Document Type : Original Article
Authors
1 Department of geology, faculty of earth science, shahid beheshti university, tehran, iran
2 Department of Geology, Zanjan University, Zanjan, Iran
3 Department of Earth Science, Sapienza University of Rome, Rome, Italy
4 Istituto di Geoscienze e Georisorse, CNR, Pisa, Italy
Abstract
Keywords
Main Subjects
کوهزاد زاگرس بخشی از پهنة کوهزایی آلپ- هیمالیا و همگرایی دو صفحة عربی و اوراسیا (Mohajjel et al., 2003; Alavi, 1994; Shahabpour, 2007; Ghasemi and Talbot, 2006) جولانگاه فعالیتهای ماگمایی گستردهای بوده است. بهدنبال همگرایی این دوصفحه، دگرریختی ناحیهای در پوستهای قارهای در مساحتی نزدیک به 300000 کیلومتر مربع روی داده است و از این ناحیه یکی از بزرگترین پهنههای دگرریختی پدیدآمده در پی همگرایی در زمین را ساخته است (Allen et al., 2004). فعالیت ماگمایی گسترده در دورانهای مزوزوییک (Hassanzadeh and Wernike 2016) و بهویژه سنوزوییک، در سراسر پهنه ایران دیده میشود. ماگماتیسم پالئوژن در ایران گسترش بسیاری داشته است و در بخشهای مختلف ایران، بهویژه ایران مرکزی (پهنة ماگمایی ارومیه- دختر(، حاشیة جنوبی پهنة کوهزایی البرز، البرز باختری- آذربایجان، بلوک لوت و شمال لوت رخنمون دارد (Golonka, 2004; Shahabpour, 2007; Asiabanha and Foden, 2012; Pang et al., 2013). ماگماتیسم کالکآلکالن در حاشیة جنوبی اوراسیا در دو دورة گستردة زمانی پرمین- کربونیفر و ژوراسیک تا کرتاسه نیز روی داده است (Hassanzadeh and Wernicke, 2016). در کوهزایی زاگرس سه دورة ماگماتیسم مهم هست که از قدیم به جدید عبارتند از:
- ماگماتیسم پرمین- کربونیفر که همگام با بازشدن نئوتتیس روی داده است (Alirezaei and Hassanzadeh, 2012; Azizi et al., 2017; Shakerardakani et al., 2017; Saccani et al., 2013; Shafaii moghadam et al., 2015))؛
- کمان ماگمایی تریاس پایانی- کرتاسه بالایی در پهنة سنندج- سیرجان (Azizi and Jahangiri, 2008; Monsef et al., 2011; Moinevaziri et al., 2015; Hassanzadeh and Wernicke, 2016)؛
- پهنة ماگمایی ارومیه- دختر در سنوزوییک (Stӧcklin, 1968).
همگام با آخرین رخداد فرورانش صفحة اقیانوسی نئوتتیس به زیر ایران مرکزی در سنوزوییک، فعالیتهای ماگمایی شدیدی در پهنة ارومیه- دختر و پهنة شمالی ایران مرکزی- جنوب البرز در پالئوسن- ائوسن و بهویژه ائوسن میانی- بالایی روی داده و تا کواترنری ادامه داشته است. کمابیش بیشتر پژوهشگران، فعالیت ماگمایی ترشیری در پهنة ارومیه- دختر را از نوع کمان مرز قارهای دانستهاند (Ayati et al., 2012, Chiu et al., 2018, Nouri et al., 2018).
سنگهای آلکالن و کربناتیتی با پراکندگی محدود در پوسته فرصت ارزشمندی را برای بررسی نقش محلولها در پیدایش سنگهای پوستهای و گوشتهای فراهم میکنند (Pirajno, 2013). کربناتیتهای بیرونی با نفلینیتهای فقیر از الیوین و ملانفلینیت همراه هستند (Keller et al., 2010). این سنگها با ترکیب کانیشناسی و شیمیایی بسیار گسترده از بخشهای گوناگون جهان (مانند: تانزانیای شمالی (Maarten de Moor et al , 2013)، ازبکستان (Moore et al., 2009)، ترکیه (Caran, 2016) و اوگاندا (Stoppa and Schiazza, 2013)) گزارش شدهاند؛ اما ترکیب کانیشناسی کربناتیتهای همراه سنگهای زیراشباع از سیلیس و سنگهای آتشفشانی کربناتدار محدود است. بررسی زینولیتهای گوشته و سنگهای آلکالن و پیداکردن نشانههای سنگشناسی تجربی نشان میدهند ماگمای کربناتیتی نهتنها سازندههای کربناتی داشته است، سازندههای سیلیکاتی هم دارد و نیز مواد فراری دارد که چهبسا عامل مهمی در متاسوماتیسم گوشتة بالایی بودهاند (Caran, 2016; lechmann et al., 2018)؛ زیرا شاید آنها خاستگاه گرمابی، دگرگونی و یا ماگمایی داشتهاند (Nadeau et al., 2018). گدازههای مافیک- الترامافیک قلیایی نوبران در امتداد پهنة ارومیه- دختر و نزدیکتر به پهنة سنندج- سیرجان در دوره کواترنری پدید آمدهاند (Khalatbari Jafari and Alaie Mahabadi, 1998). بیشتر این نوع گدازهها با کمترین تفریق به سطح زمین میرسند و گاه دربرگیرندة قطعاتی از گوشتة بالایی نیز هستند که اطلاعات بسیار ارزشمندی دربارة سرشت گوشتة متاسوماتیسمشده دارند. این گدازههای سیلیکاتی گوشتهای زیراشباع سری سنگهای متمایز و بازة ترکیبی نفلینیت، بازانیت، تفریت، فنولیت و تراکیت دارند و تنوع گستردهای در میزان عنصرهای اصلی و فرعی نشان میدهند (Wiedenmann et al., 2009). همچنین، در بسیاری از موارد، مقدارهای مهمی از کربناتیت در زمینة سنگ و یا بهصورت گویچههای کوچک جداگانه (زینولیت) دیده میشوند (Riley et al., 1996).
در بررسی Vahdati Daneshmand (1975)، سنگهای آتشفشانی کواترنر ناحیة دخان بازالت دانسته شده است و خروج گدازهها نیز به فعالیت شکستگیهای منطقه نسبت داده شده است. VosoghiAbedini (1981) نیز سنگهای منطقه دخان را ملیلیتبازالت نامیده است. Mohamadi (2005) هم گدازههای کواترنری منطقة نوبران را روانههای زیراشباع با سنگشناسی الیویننفلینیت و سرشت آلکالن از نوع سدیک پدیدآمده در محیط درونصفحهای قارهای دانسته است. برپایة این تناقضها، در این پژوهش با بررسی دقیق سنگشناسی، سرشت و خاستگاه ماگما و شناخت تغییرات شیمیایی ثانویه واردشده بر گوشته، ماگماتیسم جوان منطقة نوبران که بخشی از ولکانیسم کواترنری در پهنة ارومیه- دختر است بررسی میشود. همچنین، در این پژوهش با بهرهگیری از بررسیهای سنگشناسی و برپایة ویژگیهای صحرایی و زمینشیمیایی و نیز دادههای بهدستآمده در پژوهشهای پیشین، جنبههای سنگزایی مانند گوناگونی مذابها، وابستگی زایشی آنها و جایگاه زمینساختی ماگما بررسی میشود.
روش انجام پژوهش
پس از شناسایی همة دهانههای آتشفشانی و تفکیک فورانهای مختلف، نمونهبرداری صحرایی انجام شد. نزدیک به 50 نمونه برداشت شد و از آنها مقطع نازک ساخته شد. برای بررسی شیمی کانیهای نوبران، شماری از کانیهای باختر نوبران تجزیه شدند. این تجزیهها با دستگاه ریزکاو الکترونی (مدل Cameca SX50 و در ولتاژ شتابدهندة KV 15 و شدت جریان ƞA 10) در دانشگاه روم کشور ایتالیا انجام شدهاند. دادههای بهدستآمده در جدول 1 آورده شدهاند. پس از بررسیهای سنگنگاری، شمار 14 نمونه پودر شدند و برای انجام تجزیة زمینشیمیایی به آزمایشگاه Actlab کانادا فرستاده شدند. اکسیدهای اصلی با دقت 2/0 درصد با دستگاه XRF اندازهگیری شدند. عنصرهای فرعی، کمیاب و خاکی کمیاب نیز با دستگاه ICP-MS مدل Perkin-Elmer Elan 6000 و با آستانة آشکارسازی ppm 2 اندازهگیری شدند. دادههای بهدستآمده از این تجزیهها در جدول 2 آورده شدهاند.
