Document Type : Original Article
Authors
Department of Geology,Faculty of basic science, Bu -Ali Sina University, Hamedan
Abstract
Keywords
کانسارهای رسوبی و آتشفشانی- رسوبی، ذخایر ماگمایی مرتبط با سنگهای آذرین اسیدی تا حد واسط، لاتریتها و ذخایر گرمابی آهن، چهار گروه اصلی ذخایر آهن بهشمار میروند که تیپهای مختلف آن در بخش گستردهای از ایران یافت میشود (Bonyadi et al., 2011; Atapour and Aftabi, 2017, 2019; Heidarian et al., 2017; Rajabzadeh and Rasti, 2017; Sepidbar et al., 2017).
ناحیة انارک، با دارابودن مناطقِ با کانهزایی مس، سرب، روی، طلا، آنتیموان، آرسنیک و آهن، از مناطق فلزایی ارزشمند ایران بهشمار میرود (Ghorbani, 2002). کانیزایی آهن در منطقة انارک به سه صورتِ گرمابی (کوارتز، هماتیت و به مقدار کمتر رگههای سیدریتی)، آتشفشانزاد و اسکارن دیده شده است (Sepehrirad, 2000; Karegaran Bafghi, 2001; Ghorbani, 2002; Behzadi, 2006; Rajabzadeh et al., 2014; Boomeri, 2013; Afzali et al., 2017). کانسارهای گرمابی آهن به شکل رگهای و یا استوکورک، از طریق فعالیت سیال گرمابی در ژرفای بسیار متفاوت، از محیطهای سطحی تا بسیار ژرف پدید میآید. مگنتیت یا هماتیت مادة معدنی اصلی در این کانسارهاست (Guilbert and Park, 1997).
کانسنگ آهن چاهپلنگ در 60 کیلومتری جنوبخاوری انارک و 90 کیلومتری شمالخاوری اردکان، در محدودهای میان طولهای جغرافیایی خاوری ″10′18◦54 تا ″30′20◦54 و عرضهای جغرافیایی شمالی ″00′06◦33 تا″30′06◦33 جای دارد. این کانسنگ دربردارندة مگنتیت و هماتیت است و همراه مقدار کمی گوتیت، بهصورت پراکنده در سنگ میزبان و گاه عدسیهای کوچک در منطقه رخنمون دارد. برپایة بررسیهای انجامشده، کانسنگ آهن چاهپلنگ در سنگهای متابازیت (متاولکانیکها) جای گرفته است. متابازیتهای چاهپلنگ در رخسارههای آمفیبولیت دگرگون شده، سپس این سنگها دچار دگرگونی پسرونده در رخساره شیست سبز شدهاند (Bayat and Torabi, 2012). بررسیهای Bagheri (2007) نشان میدهند در پالئوزوییک، این منطقه در مرز جنوبی پالئوتتیس جای داشته است و ویژگیهای ساختاری منطقه در ارتباط با همین رویدادهای بزرگ مقیاس هستند. کانسارهای تنگستن (مس- طلا) چاهپلنگ جنوبی در منطقة چاهپلنگ دیده میشوند (Ghaderi et al., 2015). کارهای انجامشده در محدودة کانسارچاهپلنگ بیشتر شامل تهیة نقشههای زمینشناسی در مقیاسهای گوناگون، بررسیهای عیارسنجی و کانیشناسی بودهاند (Jahangiri and Mansuri, 2007; Technoexport, 1982). ازآنجاییکه فلز آهن از ضروریترین فلزهایی است که بشر به آن نیاز دارد، در این پژوهش، برپایة دادههای زمینشیمیایی و کانیشناسی، چگونگی کانهزایی اندوختة آهن چاهپلنگ بررسی میشود. یافتههای این بررسی کمک شایانی به شناسایی، اکتشاف و شناخت خاستگاه اندوختههای جدید آهن در پهنة ایران مرکزی و دیگر پهنههای ساختاری ایران میکنند.
