوان پیامد جدایش فلدسپارها پیش از فوران دانست (Rollinson, 1993; Bunsan, 1999). الگوهای بهنجارشده نمونهها در برابر ترکیب گوشته اولیه و کندریت نشان میدهند که غنیشدگی از LILE میتواند پیامد تحرک عنصرهای اصلی در هنگام دگرسانی و دگرگونی، آلودگی با مواد پوستهای و یا دخالت پوسته در ساخت سنگهای منطقه حصاربن باشد. آنومالی منفی Nb، Ti، P و نیز آنومالی منفی Eu نشاندهنده وابستگی این توفها به پهنههای فرورانش و نیز ویژگی سنگهای پوسته قارهای و شرکت در فرآیندهای ماگمایی است (Rollinson, 1993; Lentz et al., 2013). همچنین، آنومالی مثبت Th میتواند نشاندهنده آلودگیهای پوستهای در هنگام تکامل ماگمایی باشد (Rollinson, 1993; Saha and Tripathy, 2012; Lentz et al., 2013). همانگونهکه در نمودارهای شناسایی پهنههای زمینساختی نشان دادهشده است، در پهنههای مرتبط با فرورانش در حاشیه فعال قارهها، مقدار Th در برابر Ta، Nb و HFSE افزایش مییابد (Schandle and Gorton, 2002). نمونههای بررسیشده نسبت بالایی از Th را در برابر عنصرهای یادشده نشان میدهند و این ویژگی با جایگیری این توفها در پهنه یادشده همخوانی دارد.
آتشفشانهای فلسیک دیگری نیز در مناطق گوناگون دنیا گزارش شدهاند. بررسیهای Pal و همکاران (2010) روی سنگهای دوره میوسنِ Rutland Island نشان میدهند که برپایه نسبت بالای Zr/Nb و Zr/Y، توفهای تراکیتی تا داسیتی در پهنههای زمینساختی حاشیه همگرایی (فرورانش) و آتشفشانهای کمان ماگمایی ((VAG پدید آمدهاند. همچنین، Saha و Tripathy (2012) بررسی کردهاند پیدایش لایههایی از توفهای ریولیتی تا ریوداسیتی در حوضه Kurnool در Southern India با آتشفشانهای کمان ماگمایی ((VAG وابستگی دارد.
از سوی دیگر، برپایه بخش کانیشناسی کانیهای ثانویه و بررسیهای پراش پرتوی ایکس (XRD)، چنین مینُماید که توفهای بخشهای قاعدهایِ منطقه حصاربن دچار دگرگونی تدفینی شدهاند. دگرگونی تدفینی در این توفها با پدیده دیاژنز آغاز شده و سپس با رخسارههای کانیاییِ این نوع دگرگونی پایان مییابد. در هنگام دیاژنز، شیشههای آتشفشانی که از سازندگان این توفها هستند، در پی ناپایداری ترمودینامیکی تجزیه میشوند. دگرسانی با انحلال شیشه آبدار و تبلور کانیهای رسی آغاز میشود و در پایان، کانیهای رسی بهصورت حاشیهای بر سطوح شیشه پدید آمده و انحلالبخشی شیشه و فشردگی آن روی میدهد.
گسترش دیاژنز و دگرگونی درجهکم در بازة دمایی 200-300 درجه سانتیگراد و فشار دستکم 1 کیلوبار است (Coombs et al., 1959; Cho and Maruyama, 1985). Cho و Maruyama (1985) رویداد رخساره زئولیت را در فشار دستکم 5/0±1/1 کیلوبار دانستهاند. Coombs و همکاران (1959) نیز رویداد زیررخساره پرهنیت را در فشارهای 3-5 کیلوبار دانستهاند. در حقیقت، شرایط فشار، دما، بافت و مجموعه کانیها در دیاژنز و دگرگونیِ درجهکم، را نمیتوان بهروشنی از یکدیگر بازشناخت. توفهای منطقه حصاربن، دگرگونی در دو پهنه زئولیت و پرهینت را نشان میدهند. رخساره زئولیت پلی میان دیاژنز و دگرگونی است. همچنین، برپایه تعریف Coombs و همکاران (1959)، دگرگونی تدفینی شامل تغییرات کانیایی پیشروندهای است که میتوانند با دما و ژرفای تدفین در توالیهای آتشفشانی و رسوبی بهطور مستقیم وابسته باشد. در حقیقت، این دگرگونی گونهای از دگرگونی ناحیهای است که متأثر از حوضههای درحال فرونشینی در توالیهای آتشفشانی و یا رسوبی است. در این حوضهها، بخشهای قاعدهای در شرایط دگرگونی درجهکم هستند و ویژگیهای دگرگونی ناحیهای (مانند: دگرریختی و چینخوردگی) را نشان نمیدهند.