جدول 1- دادههای تجزیة نقطهای کانیهای سازندة سنگهای بررسیشده در باختر نوبران
Perovskite |
Sodalit |
Calcite |
Mineral Type |
||||||
NB1 4- 20 |
NB15 1- 11 |
NB3 2- 10 |
NB19 6- 1 |
NB11 1- 15 |
NB8 2- 1 |
NB7 3- 1 |
NB2 4- 5 |
NB1 2- 5 |
Sample No. |
3.59 |
34.70 |
35.47 |
2.04 |
1.96 |
1.93 |
2.46 |
2.08 |
1.81 |
SiO2 |
50.12 |
0.22 |
0.21 |
0.86 |
0.92 |
0.97 |
0.90 |
0.79 |
0.84 |
TiO2 |
0.99 |
28.17 |
27.17 |
1.71 |
1.76 |
1.63 |
1.79 |
1.59 |
1.65 |
Al2O3 |
0.38 |
0.15 |
0.18 |
0.79 |
0.79 |
0.64 |
0.71 |
0.54 |
0.63 |
Cr2O3 |
3.31 |
1.67 |
1.40 |
0.64 |
0.71 |
0.73 |
0.68 |
0.64 |
0.74 |
Fe2O3 |
0.30 |
0.12 |
0.25 |
0.57 |
0.58 |
0.62 |
0.59 |
0.51 |
0.67 |
MnO |
0.91 |
0.25 |
0.56 |
1.72 |
1.97 |
1.72 |
2.19 |
2.08 |
1.97 |
MgO |
33.08 |
0.61 |
0.45 |
80.93 |
78.05 |
79.52 |
79.06 |
80.14 |
79.96 |
CaO |
1.58 |
19.49 |
17.83 |
1.35 |
1.15 |
1.33 |
1.40 |
1.17 |
1.08 |
Na2O |
0.18 |
0.77 |
4.18 |
0.66 |
0.66 |
0.64 |
0.65 |
0.66 |
0.67 |
K2O |
0.21 |
0.35 |
0.26 |
0.76 |
0.74 |
0.76 |
0.8 |
0.46 |
0.70 |
NiO |
2.16 |
1.50 |
2.02 |
1.30 |
3.23 |
2.15 |
1.48 |
2.34 |
1.85 |
SrO |
1.09 |
0.20 |
0.13 |
2.45 |
2.68 |
2.52 |
2.63 |
2.54 |
2.56 |
P2O5 |
0.19 |
7.46 |
7.82 |
0.93 |
0.94 |
0.88 |
0.87 |
0.94 |
0.86 |
Cl2O |
2.16 |
3.22 |
0.40 |
1.89 |
1.97 |
1.85 |
1.91 |
1.97 |
1.97 |
SO3 |
0.89 |
0.26 |
0.16 |
0.91 |
0.90 |
1.92 |
0.82 |
0.90 |
0.84 |
V2O5 |
100.1 |
98.57 |
98.50 |
99.51 |
99.01 |
99.81 |
98.97 |
99.01 |
99.21 |
Total |
جدول 1- ادامه
Nepheline |
Apatite |
Mineral Type |
||||||
NB10 1- 7 |
NB1 3- 8 |
NB8 2- 7 |
NB7 3- 8 |
NB3 2- 4 |
NB15 1- 4 |
NB11 1- 2 |
NB1 1- 5 |
Sample No. |
43.63 |
41.19 |
2.18 |
3.21 |
2.90 |
4.74 |
2.85 |
3.49 |
SiO2 |
0.25 |
0.26 |
0.00 |
0.67 |
0.6 |
0.63 |
0.43 |
0.33 |
TiO2 |
31.64 |
31.08 |
0.81 |
1.09 |
1.06 |
2.16 |
1.10 |
0.82 |
Al2O3 |
2.46 |
2.39 |
0.94 |
1.13 |
1.54 |
0.60 |
1.47 |
2.46 |
Fe2O3 |
0.00 |
0.18 |
0.14 |
0.36 |
0.43 |
0.41 |
0.15 |
0.12 |
MnO |
0.37 |
0.43 |
1.02 |
1.12 |
1.34 |
0.99 |
1.16 |
0.75 |
MgO |
0.2 |
0.23 |
48.46 |
44.96 |
43.26 |
42.19 |
44.73 |
40.61 |
CaO |
13.49 |
12.6 |
0.73 |
1.03 |
1.84 |
1.0 |
0.93 |
0.73 |
Na2O |
7.96 |
7.88 |
0.14 |
0.56 |
0.66 |
0.49 |
0.43 |
0.15 |
K2O |
0.00 |
1.47 |
1.89 |
2.59 |
2.49 |
7.08 |
3.71 |
9.09 |
SrO |
0.00 |
0.12 |
40.36 |
37.53 |
37.43 |
35.04 |
38.48 |
39.38 |
P2O5 |
0.00 |
0.04 |
0.30 |
0.57 |
0.67 |
0.6 |
0.43 |
0.19 |
Cl2O |
0.00 |
0.00 |
1.56 |
2.99 |
3.02 |
1.58 |
2.04 |
0.87 |
SO3 |
99.38 |
98.56 |
99.98 |
100 |
99.98 |
99.99 |
100 |
99.99 |
Total |
جدول 2- دادههای تجزیه اکسیدهای اصلی (برپایة درصدوزنی) و عنصرهای کمیاب (بر پایة ppm) به روش ICP برای سنگهای بررسیشده در باختر نوبران
Nephelinite |
Melilite- Nephelinite |
Rock Type |
||||||||||||
31 |
30 |
26 |
25 |
23 |
22 |
19 |
16 |
15 |
13 |
8 |
7 |
3 |
1 |
Sample No. |
41.41 |
40.19 |
37.23 |
38.4 |
35.45 |
37.69 |
36.74 |
38.20 |
39.21 |
38.99 |
36.29 |
39.57 |
38.54 |
39.49 |
SiO2 |
2.28 |
2.56 |
2.45 |
2.55 |
2.46 |
2.36 |
2.51 |
2.34 |
2.06 |
2.05 |
2.35 |
2.33 |
2.08 |
2.28 |
TiO2 |
11.05 |
11.10 |
9 |
9.29 |
9.52 |
9.74 |
9.17 |
9.48 |
9.78 |
9.70 |
8.99 |
9.88 |
9.72 |
10.16 |
Al2O3 |
3.78 |
3.06 |
3.95 |
4.05 |
3.96 |
3.86 |
4.01 |
3.84 |
3.56 |
3.55 |
3.85 |
4.11 |
3.58 |
3.78 |
Fe2O3 |
0.17 |
0.16 |
0.16 |
0.16 |
0.13 |
0.13 |
0.15 |
0.14 |
0.14 |
0.13 |
0.14 |
0.14 |
0.13 |
0.13 |
MnO |
11.23 |
11.65 |
12.67 |
13.30 |
10.62 |
11.19 |
13.06 |
12.39 |
11.16 |
11.22 |
12.90 |
10.86 |
10.76 |
11.29 |
MgO |
13.73 |
13.82 |
15.11 |
14.53 |
18.31 |
18.17 |
16.26 |
15.29 |
17.77 |
17.22 |
16.71 |
16.81 |
17.03 |
16.72 |
CaO |
4.07 |
2.56 |
2.59 |
2.85 |
3.81 |
3.47 |
3.02 |
3.96 |
3.74 |
3.27 |
2.26 |
3.40 |
3.18 |
3.14 |
Na2O |
0.68 |
0.83 |
2.07 |
1.80 |
2.17 |
1.87 |
1.56 |
1.58 |
1.36 |
1.08 |
1.10 |
3.25 |
2.29 |
1.89 |
K2O |
1.52 |
1.49 |
1.90 |
1.72 |
3.21 |
3.05 |
2.90 |
2.93 |
3.00 |
2.91 |
2.77 |
3.31 |
2.41 |
2.90 |
P2O5 |
3.39 |
4.51 |
5.30 |
4.30 |
4.01 |
3.13 |
4.30 |
3.68 |
2.96 |
3.58 |
5.94 |
1.86 |
4.90 |
2.62 |
LOI |
100.00 |
100.10 |
99.30 |
99.79 |
99.45 |
100.50 |
100.20 |
100.10 |
100.60 |
99.64 |
99.64 |
100.40 |
100.50 |
100.40 |
Sum |
0.67 |
0.28 |
2.69 |
1.20 |
2.68 |
1.75 |
1.69 |
1.42 |
1.06 |
0.87 |
2.64 |
0.21 |
1.68 |
0.52 |
CO2 |
4 |
3 |
4 |
4 |
4 |
4 |
4 |
4 |
4 |
4 |
4 |
5 |
4 |
5 |
Be |
19 |
19 |
18 |
20 |
15 |
16 |
17 |
16 |
16 |
15 |
16 |
16 |
15 |
15 |
Sc |
244 |
257 |
70 |
207 |
170 |
94 |
183 |
149 |
193 |
189 |
191 |
180 |
187 |
167 |
V |
350 |
380 |
270 |
450 |
320 |
340 |
450 |
280 |
300 |
320 |
380 |
270 |
290 |
360 |
Cr |
44 |
47 |
52 |
54 |
49 |
43 |
54 |
54 |
44 |
48 |
48 |
51 |
44 |
47 |
Co |
250 |
290 |
310 |
330 |
290 |
290 |
360 |
360 |
290 |
290 |
330 |
270 |
260 |
310 |
Ni |
50 |
50 |
90 |
70 |
100 |
90 |
80 |
90 |
80 |
80 |
70 |
90 |
80 |
90 |
Cu |
120 |
130 |
140 |
130 |
160 |
160 |
170 |
160 |
160 |
160 |
150 |
180 |
160 |
180 |
Zn |
20 |
20 |
17 |
19 |
22 |
21 |
21 |
22 |
21 |
21 |
21 |
22 |
22 |
22 |
Ga |
17 |
40 |
42 |
36 |
44 |
33 |
24 |
27 |
17 |
14 |
24 |
35 |
34 |
26 |
Rb |
2695 |
2157 |
1858 |
1926 |
2515 |
2692 |
2237 |
2375 |
3674 |
3656 |
2076 |
3891 |
3850 |
3673 |
Sr |
27 |
23 |
21 |
23 |
25 |
27 |
21 |
22 |
24 |
24 |
21 |
26 |
24 |
26 |
Y |
332 |
281 |
304 |
327 |
423 |
388 |
323 |
328 |
315 |