روش انجام پژوهش
در این پژوهش تلاش میشود با بررسیهای میدانی، کانیشناسی، زمینشیمی عنصرهای کمیاب و خاکی کمیاب، الگویی برای چگونگی کانهزایی رخداد آهن چاهپلنگ پیشنهاد شود. در بررسیهای صحرایی، شمار 80 نمونة سنگی برای بررسی سنگنگاری و کانهنگاری برداشت شد و از این نمونهها، شمار 25 مقطع نازک و 30 بلوک صیقلی و 30 مقطع نازک- صیقلی ساخته شدند. بررسیهای سنگنگاری و کانیشناسی با میکروسکوپ دو منظورة زایس در آزمایشگاه سنگشناسی دانشگاه بوعلیسینا انجام شدند. برای بررسیهای زمینشیمیایی از کانسنگ آهن چاهپلنگ، نخست 10 نمونه برگزیده و برای تجزیة ICP-MS (جدول 1) به شرکت مطالعات مواد معدنی زرآزما فرستاده و نمونهها به روش چهار اسید آمادهسازی و ترکیب آنها اندازهگیری شدند. تجزیههای XRF از 40 نمونة کانسنگ (جدول 2) نیز در شرکت زرآزما انجام شد.
جدول 1- دادههای تجزیة شیمیاییِ نمونههای کانسنگ چاهپلنگ به روش ICP-MS (برپایة ppm و درصد وزنی)، بههمراه نسبتهای بهدستآمده برای عنصرهای REE
Sample No. |
Ch- 2- 1 |
2Ch- 14 |
Ch- 3 |
Ch- 4B |
Ch- 8A |
Ch- 8E |
Ch- 8F |
Ch- 8G |
Ch- 8H |
Ch- 10A |
Ag |
0.2 |
0.3 |
0.6 |
0.2 |
0.1 |
0.1 |
0.1 |
0.1 |
0.1 |
0.2 |
Al |
100 |
6760 |
6610 |
1555 |
2104 |
1525 |
2794 |
1404 |
3079 |
3149 |
As |
68.4 |
37.8 |
5 |
5.9 |
3.2 |
0.1 |
1.6 |
0.1 |
2.7 |
0.9 |
Ba |
1293 |
50 |
109 |
308 |
7 |
7 |
5 |
5 |
14 |
74 |
Be |
0.3 |
0.5 |
0.6 |
0.4 |
0.3 |
0.3 |
0.4 |
0.3 |
0.3 |
0.6 |
Bi |
2.2 |
2.3 |
0.9 |
0.4 |
0.1 |
0.4 |
0.2 |
0.5 |
0.1 |
0.1 |
Ca |
100000 |
100000 |
9418 |
94229 |
86886 |
96119 |
67508 |
100000 |
100000 |
42714 |
Cd |
0.1 |
0.1 |
0.1 |
0.1 |
0.1 |
0.1 |
0.1 |
0.1 |
0.1 |
0.12 |
Ce |
40 |
26 |
11 |
9 |
6 |
14 |
4 |
15 |
10 |
11 |
Co |
44.7 |
34.9 |
31.9 |
12 |
3.3 |
4.8 |
3.7 |
7.2 |
2.8 |
9.8 |
Cr |
37 |
72 |
46 |
15 |
16 |
13 |
16 |
18 |
14 |
19 |
Cs |
0.9 |
1.1 |
1.3 |
0.8 |
0.5 |
0.5 |
0.5 |
0.5 |
0.6 |
0.6 |
Cu |
217 |
229 |
85 |
57 |
7 |
7 |
5 |
29 |
<1 |
6 |
Dy |
3.35 |
2.18 |
1.04 |
1.3 |
0.83 |
1.39 |
0.43 |
1.32 |
1.46 |
1.3 |