برپایه آنچه گفتهشد و نیز ستبرای بسیارِ نهشتههای آذرآواری، کانیهای رسی و آنالسیم مربوط به رخساره زئولیت هستند و در پهنه پرهنیت، کانیهای پرهنیت و کلریت دیده میشوند (Coombs et al., 1959; Gifkins et al., 2005). در بررسیِ مشابهی روی سنگهای آتشفشانی و آذرآواری سازند کرج در رشتهکوههای البرز در منطقه شمال تهران (Iwao and Hushmand-Zadeh, 1971)، افزونبر گزارش مجموعه کانیهای پرهنیت، آلبیت، اپیدوت، کلریت، کلسیت و تیتانیت، فرایندهای کلریتیشدن، اپیدوتیشدن، کربناتیشدن، سریسیتیشدن از ویژگیهای بیشتر سنگهای منطقه دانسته شده است. همچنین، این بررسی برپایه کانیهای یادشده به رویداد پدیده دگرگونی در این توفها پرداخته است. افزونبراین، Tutti و همکاران (2009) بررسیهای دیگری را روی توفهای سبز ائوسن در منطقه شمال تفرش انجام دادهاند. برپایه بررسیهای کانیشناسی ایشان، کانیهای سریسیت، کلسیت، کلریت، آلبیت، آنالسیم، اپیدوت، پرهنیت و پومپلیایت در این منطقه دیده شدهاند. همچنین، در این بررسی، مجموعه کانیشناسی یادشده را وابسته به پهنه زئولیت و پرهنیت + پومپلیایت و نشاندهنده فراگیربودن دگرگونی تدفینی در این منطقه دانستهاند. ازاینرو، داشتن کانیهای آنالسیم، مونتموریلونیت، کلریت و پرهنیت در رخساره زئولیت و زیر رخساره پرهنیت و همچنین، ستبرای چشمگیر توفهای سبز سازند کرج در منطقه حصاربن در مقایسه با تغییرات کانیشناختی گستردة سریهای ستبر آذرآواریِ شمال تفرش و سنگهای آتشفشانی سازند کرج در رشتهکوههای البرز در شمال تهران میتواند نشاندهنده دگرگونی کلی و کمابیش خفیف در منطقه حصاربن باشد.
نتیجهگیری
توفهای سبز ائوسن (سازند کرج) در منطقه حصاربن (جنوبباختری فیروزکوه) در پهنه خاور البرز مرکزی ستبرا و گسترش بسیاری دارند و دربردارندة لیتیکتوف، کریستالتوف، ویتریکتوف و توف آهکی هستند. بررسیهای میکروسکوپی و پراش پرتوی ایکس (XRD)، نشان میدهند که کانیهای اصلی در این توفها پلاژیوکلاز (آلبیت و الیگوکلاز)، آلکالیفلدسپار (سانیدین)، کوارتز، کریستوبالیت، بیوتیت، هورنبلند، تکههای لیتیک، شاردهای شیشهای و کانیهای فرعی زیرکن، آپاتیت، کانی کدر و اکسید آهن هستند. از کانیهای ثانویه این توفها میتوان آنالسیم، کلریت، پرهنیت و کانیهای رسی را نام برد. زئولیتهای گروه هیولندایت، کلینوپتیلولیت، گروه ناترولیت، کلسیت، کوارتز ثانویه و سریسیت از کانیهای پدیدآمده در رگهها، شکستگیها و حفرههای این توفها هستند.
برپایه دادههای زمینشیمیایی، ترکیب این توفها، داسیت و ریوداسیت با سرشت کالکآلکالن است. آنومالی منفی Eu، Nb، Ti و P، و نیز تهیشدگی از عنصرهای HFSE در نمودارهای بهنجارشده به ترکیب کندریت و گوشته اولیه، بههمراه جایگاه نمونهها روی نمودارهای گوناگون زمینساختی، نشاندهندة پیدایش توفهای سبز ائوسن در پهنهای وابسته به فرورانش در حاشیه فعال قارهای هستند. همچنین، آنومالی مثبت Th نشاندهنده آلودگی پوستهای در هنگام تکامل ماگمایی است.
در منطقه حصاربن، توفهای سبز ائوسن در بخشهای قاعدهای دچار دگرگونی تدفینی شده و دگرگونی در دو پهنه زئولیت و پرهنیت را نشان میدهند.کانیهای خودشکلِ آنالسیم، همراه با کانیهای رسی از کانیهای پهنه زئولیت هستند. در پهنه پرهنیت، کانیهای پرهنیت و کلریت دیده میشوند. این کانیها در زمینه سنگ یافت میشوند.
سپاسگزاری
نگارندگان از معاونت پژوهشی پردیس علوم دانشگاه تهران برای یاری در انجام این پژوهش و از سرکار خانم دکتر فرشته سجادی برای رهنمودهای ارزشمندشان در زمینه شناسایی فسیلهای منطقه حصاربن و نیز دکتر سلمان ولایتی از دانشگاه تهران سپاسگزاری میکنند.