311 |
323 |
342 |
287 |
333 |
Zr |
59 |
55 |
70 |
77 |
69 |
60 |
73 |
70 |
59 |
60 |
68 |
63 |
53 |
60 |
Nb |
1.8 |
1.4 |
0.7 |
0.6 |
0.5 |
0.8 |
1.2 |
1 |
0.7 |
0.9 |
0.9 |
0.8 |
1 |
0.6 |
Cs |
2088 |
1474 |
2132 |
2462 |
2518 |
1937 |
1334 |
1252 |
1493 |
1509 |
1613 |
1888 |
1609 |
1462 |
Ba |
152 |
119 |
150 |
164 |
283 |
271 |
195 |
198 |
237 |
236 |
200 |
294 |
262 |
280 |
La |
294 |
239 |
287 |
316 |
534 |
503 |
376 |
386 |
458 |
454 |
383 |
550 |
484 |
526 |
Ce |
33.9 |
27.9 |
31.9 |
35.3 |
60.5 |
56.4 |
42.5 |
43.1 |
51.4 |
59 |
43.2 |
60.8 |
54.3 |
57.4 |
Pr |
123 |
104 |
113 |
123 |
217 |
204 |
150 |
151 |
180 |
182 |
150 |
213 |
191 |
202 |
Nd |
18.4 |
16 |
15.5 |
17 |
29.7 |
27.9 |
19.8 |
20.1 |
24 |
23.9 |
20.1 |
27.6 |
24.9 |
25.8 |
Sm |
4.87 |
4.16 |
3.83 |
4.23 |
7.09 |
6.99 |
4.85 |
4.95 |
5.83 |
5.55 |
4.93 |
6.54 |
5.91 |
6.1 |
Eu |
10.4 |
9.2 |
8.7 |
9.4 |
15 |
14.1 |
10.1 |
10.2 |
11.6 |
12.1 |
10.4 |
13.4 |
11.9 |
12.6 |
Gd |
1.3 |
1.1 |
1.1 |
1.1 |
1.6 |
1.5 |
1.1 |
1.1 |
1.3 |
1.3 |
1.2 |
1.4 |
1.2 |
1.3 |
Tb |
5.6 |
5.1 |
4.8 |
5 |
6.2 |
6.2 |
4.9 |
4.9 |
5.4 |
5.5 |
5 |
5.9 |
5.4 |
5.5 |
Dy |
0.9 |
0.8 |
0.8 |
0.9 |
0.9 |
0.9 |
0.8 |
0.7 |
0.9 |
0.9 |
0.8 |
0.9 |
0.8 |
0.9 |
Ho |
2.4 |
2.1 |
2.1 |
2.3 |
2.4 |
2.4 |
2.1 |
2 |
2.2 |
2.3 |
2.1 |
2.5 |
2.2 |
2.4 |
Er |
0.3 |
0.26 |
0.27 |
0.29 |
0.29 |
0.3 |
0.25 |
0.25 |
0.27 |
0.28 |
0.26 |
0.32 |
0.29 |
0.26 |
Tm |
1.7 |
1.5 |
1.4 |
1.6 |
1.4 |
1.5 |
1.4 |
1.3 |
1.5 |
1.6 |
1.5 |
1.7 |
1.5 |
1.6 |
Yb |
0.23 |
0.21 |
0.22 |
0.23 |
0.19 |
0.2 |
0.19 |
0.18 |
0.21 |
0.22 |
0.19 |
0.22 |
0.19 |
0.2 |
Lu |
3.5 |
3.1 |
4 |
4.3 |
3.6 |
3.3 |
3.8 |
3.7 |
2.9 |
3.1 |
4.4 |
3.4 |
3 |
3.1 |
Ta |
7 |
6.1 |
6.5 |
6.8 |
8.6 |
7.8 |
6.6 |
6.8 |
6.4 |
6.2 |
6.9 |
7.3 |
6.8 |
6.7 |
Hf |
23 |
18 |
19 |
17 |
40 |
38 |
22 |
37 |
30 |
21 |
16 |
33 |
21 |
32 |
Pb |
17.9 |
14.4 |
19 |
20.8 |
40.8 |
37.1 |
27.8 |
29 |
32.9 |
33.4 |
27.4 |
44.6 |
32.9 |
42.1 |
Th |
2.7 |
3.1 |
3.5 |
4.6 |
6.1 |
5.5 |
4.5 |
3.3 |
4.6 |
4.6 |
4 |
6.3 |
5.8 |
6.2 |
U |
74.8 |
71.7 |
78.1 |
77.6 |
76.6 |
77.4 |
78.1 |
77.9 |
77.1 |
77.2 |
78.5 |
78.6 |
78.4 |
77.1 |
Mg# |
زمینشناسی عمومی و صحرایی باختر نوبران
منطقة بررسیشده در باختر شهر نوبران در استان مرکزی جای گرفته است. از دیدگاه ساختاری، این منطقه در لبة باختری پهنة ساختاری ایران مرکزی و به فاصله اندک در شمال پهنة سنندج- سیرجان جای دارد (شکل 1). آتشفشانهای بررسیشده مشتمل بر 14 مخروط آتشفشانی جداگانه و کوچک با بزرگی 280×150 متر تا 2400 ×2500 مترمربعاند که در باختر نوبران فوران کردهاند (شکل 2).
واحدهای آتشفشانی یادشده حجم و ضخامت کمی دارند و با شیب ملایمی روی رسوبهای آواری کواترنر و گاه واحدهای سازند قم (شکل 2) جای گرفتهاند. همچنین، با رنگ تیره و مقاومتشان دربرابر فرسایش نسبت به سنگهای همبر، شناخته میشوند. بیشتر آتشفشانها بهصورت گدازه روانرو (شکلهای 3- A و 3- B) هستند و گاه نهشتههای آذرآواری دارند. ستبرای بیشتر واحدهای بیرونریخته 10 تا 30 متر است؛ اما گهگاه به 70 متر نیز میرسد (شکلهای 3- C و 3- D).
در دو مورد از آتشفشانهای ناحیه دخان که دربردارندة 9 آتشفشاناند، اسکوری نیز دیده میشود اکنون بهعنوان پوکة معدنی برداشت میشود (شکلهای 3- E و 3- F).
شکل 1- A) جایگاه منطقة نوبران در نقشة زمینشناسی ایران که با مربع آبی نشان داده شده است؛ B) نقشة پراکندگی آتشفشانهای جوان باختر نوبران (شمارههای روی شکل، دهانههای آتشفشانها را نشان میدهند؛ تصویر ماهوارهای از نرمافزار گوگلارث گرفته شده است)
شکل 2- جایگاه آتشفشانهای باختر نوبران در نقشة زمینشناسی یکصدهزارم نوبران (Khalatbari Jafari and Alaie Mahabadi, 1998) و رزن (Alaie Mahabadi and Fodazi, 2002)
شکل 3- تصویرهای صحرایی برخی آتشفشانهای باختر نوبران. A) دورنمایی از آتشفشان عدسیگونه شمارة 1 در منطقة دخان با بزرگی 800x800 متر و ضخامت بیشینة 37 متر (دید رو به شمال)؛ B) دامنة جنوبی آتشفشان شماره 1 در منطقة دخان که سه افق فورانی بهترتیب از پایین به بالا رخنمون دارند: افق اسکوری (یک تا دو متر)، افق گدازهای تیره (نزدیک به یک متر) و افق گدازهای حفرهدار (4 تا 6 متر). همچنین، در این تصویر رفتار گسل راستالغز راستگرد دیده میشود که گدازههای جوان را قطع کرده است (دید رو به شمالخاوری)؛ C) تصویر آتشفشان شماره 5 با بیشترین ضخامت فورانی در میان همة آتشفشانهای باختر نوبران به بلندای 70 متر در بیشینة ضخامت (دید رو به جنوب)؛ D) تصویر لبة باختری آتشفشان شماره 5 که دو افق گدازهای دیده میشود (دید رو به شمال)؛ E) تصویری از واحد اسکوری آتشفشان شماره 9 با ضخامت نزدیک به 50 متر در منطقة دخان بهعنوان پوکة معدنی برداشت میشود (دید رو به جنوبخاوری)؛ F) تصویر نزدیک از تناوب افقهای خاکستر و اسکوری در دهانة آتشفشان شماره 9 (مربعهای قرمز تصاویر با فاصله نزدیکتر شکلهای بزرگ هستند که در کنار آنها جای داده شده است)
مجموعه آتشفشانهای باختر نوبران از دیدگاه محل رخداد، در چهار منطقه روستایی دخان، فستق و چالفخره در نقشة یکصدهزارم نوبران (Khalatbari Jafari and Alaie Mahabadi, 1998) و روستای قزلحصار در نقشة یکصدهزارم رزن (Alaie Mahabadi and Fodazi, 2002) پراکندهاند (شکل 2). مهمترین مرکز رویداد این آتشفشانها در روستای دخان با 9 دهانة آتشفشان است که بهصورت خطی بهدرازای 9 کیلومتر و در راستای شمالی- جنوبی دیده میشود. دو آتشفشان اسکوریدار نیز در این بخش دیده میشوند. در راستای خط آتشفشانهای دخان و با فاصلة هفت کیلومتری شمال آن، در شمال روستای چال فخره، دو آتشفشان دیگر، و به فاصله 9 کیلومتری در خاور مجموعه دخان در روستای فستق یک آتشفشان دیگر فوران کردهاند. در فاصلة 34 کیلومتری جنوبباختری از آتشفشانهای دخان دو دهانة آتشفشان دیگر در روستای قزلحصار فوران کردهاند (شکل 1 و 2).