Er |
2.05 |
1.41 |
0.83 |
0.97 |
0.5 |
1.14 |
0.05 |
0.93 |
1.2 |
1.21 |
Eu |
3.24 |
1.73 |
0.36 |
0.89 |
0.33 |
0.63 |
0.16 |
0.61 |
0.63 |
0.44 |
Fe |
>10% |
>10% |
>10% |
>10% |
>10% |
>10% |
>10% |
>10% |
>10% |
>10% |
Gd |
6.36 |
3.81 |
1.51 |
1.6 |
1.1 |
1.92 |
0.62 |
1.92 |
1.8 |
1.62 |
Hf |
0.5 |
0.5 |
0.5 |
0.5 |
0.5 |
0.5 |
0.5 |
0.5 |
0.5 |
0.5 |
In |
0.5 |
0.61 |
0.71 |
0.94 |
0.5 |
0.93 |
0.5 |
0.71 |
0.64 |
0.5 |
K |
217 |
344 |
945 |
935 |
481 |
286 |
807 |
330 |
927 |
338 |
La |
20 |
14 |
10 |
5 |
4 |
9 |
2 |
10 |
6 |
9 |
Li |
3 |
11 |
5 |
5 |
2 |
2 |
2 |
2 |
6 |
5 |
Lu |
0.12 |
0.11 |
0.1 |
0.1 |
0.1 |
0.11 |
0.1 |
0.1 |
0.11 |
0.12 |
Mg |
20000 |
20000 |
4823 |
13732 |
6925 |
18105 |
3052 |
11255 |
19900 |
14994 |
Mn |
24980 |
33987 |
84528 |
44095 |
24178 |
31173 |
13295 |
28500 |
38707 |
39108 |
Mo |
10.8 |
21.7 |
22.6 |
64.3 |
3.3 |
4.1 |
1.2 |
3.5 |
6.5 |
14.3 |
Na |
8450 |
5869 |
5712 |
6190 |
3465 |
3768 |
1436 |
3953 |
5784 |
3534 |
Nb |
1.4 |
1 |
1.3 |
1 |
1 |
1 |
1 |
1 |
1 |
1 |
Nd |
23.9 |
14.5 |
5.4 |
5.6 |
4 |
7.6 |
2 |
7.9 |
6 |
5.8 |
Ni |
36 |
29 |
13 |
11 |
8 |
9 |
8 |
10 |
8 |
11 |
P |
169 |
149 |
127 |
134 |
160 |
162 |
141 |
144 |
159 |
589 |
Pb |
13 |
12 |
3 |
8 |
5 |
5 |
4 |
5 |
9 |
6 |
Pr |
4.8 |
3.08 |
1.46 |
1.35 |
1.08 |
1.83 |
0.73 |
1.87 |
1.43 |
1.45 |
Rb |
3 |
3 |
5 |
3 |
3 |
2 |
3 |
2 |
4 |
3 |
S |
899 |
584 |
1490 |
549 |
401 |
553 |
291 |
558 |
705 |
755 |
Sb |
7 |
2.5 |
0.8 |
1.2 |
1.4 |
0.7 |
2 |
0.5 |
0.5 |
1 |
Sc |
1.1 |
1.2 |
1.1 |
0.5 |
0.8 |
0.6 |
0.5 |
0.6 |
0.6 |
1.9 |
Se |
0.73 |
0.5 |
1.31 |
0.5 |
0.5 |
0.5 |
0.5 |
0.5 |
0.5 |
0.5 |
Sm |
5.41 |
2.95 |
1.04 |
1.34 |
0.87 |
1.44 |
0.51 |
1.42 |
1.24 |
1.15 |
Sn |
0.4 |
0.4 |
0.5 |
0.9 |
0.4 |
0.4 |
0.5 |
0.3 |
0.3 |
0.6 |
Sr |
313 |
273 |
625 |
474 |
214 |
271 |
77 |
198 |
301 |
230 |
Ta |
0.1 |
0.1 |
0.13 |
0.1 |
0.1 |
0.1 |
0.1 |