برپایة سن نسبی در مقایسه با سنگها و رسوبهای همبر، مجموعة آتشفشانی بررسیشده سن کواترنری نشان میدهد. این مجموعه روی تراسهای جوان آبرفتی، تراسهای قدیمی گراولی و در بخشی جنوبی دخان روی دو عضو سازند قم (شامل مارن و تناوب مارن و آهکنازک تا ضخیملایه) فوران کردهاند. هیچ آبرفت یا واحد دیگری روی این آتشفشانها دیده نمیشود. بهدنبال روانروی، گدازهها در هنگام فوران، بیشتر مناطق پست و درهای را پر کردهاند؛ اما اکنون بهدنبال فرسایش رسوبهای همجوار، آتشفشانها نزدیک به 20 تا 150 متر از سرزمینهای مجاور ارتفاع گرفتهاند.
سنگنگاری
سنگهای منطقه در نمونة دستی متراکم، سخت، دانه ریز با رنگ سبز تیره مایل به سیاه هستند. بیشتر این سنگها میکروفنوکریستهای الیوین، نفلین، پیروکسن، پلاژیوکلاز، بیوتیت، فلوگوپیت و کلسیت دارند. کانیهای فرعی در بیشتر این سنگها بسیار ریز هستند و دربردارندة فلدسپاتوئیدهایی مانند سودالیت و نوزآن در همراهی با آپاتیت، پروسکیت و کانیهای کدر (اکسیدهای Fe- Ti) در یک زمینه شیشهای هستند. بهعلت سرعت بالاآمدن و روانروی، سرعت تبلور بالا بوده و امکان پیدایش فنوکریستهای فراوان و یا تبلور بخش بزرگی از مذاب فراهم نبوده است. ازاینرو، بخش بزرگی از این سنگها بهصورت شیشه و کانیهای بیشتر ریزبلور است. بافت غالب در این سنگها هیالومیکروپورفیریک، میکرولتی، جریانی و حفرهدار است (شکل 4). این تنوع بافتی در نمونهها چهبسا پیامد تغییرات شرایط فیزیکی ماگما و تغییر ترکیب سیالهای سازنده در این سنگهاست (Bea et al., 1999). این سیالها شاید از گازهای متاسوماتیسمی پدیدآمده در پی ذوب کانیهای گوشته پدید میآیند و در ادامه جانشین کانیها میشوند (Bailey, 1987).
الیوینها گاه حاشیة ایدینگزیتی و اوپاسیته دارند (شکل 4- A). الیوینهایی که از آهن (فایالیت) غنیشدگی بیشتری دارند، بیشتر با ایدینگزیت جایگزین میشوند (Deer et al., 1991).
شکل 4- تصویرهای سنگنگاری سنگهای الیوین نفلینیت کربناتی باختر نوبران. A) میکروفنوکریست الیوین با حاشیة ایدینگزینی در خمیرة شیشهای؛ B) کانی شکلدار کلینوپیروکسن با هستة تحلیلرفته؛ C) کانی شکلدار ورقهای بیوتیت با میانبارهایی از کانیهای کدر؛ D) کانی بیشکل کلسیت همراه با میکرولیت پلاژیوکلاز، کلینوپیروکسن و الیوین در زمینة شیشهای؛ E) کانیهای شکلدار کلینوپیروکسن درون کانی پلاژیوکلاز کلسیک؛ F) کانی نفلین در همراهی کلینوپیروکسن، فلوگوپیت و الیوین (طول همة تصویرها نزدیک به دو میلیمتر است. نام اختصاری کانیها برپایة Whitney و Evans (2010) است)؛ G) کانی کلسیت با بیوتیت و کلینوپیروکسن در تعادل دیده میشوند؛ H) کلسیت در میان کانیهای کلینوپیروکسن و بیوتیت بهصورت بافت اینترسرتال
شکل 4- ادامه
کلینوپیروکسنها با زاویه خاموشی میانگین °45 و بیشتر از نوع کلینوپیروکسن هستند. این کانی با اندازههای مختلف از درشتبلور (نزدیک به 2 میلیمتر) تا ریزبلور (بهصورت میکرولیت و پراکنده در زمینه) دیده میشود. همچنین، 15 درصدحجمی سنگ را دربر گرفته است و گاه منطقهبندی نیز نشان میدهد (شکل 4- B). اگر منطقهبندی در بلورهای کلینوپیروکسن همراه با دیگر ویژگیهای بافتهای غیرتعادلی باشد، نشانهای از آمیختگی ماگمایی دانسته میشود (Marsh, 1998). تغییرات فوگاسیتة اکسیژن (Moretti, 2005) و نیز ورود پالس ماگماهای جدید مافیکتر نیز چهبسا چنین ساختاری را پدید آورند.
بیوتیت بهندرت (فلوگوپیتها) چندرنگی مشخصی از زرد مایل به قهوهای تا سبز نشان میدهند. این کانی بهصورت بلورهای جداگانه (شکل 4- C) و یک کانی واکنشی در حاشیة الیوین و کلینوپیروکسنها دیده میشود. بلورهای جداگانة بیوتیت میانبارهای فراوانی از کانیهای کلینوپیروکسن، کانیهای کدر و همچنین، فلدسپاتوئیدها را دربر دارد که شاید پیامد اکسیدشدگی بیوتیت باشند و گاه این فرایند تا اندازهای پیشرفت کرده است که نشانی از بیوتیت بهجای نمانده است.
نکتة مهم در این سنگها داشتن کلسیت است که در تعامل با دیگر کانیها (مانند: پلاژیوکلاز) دیده میشود (شکل 4- D). گاه در حاشیه با کانیهای ریز پیروکسن و آمفیبول در حال واکنش است. افزونبر حاشیة واکنشی، خوردگی خلیجی از ویژگیهای برجسته کانی کلسیت در این سنگهاست (شکل 4- D).
کانی پلاژیوکلاز با فراوانی بسیار کم (نزدیک به 5 درصدحجمی) بیشتر بهصورت نیمهشکلدار در زمینة سنگ دیده میشود و میانبارهایی از کانیهای دیگر (مانند: پیروکسن و اکسیدهای آهن) دارد (شکل 4- E).
فلدسپاتوئیدها نیز شامل نفلین، سودالیت، نوزآن و پرووسکیت هستند؛ اما تنها نفلین بهصورت فنوکریست دیده میشود و دیگر کانیها بسیار ریزدانه در زمینة سنگ و در پیرامون بلورهای الیوین و کلینوپیروکسن دیده میشوند (شکل 4- F). تلاش برای یافتن کانی ملیلیت در این بررسی بینتیجه بود؛ اما در بررسی Esfahani Nejad (1998) برپایة دادههای SEM گزارش شده است. همچنین، ازآنجاییکه بخش بزرگی از سنگهای منطقه بهصورت شیشه و ریزبلور هستند، کانی لوسیت تنها در محاسبة نورم (CIPW) دیده میشود.
شیمی کانیها
ازآنجاییکه بخش بزرگی از سنگهای آتشفشانی باختر نوبران شیشه است و بخش کمی از کل سنگ متبلور شده است، برای شناسایی بهتر کانیها، تجزیة نقطهای از شماری از کانیهای متبلور و مورد بحث انجام شد. بیش از 500 نقطه از کانیهای گوناگون در سنگهای بررسیشده تجزیة نقطهای شدند؛ اما در اینجا شمار 17 نقطه از نقطههای تجزیهای برگزیده، برای شناسایی نوع کانیها و پیدایش آنها آورده شدهاند (جدول 1). هدف اصلی این تجزیههای نقطهای، شناخت چگونگی پیدایش و محل پیدایش کلسیت آنها (ماگمایی یا ثانویه بودن) و شناسایی کانیهای ویژة سنگهای زیراشباع آلکالن (مانند: کلسیت، نفلین، سودالیت، آپاتیت و پرووسکیت) است که بیشتر بهصورت کانیهای ریز در زمینة سنگ دیده میشوند.
کلسیت: بر پایة دادههای بهدستآمده، در نمونههای کربناتی تجزیهشده، میزان CaO برابربا 21/77- 47/89 درصدوزنی، MgO برابربا 14/0- 35/2 درصدوزنی و SrO برابربا 3/1- 82/2 درصدوزنی است. همچنین، میزان فسفر در نمونهها برابربا 96/0 تا 68/2 است. این عنصر در بلورهای نهانبلور زمینة کربناتیتها معمول است (Stoppa and Woolley, 1997). ترکیب شیمیایی کانیهای کربناته در نمودار سهتایی CaCO3-MgCO3-FeCO3، در محدودة کلسیت جای میگیرد (شکل 5- A). همچنین، برای پیبردن به سرشت کلسیتهای بررسیشده، نمودار مولار FeO% دربرابر مولار MnO% ب شدهکار برده شد. برپایة این نمودار، ترکیب نمونهها افزونبر سرشت کربناتیتی، خاستگاه گوشتهای نیز نشان میدهند (شکل 5- B). برپایة بررسیهای سنسنجی Vosighi Abedini (1981) به روش ایزوتوپی 87Sr/86Sr، خاستگاه کربناتهایِ این سنگها رسوبی دانسته شده است. از سوی دیگر، بیشکلبودن کانی کلسیت در برخی نمونهها، پیدایش در حفرهها بهصورت ثانویه را تداعی میکند. با وجود این ویژگیهای بافتی، در برخی نمونهها، تبلور همزمان کلسیت با پلاژیوکلاز و آمفیبول دیده میشود. از سوی دیگر، این آتشفشانها سن کواترنری دارند و هیچ واحد دیگری روی این سنگها جای نگرفته است که کلسیت بهصورت ثانویه از آن خاستگاه گرفته باشد. همراهی کلسیت با کانی آپاتیت و دیگر کانیهای آذرین نیز نشانة خاستگاه ماگمایی آن است (Jahangiri and Moayyed, 2007). همچنین، ترکیب شیمی کانی کلسیت تبلور کلسیت در گوشته را نشان میدهد. شناخت خاستگاه رسوبی برپایة دادههای ایزوتوپی شاید برپایة دو نکته باشد: (1) متاسوماتیسم ماگما با کربناتهای پوستهای؛ (2) تأثیر مؤلفه کربناتی رسوبهای فرورانشی. در هر دو صورت استرانسیم در کلسیتها خاستگاه رسوبی را نشان میدهد.
شکل 5- A) ترکیب کانیهای کربناته در نمودار سهتایی CaCO3-MgCO3-FeCO3 (Corrigan and Harvey, 2004)؛ B) سرشت کلسیتها در نمودار مولار FeO% دربرابر مولار MnO% (Aird and Boudreau, 2013)
آپاتیت: این کانی بیشتر بهصورت میکرولیت و ریزبلور در متن مقاطع دیده میشود. ترکیب دقیق کانی آپاتیت برپایة کاربرد تجزیة نقطهای در جدول 1 آورده شده است. در آپاتیتهای بررسیشده مقدار کلر از ppm 2000 تا 7000 تغییر میکند. نکته مهم، بالابودن میزان Sr در این آپاتیتها است که با آپاتیتهای وابسته به ذخایر کربناتیتی (با بیشتر از ppm 2000) قابلمقایسه است و شاید نشانهای از وابستگی این کانیها به یک ماگمای کربناتیتی دانسته شود (Belousova et al., 2002). آپاتیتهای درون سنگهای آذرین کربناتیتی ویژگیهایی مانند Mn≤1000 ppm و Sr>2000 ppm دارند (Le Bas and Handley, 1979). میانگین مقدارهای Sr و Mn در آپاتیتهای بررسیشده بهترتیب برابربا 2400 و250 ppm است و وابستگی این کانی با سنگهای کربناتیتی بررسیشده را نشان میدهند. در شکل 6 نیز نمونههای آپاتیتی در محدوده کربناتیتی جای گرفته و با نمونههایی از شمالباختری نامبیا (Drüppel et al., 2005) مقایسه شدهاند و نسبت به آنها میزان کمتری عنصرهای Mn و Sr دارند.
شکل 6- کانی آپاتیت باختر نوبران در نمودار درصدوزنی Mn دربرابر Sr (Hogarth, 1989)
نفلین: دادههای تجزیة نقطهای نفلینها در جدول 1 آورده شدهاند. این کانی بهصورت بسیار ریز در متن مقاطع دیده میشود و پهنههای خاکستری رنگی را پدید آوردهاند. دادههای بهدستآمده، تفاوت ترکیبی آشکاری نشان نمیدهند، بلکه در همة موارد این کانی از K سرشار است و ترکیب نزدیک به Ne73Ks27 دارد.
سودالیت: این کانی با رنگ ارغوانی مایل به قهوهای خاص خود در نور طبیعی و ویژگی ایزوتروپی در نور پلاریزه، از دیگر کانیهای مشخص هستند. کانیهای گروه سودالیت با فرمول عمومیِ:
(Na,Ca)4-8(Al6Si6O24)(SO4,OH,S,Cl)2
از گروه فلدسپاتوئیدهای با مواد فرار هستند که برپایة نوع این مواد (SO4، OH، S یا Cl) از هم تفکیک میشوند. برپایة حضور مقدارهای کمابیش ثابتی از دو بخش فرار S و Cl در همة نمونهها، کانی مورد بحث، «لازوریت» با فرمول:
(Fe3+Ti,Al)6Si6O24(S,Cl)2(Na,Ca)4-8
بهشمار میرود (جدول 1).
پرووسکیت: این کانی در مقاطع معمولاً بیرنگ، با سایة رنگ قهوهای و بهصورت کانی فرعی و ریز دانه در سنگهای منطقه یافت میشود. این کانی در سنگهای قلیایی زیراشباع (مانند: کیمبرلیتها، ملیلیتیتها و سنگهای کربناتیتی) شایع است (جدول 1).
نتایج و بحث
الف- زمینشیمی
دادههای تجزیه شیمیایی سنگ کل گدازههای آتشفشانی بررسیشده در جدول 1 آورده شدهاند. میزان سیلیس نمونهها برابربا 29/36 تا 36/41 درصدوزنی است و ازاینرو، در گروه زیراشباع از سیلیس یا الترابازیک (wt% 45SiO2<) جای میگیرند. میزان LOI نمونهها نزدیک به 6/2 تا 94/5 درصدوزنی است و این پدید پیامد فراوانی ندولهای غنی از کربنات و کانیهای آبدار (مانند: بیوتیت و آمفیبول) است.
در نمودار ردهبندی TAS که برپایة مقدار سیلیس و مجموع آلکالیهاست، سنگهای بررسیشده در محدودههای فوییدیتها جای میگیرند (شکل 7- A). برپایة مقدار کانیهای اصلی آنها که نفلین و ملیلیت نورماتیو هستند، این سنگها نفلینیتملیلیت بهشمار میروند (شکل 7- B). برپایة این ردهبندی، نمونههای بررسیشده با داشتن ضریب رنگینی بالا 60 CI>، ملانفلینیت نیز نامگذاری میشوند؛ مگر یک نمونه که میزان آلبیت ab<5% و نفلین نورماتیو ne<20% دارد. همچنین، ازآنجاییکه نمونهها کانی الیوین (شکل 7- C) و میزان بالای CaO (13 تا 18 درصدوزنی) (شکل 7- D) دارند، بهطور دقیقتر الیویننفلینملیلیتکربناتدار نیز شمرده میشوند (Woolley et al., 1996; Brooker and Kjarsgaard, 2011). بررسیهای سنگشناسی تجربی نشان دادهاند که پریدوتیتهای کربناتدار مذابهایی با سیلیس کم و مقدارهای بالای CaO و MgO پدید میآورند (Hammouda and Keshav, 2015). مقدارهای بالای MgO (10تا 13 درصدوزنی)، نیکل (ppm 250- 330) و کروم (ppm270- 450) نشان میدهند ماگمای پدیدآمده در این منطقه از گوشته جدا شده است (Hess, 1989). مقدار بالای CaO نیز چهبسا پیامد حضور کربنات در خاستگاه گوشتهای باشد (Çoban et al., 2009).
برپایة نمودار SiO2 دربرابر K2O+Na2O، سنگهای ولکانیک باختر نوبران سرشت آلکالن دارند (شکل 7- E) و در نمودار نسبت SiO2 دربرابر K2O/Na2O نیز نمونهها مقدار K2O/Na2O کمتر از یک دارند و در محدودة قلیایی سدیک جای میگیرند (شکلهای 7- E و 7- F).