0.1 |
0.1 |
0.1 |
Tb |
0.66 |
0.42 |
0.2 |
0.25 |
0.17 |
0.25 |
0.11 |
0.24 |
0.26 |
0.22 |
Te |
0.87 |
0.15 |
0.1 |
0.1 |
0.1 |
0.16 |
0.1 |
0.1 |
0.1 |
0.1 |
Th |
0.63 |
1.18 |
0.88 |
0.38 |
0.4 |
0.44 |
0.32 |
0.44 |
0.36 |
0.55 |
Ti |
299 |
236 |
363 |
33 |
43 |
15 |
22 |
16 |
10 |
19 |
TI |
0.1 |
0.2 |
0.22 |
0.1 |
0.1 |
0.1 |
0.1 |
0.1 |
0.1 |
0.18 |
Tm |
0.18 |
0.16 |
0.13 |
0.14 |
0.12 |
0.15 |
0.1 |
0.14 |
0.17 |
0.16 |
U |
4.5 |
4.9 |
7.4 |
7.5 |
1.6 |
1.9 |
1.5 |
1.63 |
2.1 |
1.6 |
V |
18 |
35 |
32 |
19 |
26 |
18 |
20 |
16 |
15 |
35 |
W |
0.5 |
0.7 |
0.8 |
1.9 |
3.1 |
1.2 |
3.7 |
1.4 |
0.5 |
0.6 |
Y |
12.1 |
8.1 |
5.1 |
5.1 |
2.5 |
5.5 |
0.8 |
4.7 |
6.1 |
6.6 |
Yb |
0.6 |
0.5 |
0.3 |
0.4 |
0.3 |
0.5 |
0.1 |
0.4 |
0.5 |
0.5 |
Zn |
41 |
86 |
583 |
175 |
93 |
111 |
63 |
78 |
108 |
968 |
Zr |
11 |
13 |
20 |
12 |
15 |
12 |
14 |
11 |
8 |
21 |
∑LREE |
97.35 |
62.26 |
29.26 |
23.18 |
16.28 |
34.5 |
9.4 |
36.8 |
25.3 |
28.84 |
∑ HREE |
13.23 |
8.59 |
4.11 |
4.76 |
3.12 |
5.46 |
1.51 |
5.05 |
5.5 |
5.13 |
∑REE |
110.67 |
70.85 |
33.37 |
27.94 |
19.4 |
39.69 |
10.91 |
41.85 |
30.8 |
33.97 |
d Eu |
1.69 |
1.58 |
0.88 |
1.86 |
1.03 |
1.16 |
0.87 |
1.13 |
1.29 |
0.99 |
(La/Yb)n |
22.47 |
18.88 |
22.47 |
8.43 |
8.99 |
12.14 |
13.48 |
16.85 |
8.09 |
12.14 |
(Gd/Yb)n |
8.56 |
6.15 |
4.05 |
3.24 |
2.95 |
3.1 |
4.98 |
3.88 |
2.91 |
2.62 |
(La/Sm)n |
2.33 |
2.99 |
6.05 |
2.35 |
2.85 |
3.93 |
2.47 |
4.43 |
3.04 |
4.92 |
(Gd/Lu)n |
6.58 |
4.3 |
1.87 |
1.99 |
1.37 |
2.17 |
0.77 |
2.38 |
2.03 |
1.68 |
(Pr/Yb)n |
13.71 |
10.56 |
8.31 |
5.8 |
6.15 |
6.28 |
12.46 |
8.03 |
4.9 |
4.97 |
d Ce |
0.95 |
0.92 |
0.67 |
0.81 |
0.67 |
0.8 |
0.77 |
0.81 |
0.79 |
0.71 |
جدول 2- دادههای تجزیة شیمیاییِ نمونههای کانسنگ چاهپلنگ به روش XRF (برپایة درصدوزنی)
Sample No. |
SiO2 |
Al2O3 |
Fe2O3 |
FeO |
CaO |
Na2O |
K2O |
MgO |
TiO2 |
MnO |
P2O5 |
S |
L.O.I |
Ch- 151 |
19.26 |
0.55 |