شکل 7- نمایش جایگاه نمونههای نوبران در: A) نمودار ردهبندی TAS یا SiO2 دربرابر K2O+Na2O (Le Bas et al., 1989)؛ B) نمودار اکسیدهای K2O+Na2O+CaO دربرابر SiO2+Al2O3 (Le Bas et al., 1989)؛ C) جایگاه نمونههای منطقة در نمودار سهتایی S-CA-M (M=FeO+MnO+MgO؛ CA=CaO+Al2O3+Fe2O3+3Na2O+K2O+1/3P2O5؛ S=SiO2-2Na2O+4K2O (BVSP, 1981)؛ D) نمودار سهتایی SNAC یا SiO2–Na2O–Al2O3–CaO–CO2 (Brooker and Kjarsgaard, 2011)؛ E) نمودار شناسایی سری ماگمایی (Irvine and Baragar, 1971)؛ F) نمودار SiO2 دربرابر K2O/Na2O (Cebriá and López-Ruiz, 1995; Wilson and Patterson, 2001)
فراوانى عنصرهای خاکی کمیاب نمونههاى باختر نوبران در نمودار بهنجارشده به ترکیب گوشتة اولیه (Sun and McDonough, 1989)، نشان میدهد نمونهها از LREE بهسوی HREE تهیشدگی نشان میدهند (شکل 8- A). نمونههای رسمشده از گدازههای کربناتیتی ترکیه (Caran, 2016)، اوگاندا (Stoppa and Schiazza, 2013) و ایتالیا (Stoppa and Woolley, 1997) نیز در نمودار عنصرهای خاکی کمیاب (REE) همانند نمونههای بررسیشده باختر نوبران، الگوی هموار و میزان بالای نسبت [La/Yb]N دارند. مقدارهای بالای LREE و میزان کم HREE و LREEs/HREEs، حضور گوشته و خاستگاه گوشتهای گارنتدار را نشان میدهند. همچنین، غنیشدگی LREE دربرابر HREE از ویژگیهای سازگار با ماگماهای آلکالن پدیدآمده در جایگاههای درونصفحهای است (Ali and Ntaflos, 2011). شباهت بسیار میان نمونهها چهبسا نشاندهندة خاستگاه و سیر تحول ماگمایی مشابه برای مناطق بررسیشده است. فراوانی بالای عنصر Sr (بیشتر از ppm 300) هم چهبسا نشاندهندة ذوب پلاژیوکلاز یا جدایشی تفریقی این کانی در مذاب بجامانده است. نسبت Eu/Eu* در سنگهای بررسیشده برابربا 4/1 تا 7/2 است و گویای اینست که پلاژیوکلاز فاز بجامانده در تفاله و خاستگاه نبوده است. این نکته با گوشتة اسپینللرزولیتی همخوانی دارد. نبود آنومالی منفی عنصر Eu نشاندهندة ویژگیهای بازالت درونصفحهای است (Yang et al., 2009). در الگوی عنصرهای کمیاب بهنجار شده دربرابر ترکیب گوشتة اولیه (شکل 8- B)، آنومالی منفی Ti و Nb چهبسا پیامد رفتار فرایندهاى مختلف حاکم بر ماگماتیسم کمانهاى آتشفشانى مرتبط با فرورانش است (Tchameni et al., 2006). در پهنههای فرورانش، فوگاسیتة O2 بالاست و در فوگاسیتة بالای O2 دمای بالا برای ذوب کانیهای Ti دار نیاز است و بهعلت فراهمنشدن شرایط ویژة دمایی، این عنصر در فازهای تیتانیمدار بهجای مانده است و ناهنجاری منفی نشان میدهد (Edward et al., 1994). ناهنجاری منفی Nb چهبسا ویژگیِ سنگهای قارهای و نشاندهندة مشارکت پوستهای در فرایندهای ماگمایی باشد (Reichow et al., 2005). در خاستگاه ماگمایی که در پی فرایند فرورانش، متاسوماتیسمشده باشد، بیشتر مقدار Th دربرابر Ta افزایش مییابد (Aldanmaz et al., 2000).
این نسبت در سنگهای منطقه بالاست (5/4 تا 15) و تغییر ترکیب گوشتة سازندة ماگما با فرایند متاسوماتیسم را نشان میدهد. میزان کم HREEها نسبت به LREEها شاید پیامد درجة کم ذوببخشی خاستگاه گوشتهای (Srivastava and Singh, 2004)، بجاماندن گارنت در سنگ خاستگاه (Clague and Frey, 1982; Rollinson, 1993) و بالابودن نسبت CO2/H2O (Aldanmaz et al., 2000) است. بالابودن نسبت LREE/HREE نشاندهندة ژرفای بسیار پیدایش ماگما یا همان خاستگاه گارنت لرزولیت است. همچنین، تهیشدگی نسبی HF، Ti و Zr نسبت به LREE به دگرنهادی با آبگونهای کربناتی نسبت داده شده است (Rudnick et al., 1993). نبود ناهنجاری منفی HFSE نشان میدهد نمونههای بررسیشده، ویژگیهای ماگماهای کمانی را ندارند و پیامد تبلور ماگمای جداشده از خاستگاه گوشتهای غنیشده زیر سنگکرة قارهای هستند (Ghasemi et al., 2011).
شکل 8- A) الگوی عنصرهای کمیاب خاکی بهنجارشده به ترکیب کندریت در گدازههای باختر نوبران (Sun and McDonough, 1989)؛ B) الگوی عنصرهای کمیاب بهنجارشده به ترکیب گوشتة اولیه (Sun and McDonough, 1989) (نمونههای کربناتیتی ترکیه (Caran, 2016)، اوگاندا (Stoppa and Schiazza, 2013) و ایتالیا (Stoppa and Woolley, 1997) برای مقایسه آورده شدهاند)
ناسازگاری عنصرهای LILE و LREE نسبت به کانیهای عادی گوشته (الیوین، پیروکسن، اسپینل و گارنت) و غنیشدگی ماگمای منطقه نسبت به عنصرهای یادشده شاید گویای این نکته باشد که درصد کم ذوببخشی، غنیشدگی مذاب پدیدآمده و تهیشدن گوشته از عنصرهای یادشده را به دنبال دارد. به باور Wayer و همکاران (2003)، این تهیشدگی و غنیشدگیها شاید نشاندهندة گذر ماگمای سازنده این سنگها از پوستة قارهای ضخیم باشد که بههمراه نفوذ سیالهای پوستهای به درون ماگما و یا هضم مواد پوستهای با ماگمای سازنده، نمونههای دچار این ناهنجاریها شدهاند. نمونههای جوان ترکیه (Caran, 2016)، اوگاندا (Stoppa and Schiazza, 2013) و ایتالیا (Stoppa and Woolley, 1997) در نمودار عنصرهای کمیاب شباهت چشمگیری را با نمونههای بررسیشده نشان میدهند و آنومالی تهیشدهتر Ti در نمونة مربوط به ترکیه نیز درجة ذوببخشی بیشتر ماگمای سازندة آنها را نشان میدهد (Edward et al, 1994).
ب- پیدایش و خاستگاه زمینساختی ماگمای باختر نوبران
ازآنجاییکه عنصرهای با شدت میدان بالا (مانند: Zr، Nb، Y و Ti) در سیالهای آبی تا اندازهای نامتحرک هستند و در شرایط گرمابی، هوازدگی و دگرگونی درجه بالا پایدار هستند، این عنصرها کاربرد گستردهای در تفسیر نمودارهای ژئودینامیکی دارند. نمودار Y دربرابر Zr (Abu-Hamatteh, 2005) و نمودار TiO2 دربرابر Fe2O3T (Li et al., 2014) برای شناخت میزان غنیشدگی یا تهیشدگی خاستگاه سنگهای بررسیشده بهکار برده شدند. بر این پایه، ماگمای مادر نمونههای الیوین نفلینیت ملیلیتی باختر نوبران از یک گوشتة غنیشده پریدوتیتی ریشه گرفتهاند (شکلهای 9- A و 9- B).
شکل 9- جایگاه نمونههای باختر نوبران در: A) نمودار Zr دربرابر Y (Abu-Hamatteh, 2005)؛ B) نمودار Fe2O3T دربرابر TiO2 (Li et al., 2014)؛ C) نمودار NbN دربرابر ThN (Pearce et al, 1984)؛ D) نمودار Ti/Zr دربرابر Y/Zr (Pearce and Norry, 1979)
در نمونههای بررسیشده باختر نوبران مقدار نسبت Ba/La برابربا 5 تا 15 است و همانند بازالتهای درونصفحهای با نسبت Ba/La 10 تا 15(Wood, 1980) است. مقدار نسبت Ba/Nb، در ولکانیکهای وابسته به مرز فعال قارهای بالاتر از 28 است (Kurkcuoglu, 2010). مقدار نسبت یادشده در کمانهای آتشفشانی بیشتر از پهنههای کششی و پهنههای پشتکمان است (Macdonald et al., 2001). میانگین نسبت Ba/Nb برای سنگهای کربناتی باختر نوبران برابربا 25 است و نشاندهندة خاستگاه پهنههای کششی درونصفحهای قارهای است. برپایة تحرک بسیار کم عنصرهای Zr، Y و Nb در درجة بالای دگرسانی (Prytulak and Elliott, 2007) از نسبت این عنصرها چهبسا برای شناخت رژیم زمینساختی بهره گرفته میشود (Pearce and Norry, 1979). نمودار NbN دربرابر ThN (شکل 9- C) و نمودار دوتایی Zr/Y دربرابر Ti/Y (Pearce and Norry, 1979) (شکل 9- D)، جایگاه پیدایش ماگمای سازندة نمونههای بررسی شده از نوع آلکالیبازالتهای کششی درونصفحهای است.
مشابهت و الگوى موازى REE درسنگهاى یادشده ویژگیهای زمینشیمیایى همانند سنگ خاستگاه را نشان میدهند. گمان میرود این سنگها کمابیش محصول ذوببخشی و یا جدایش اندک ماگمای تحولیافته بازالتی جداشده از گوشته باشند؛ بهگونهایکه مقدار Mg# در سنگهای بررسیشده برابربا 7/71 تا 6/78 درصد است و یک ماگمای کمتر تحولیافته بهشمار میرود (Green and Harry, 1999). همچنین، نشاندهندة نقش اجزای گوشته در پیدایش آنهاست. امروزه باور بر اینست که ماگماهای آلکالن درونقارهای شاید با ذوببخشی گوشتة متاسوماتیسم شده غنی از LREE و LILE پدید آمده باشند (Upadhyay et al., 2006).
برای شناسایی محیطهای زمینساختی مرتبط با فرورانش و محیطهای همراه با کشش قارهای و دور از فرورانش، نسبت تغییرات Zr-Nb سنگهای آلکالن بهکار برده میشود. مقدار بالای این عنصرها ویژگیِ سنگهای آلکالن دور از فرورانش است و بیشتر، ویژگیهای محیطهای زمینساختی مرتبط با کشش را نشان میدهد (extension- related) (Thompson and Fowler, 1986). با درنظرگرفتن نسبتهای یادشده و درنظرگرفتن مقدارهای میانگین در سنگهای باختر نوبران (ppm 281-423 =Zr و ppm 60 Nb>) محیطی مرتبط با کشش درونصفحهای دور از فرورانش را برای این سنگها درنظر گرفته میشود.
پ- عوامل مؤثر در تحول ماگمای باختر نوبران
ماگما در هنگام تکامل و بالاآمدن دستخوش فرایندهای گوناگونی میشود. این فرایندها (مانند: جدایش بلورین، آمیزش ماگمایی، هضم، آلایش و آغشتگی) هریک چهبسا مسیر خاصی را در روند تحول پدید میآورند. ویژگیهای زمینشیمیایی (مانند:غنیشدگی LREEها نسبت به HREEها، بههمراه غنیشدگی LILE و ناهنجاری منفی Nb، Ti و P در روند تغییرات عنصرهای کمیاب) نشاندهندة وابستگی آنها به پهنههای فرورانش (Marchev et al., 2004; Asiabanha et al. 2012) و خاستگاهگرفتن ماگمای سازندة آنها از گوشتة سنگکرهای غنیشده است (Helvacı et al., 2009). فلوگوپیت و آمفیبول خاستگاه اصلیِ عنصرهای LILE در گوشتة سنگکرهای هستند. در مقایسه با آمفیبول، ضریب توزیع فلوگوپیت نسبت به Rb و Ba بیشتر است؛ اما ضریب توزیع کمی برای Sr دارد. همچنین، نسبت Nb/Th نشانهای از سازگاری عنصر Nb در ترکیب آمفیبول دربرابر فلوگوپیت است (Ionov et al., 1997). Nb تحرک کمی هنگام دگرسانی دارد از این رو، این نسبت برای بررسی نوع فاز پتاسیمدار در خاستگاه بسیار سودمند است. بر این پایه و همانگونهکه در شکل 10- A دیده میشود، ماگمای اولیه از گوشتهای فلوگوپیتدار خاستگاه گرفته است.
نسبت Sr/Y بیشتر با فراوانی نسبی گارنت، آمفیبول و پلاژیوکلاز در فاز بجامانده کنترل میشود؛ بهگونهایکه میزان بالای گارنت و مقدار کم آمفیبول و پلاژیوکلاز در فاز بجامانده پیدایش نسبت بالا Sr/Y در مذاب را بهدنبال دارد. از سوی دیگر، در ماگمای پدیدآمده از ذوببخشی سنگ خاستگاه گوشتهای گارنتدار مقدارهای Lu/Hf از 1/0 کمتر است (Regelous et al., 2003). مقدار این نسبت در گدازههای باختر نوبران برابربا 02/0 تا 04/0 درصد است و نشاندهندة خاستگاه پریدوتیت گارنتدار ماگمای بررسیشده است. Smith و همکاران (1999) پیشنهاد کردند که ازآنجاییکه عنصرهای HFSE (مانند: Nb و Ta) در گوشتة سنگکرهای نسبت به LREEs تهیشده هستند؛ ازاینرو، نسبت بالای Nb/La (<~ 1) نشاندهندة خاستگاه سستکرهای مانند بازالت جزیرههای اقیانوسی (OIB) و نسبت کم Nb/La (0.5>~) نشاندهندة خاستگاه گوشتة سنگکرهای است. دامنة نسبت Nb/La در سنگهای بررسیشده از یک کمتر است و نشاندهندة خاستگاه گوشتة سنگکرهای برای ماگمای مادر آنهاست (شکل 10- B). به گفتة Wilson و همکاران (1995)، الیوینمیلیلیتها ویژگیهای مشابه ذوببخشی نخستینِ لایههای مرزی حرارتی در بخش پایین سنگکره را نشان میدهند. فرایندهای ذوببخشی بهشدت فراوانی عنصرهای ناسازگار را کنترل میکنند (Pearce and Peate, 1995). در نمودار Nb/Zr دربرابر Y، نمونهها در راستای روند ذوببخشی جای دارند و این روند را نشان میدهند (شکل 10- C). در نمودار Rb/Zr دربرابر K2O/Na2O نیز نمونهها در امتداد روند (AFC) جای میگیرند و روند تبلور و آلایش را به خوبی نشان میدهند (شکل 8- D). عنصرهای Th و Ta دو عنصر کلیدی برای شناسایی فرایندهایی هستند که بر گوشته اثر میگذارند. Th در پهنههای فرورانش متحرکتر است و در بخش گوة گوشتهای، در بالای پهنه فرورانشی، غنیشدگی دارد. از این رو، ماگمای برآمده از گوة گوشتهای از Th غنی و از Ta و Nb تهی است (Xia et al., 2008). در نمودار Ta/Yb دربرابر Th/Yb همة سنگهای بررسی شده روند متاسوماتیسم گوشتهای نشان میدهند (شکل 10- E)؛ اما ازآنجاییکه نسبت Th/Yb در این نمونهها بالاست، خاستگاه آنها گوشتهای غنیشده درونصفحهای دانسته میشود (Temel et al., 1998) (شکل 10- F) که چهبسا دچار آلودگی با پوسته بالایی شده است. بررسیهای تجربی نشان دادهاند که Mg# شاخص خوبی برای شناخت مذابهای خاستگاهگرفته از پوسته یا گوشته است. مذابهای خاستگاهگرفته از پوستة زیرین بازالتی، جدای از درجة ذوببخشی با Mg# کم (40>) شناخته میشود؛ اما مذابهای با 40Mg#> تنها با مشارکت اجزاء گوشته پدید میآیند (Geng et al., 2009). مقدار عدد منیزیم در گدازههای بررسیشده برابربا 8/72 تا 4/76 درصد است و نشاندهندة نقش اجزاء گوشتهای در پیدایش آنهاست.
شکل 10- جایگاه گدازههای آتشفشانی باختر نوبران در نمودارهای دوتاییِ: A) Nb/Th دربرابر Rb/Sr (Furman and Graham, 1999)؛ B) La/Yb دربرابر Nb/La (Abdel-Fattah and Philip, 2004)؛ C) نمودار Nb/Zr دربرابر Y (Stacey and Wade, 2016)؛ D) Rb/Zr دربرابر K2O/Na2O (Esperanca et al., 1992)؛ E) Ta/Yb دربرابر Th/Yb (Helvacı et al., 2009; Pearce, 1983)؛ F) نمودار Nb/Rb دربرابر Rb/Y (Temel et al., 1998)
ت- درصد ذوببخشی و ژرفای خاستگاه ماگما
برپایة ویژگیهای عنصرهای خاکی کمیاب درصد ذوببخشی ارزیابی و بررسی میشود. به باور Shaw و همکاران (2003)، عنصرهای خاکی کمیاب یا نسبتهای آنها (مانند: La/Yb و Sm/Yb) برای شناخت ترکیب گوشتة بالایی، کانیشناسی و ژرفای پیدایش مذاب بهکار میروند؛ زیرا این عنصرها ضریب جدایش متفاوتی برای اسپینل و گارنت دارند. در نمودار Sm دربرابر Sm/Yb و نمودار Yb دربرابر La/Yb، نمونههای بررسی شده در محدودة گوشتة اولیه لرزولیتی با فاز گارنتدار و ذوببخشی 1/0 تا 3 درصد جای میگیرند (شکلهای 11- A و 11- B). درجة کم ذوببخشی (کمتر از 10 درصد) چهبسا به پیدایش ماگمای بازالتی آلکالن میانجامد (Wass and Roger, 1980). گارنتداربودن خاستگاه گوشتهای نسبت Sm/Yb در مذاب را میافزاید. Coban (2007) نسبت 5/2 =Sm/Yb را مرز شناسایی بود یا نبود گارنت در خاستگاه دانسته است؛ بهگونهایکه Sm/Yb بیشتر از 5/2 نشاندهندة خاستگاه گارنتدار است. در نمونههای بررسیشده باختر نوبران این مقدار برابربا 10- 19 بهدست آمده است. این مقدار نشاندهندة گارنتداربودن سنگ خاستگاه نمونههاست. به باور Ellam و Cox (1991)، پهنة انتقال از اسپینللرزولیت به گارنتلرزولیت در ژرفای 60 تا 80 کیلومتری است. به باور برخی دیگر، این پهنه در ژرفای 70 تا 80 کیلومتری گوشتة بالایی است (Frey et al., 1991). ازآنجاییکه شکلهای 11- A و 11- B نشاندهندة گارنتداربودن و نبود اسپینل در خاستگاه سنگهای منطقه است، شاید کمترین ژرفای خاستگاه ماگمای سازنده این سنگها ژرفای با میانگین 70 کیلومتر باشد که با گوشتة سنگکرهای زیر قارهای نیز همخوانی دارد (Smith et al., 1999). برپایة الگوی پیشنهادیِ Wedepohl (1987)، ماگما الیوین نفلینیت/ ملیلیت با ذوببخشی در ژرفایی مشابه 90 کیلومتری ساخته شده است.
شکل 11- جایگاه نمونههای آتشفشانی بررسیشده باختر نوبران در: A) نمودار Sm دربرابر Sm/Yb (Alici Sen et al., 2004)؛ B) نمودار Yb دربرابر La/Yb (Nédli and Tóth, 2007)
ث- متاسوماتیسم کربناتیتی (سیال سرشار از CO2یا ماگماهای کربناته؟)
بسیاری از پژوهشگران وابستگی سنگهای برونبوم گوشتهای با ترکیب شیشه سیلیکاتی- کربناتیتی را در ارتباط با اختلاطناپذیری آبگون سیلیکاتی و کربناتیتی توجیه کردهاند (Panina, 2005; Sokolov, 2007; Guzmics et al., 2012; Mikhno and Korsakov, 2015). پیدایش سنگهای برونبوم کربناتیتی و سنگهای آتشفشانی کربناتدار در کمانهای ماگمایی وابسته به فرایندهای پایانی فرورانش، کمانهای پس از برخورد، فرایند آبزدایی صفحة اقیانوسی فرورونده، آزادشدن سیالهایی مانند H2O و CO2 در گذر از رخساره آمفیبولیتی به اکلوژیتی، سیالهای سیلیکاتی اسیدی پدیدآمده از ذوب صفحة فرورونده و مواد فرار بالا آماده نسبت داده شده است (Poli, 1993; Bühn and Trumbull, 2003; Perchuk et al., 2013). این شارهها و یا سیالهای اسیدی در برخورد با گوشتة پریدوتیتی گوشته را دگرنهادی کردهاند و ذوببخشی گوشتة غنیشده با نرخ بسیار اندک، سیالهای کربناتیتی را پدید آورده است (Chazoti et al., 2003). دو الگوی سنگزایی برای پیدایش سنگهای کربناتیتی پیشنهاد شده است: برپایة نخستین الگو، کربناتیتها فراوردة بجامانده از تبلوربخشی گسترده یک ماگمای مادر نفلینیتی کربندار هستند؛ جاییکه تودههای سنگی سیلیکاتی (یعنی محصول سولیدوس پدیدآمده از فرایند جدایش ماگما) زودتر پدید آمدهاند (Wu et al., 2016)؛ بهگونهایکه با افزایش پیشرونده درجة ذوببخشی، طیف تدریجی از کربناتیت تا گدازههای سیلیکاتی گوناگون از یک خاستگاه گوشتهای سرشار از CO2 متبلور میشوند (Dalton and Presnal, 1998).
برپایة الگوی دوم، سنگهای سیلیکاتی و کربناتیتهای همراه از یک مذاب امتزاجناپذیر (سیلیکاتی- کربناتی) تبلور مییابند. این ناپیوستگی محلول سیلیکات- کربنات از چندین مجموعه آتشفشانی گزارش شده است (Panina, 2005; Sokolov, 2007; Sharygin et al., 2012). شماری از سیالها و ترکیبهای گدازهای سیلیکاتی آلکالن و کربناتی سرشار از مواد فرار (مانند: H2O و CO2) از عوامل متاسوماتیسم گوشته شناخته شدهاند (Hauser et al., 2010; O’Reilly and Griffin, 2013). گاز CO2 چهبسا از تهنشستهای کربناتی روی پوستة فرورونده آزاد شده است و پریدوتیت گوشته را به پریدوتیت کربناتدار دگرنهاده کرده است. داشتن کانیهای آبدار (مانند: فلوگوپیت و آمفیبول) نیز شاید نقش بخار آب در دگرنهادی گوشته را نشان میدهد. همچنین، حضور فاز گازی CO2 چهبسا نشاندهندة شرایط اختلاطناپذیری در ماگمای سیلیکاته با ترکیب کربندار مانند ماگمای کربناتیتی، آلایش پوستهای هنگام بالاآمدن ماگما و یا فرایندهای متاسوماتیسم است (Andersen and Neumann, 2001). Ishimaru و همکاران (2011)، متاسوماتیسم پدیدآمده از فاکتور سیال/ مذاب با گوشتهای را عامل اصلی غنیشدن گوشتة بالایی از فازهای گازی میدانند. Brey و Green (1977) نقش اصلی CO2 در پیدایش سنگهای آتشفشانی میلیلیتی را ثابت کردهاند. انتشار CO2 در هنگام بالاآمدگی ماگما در پی انحلال کم در فشار کم از ویژگیهای فیزیکی، شیمیایی و کانیشناسی ماگماهای این چنینی دانسته میشود (Melluso et al., 2011). میزان بالای Ba/Sr (5/1- 4/0) و CaO (7/13- 3/18 درصدوزنی)، الگوی عنصرهای خاکی کمیاب (Nelson et al., 1988) و آنومالی منفی Zr و Ti (Demeny et al., 2008) همگی از ویژگیهایی هستند که نشان میدهند خاستگاه گوشتة ماگمای سازندة نوبران بهدست گدازهها و یا سیالهای کربناتیتی متاسوماتیزه شده است. شکلهای 12- A و 12- B، روند متاسوماتیسم کربناتی در نمونهها را بهخوبی نشان میدهند.
شکل 12- جایگاه نمونههای آتشفشانی نوبران در A) نمودار Hf/Sm دربرابر Zr/Sm (Glenn, 2004)؛ B) نمودار P2O5/TiO2 دربرابر Ba/La (Andersson et al., 2006)؛ C) نمودار TaN/LaN دربرابر HfN/SmN (LaFlèche et al., 1998)؛ D) نمودار SiO2/Al2O3 دربرابر CaO/MgO (Gudfinnsson and Presnall, 2005)
همچنین، این شکلها نشان میدهند سیالهای جداشده و برخاسته از تختة فرورو تأثیر مهمی در سرشت زمینشیمیایی ماگمای مادر سنگها داشتهاند (شکل 12- C). مقایسه میان ترکیب سنگ کل و دادههای تجربی در نقاط سیستمهای CaO–MgO–Al2O3–SiO2–CO2 (شکل 12- D) نشاندهندة مذابی پدیدآمده در تعادل با یک گارنتپریدوتیت کربناتة کمابیش سرشار از CO2 است که در فشار نزدیک به 3 گیگاپاسکال و ژرفای ذوبِ شاید دستکم برابربا 90- 100 کیلومتر این نوع ماگما را پدید آورده است. با همة این توصیفها، میزان کربنات در ماگمای نوبران نزدیک به بیست درصد است و در محدودة کلسیت ایژولیت جای میگیرد (Andreeva et al., 2007) و کربناتیت کامل بهشمار نمیرود.
نتیجهگیری
سنگهای منطقة نوبران آتشفشانهایی الترابازیک با ترکیب نفلینیتی تا میلیلیت- نفلینیتی هستند که از یک ماگمای اولیه با سرشت آلکالن سدیک پدید آمده است. در نمودارهای عنکبوتی بهنجارشده دربرابر ترکیب کندریت و گوشتة اولیه، روانههای نفلینیتی نوبران از LREE غنیشدگی و از HREE تهیشدگی نشان میدهند. چنین ویژگیهایی چهبسا پیامد درجة کم ذوببخشی خاستگاه گوشتهای و بالابودن نسبت CO2/H2O در ماگمای مادر سازندة سنگهای منطقه هستند. ناهنجاری منفی Ti و Nb نیز شاید نشاندهندة دخالت سیالهای فرورانشی و یا فرایند آلایش با مواد پوستهای در پیدایش آنهاست. نمودارهای شناسایی پهنة زمینساختی نیز نشاندهندة پیدایش سنگها در محیط درونصفحهای است. پیدایش این ماگما با درصد ذوببخشی کم (1 تا 3 درصد) از گوشتهای غنیشدهای با ترکیب گارنت لرزولیتی فلوگوپیتدار در ژرفای نزدیک به 90 تا 100 کیلومتری ممکن شده است. ماگمای نخستین در پی آمیختگی با آبگونهای فرورانشی یا در هنگام بالاآمدن به سطوح بالاتر و در برخورد با فازهای کربناته متاسوماتیسم پدید آمده و مؤلفه کربناتیتی به ماگما افزوده شده است. تحول کربناتیتی ماگما باعث تشدید آلکالینیته ماگما شده و زیراشباعبودن آن را افزایش داده است. داشتن کانیهایی مانند کلسیت ماگمایی، آپاتیت با کلسیم بالا و پرووسکیت در همراهی فلدسپاتوئیدها نشاندهندة مؤلفه کربناتیتی (کلسیت ایژولیت) این سنگهاست.
از دیدگاه ژئودینامیکی، پیدایش این ماگما نفلینیتی چهبسا پیامد فروافتادن پارههای سنگکره نئوتتیس به ژرفای گوشتة پس از برخورد صفحة عربی به اوراسیاست. پس از برخورد، نیروی پیشبرندة پارههای اقیانوسی از میان رفته است و پارههای اقیانوسی بهصورت سقوط آزاد در گوشته بهسوی ژرفای بیشتر حرکت کردهاند. در ژرفای بیشتر از صد کیلومتری، بیشتر این پارهها دچار ذوببخشی اندکی شدهاند و ماگماهای الترابازیک الکالن کواترنری را پدید آوردهاند. با توجه به گسلهای کشویی با مؤلفه گاه کششی (Malacotian et al., 2006) و نتایج بهدستآمده از نمودارهای شناسایی محیطهای زمینساختی، چهبسا رخداد یک ذوببخشی گوشتة زیر قارهای در پی کاهش فشار و فعالیتهای کششی محلی و نازکشدن پوسته در محل حوضههای گسیخته در پیدایش آتشفشانهای باختر نوبران دخالت کرده است. در حقیقت، کشش محلی و بازشدگی در راستای گسلهای ژرف، راه را برای بالاآمدن ماگما بهسوی سطح فراهم کرده است. ماگماتیسم کواترنری شمالباختری سنندج- سیرجان، بهویژه محور قروه- تکاب نیز در راستای گسلهای کشویی موازی زاگرس بالا آمدهاند. بههر روی، عامل اصلی ذوببخشی پیامد مشارکت فرورانش در ژرفای بیشتر از صد کیلومتر است.