45.32 |
7.53 |
14.09 |
0.02 |
0.01 |
3.75 |
0.052 |
3.54 |
0.602 |
0.030 |
12.56 |
Ch- 152 |
14.59 |
3.07 |
56.28 |
9.69 |
8.62 |
0.01 |
0.01 |
5.23 |
2.34 |
1.34 |
0.723 |
0.038 |
7.48 |
Ch- 153 |
10.57 |
4.74 |
56.34 |
8.79 |
10.59 |
0.15 |
0.09 |
3.30 |
0.768 |
2.21 |
0.474 |
0.060 |
10.21 |
Ch- 154 |
19.91 |
2.79 |
58.23 |
8.07 |
4.25 |
0.01 |
0.06 |
4.45 |
0.315 |
4.53 |
0.404 |
0.053 |
4.56 |
Ch- 155 |
10.42 |
1.41 |
33.23 |
3.95 |
25.78 |
0.02 |
0.36 |
1.16 |
0.172 |
2.31 |
0.108 |
0.285 |
24.33 |
Ch- 156 |
24.64 |
1.26 |
63.91 |
5.58 |
1.85 |
0.38 |
0.02 |
2.60 |
0.094 |
1.95 |
0.364 |
0.340 |
2.22 |
Ch- 157 |
1.31 |
3.93 |
24.11 |
7.32 |
33.45 |
0.37 |
0.46 |
2.48 |
0.344 |
3.44 |
0.286 |
0.083 |
29.30 |
Ch- 158 |
22.02 |
2.47 |
57.50 |
13.52 |
6.74 |
0.03 |
0.06 |
1.01 |
0.433 |
1.67 |
0.432 |
0.038 |
7.41 |
Ch- 159 |
25.70 |
1.37 |
57.89 |
7.34 |
2.72 |
0.22 |
0.03 |
4.00 |
0.185 |
3.85 |
0.505 |
0.080 |
3.18 |
Ch- 160 |
4.90 |
7.05 |
34.23 |
4.32 |
22.36 |
0.01 |
2.16 |
1.82 |
3.444 |
3.33 |
0.478 |
0.150 |
19.68 |
Ch- 161 |
15.05 |
1.26 |
60.34 |
15.72 |
6.45 |
0.14 |
0.01 |
3.02 |
0.048 |
7.43 |
0.023 |
0.013 |
6.17 |
Ch- 162 |
26.73 |
0.77 |
53.92 |
2.11 |
2.97 |
0.06 |
0.01 |
3.29 |
0.056 |
8.34 |
0.345 |
0.028 |
3.31 |
Ch- 163 |
6.69 |
2.24 |
60.47 |
1.61 |
14.55 |
0.01 |
0.06 |
2.16 |
0.152 |
0.74 |
0.096 |
0.200 |
12.77 |
Ch- 164 |
20.54 |
2.13 |
59.23 |
1.80 |
5.44 |
0.02 |
0.03 |
3.87 |
0.128 |
2.31 |
0.387 |
0.122 |
5.36 |
Ch- 165 |
9.04 |
1.30 |
69.45 |
5.19 |
6.23 |
0.11 |
0.01 |
3.57 |
0.156 |
3.45 |
0.511 |
0.455 |
5.67 |
Ch- 166 |
4.76 |
0.04 |
77.38 |
14.27 |
6.34 |
0.17 |
0.13 |
2.27 |
0.372 |
2.92 |
0.034 |
0.059 |
5.34 |
Ch- 167 |
3.18 |
0.43 |
64.25 |
4.69 |
10.45 |
0.03 |
0.04 |
3.54 |
0.202 |
7.34 |
0.724 |
0.059 |
9.25 |
Ch- 168 |
5.22 |
0.23 |
73.29 |
10.47 |
1.12 |
0.01 |
0.06 |
12.16 |
2.460 |
3.83 |
0.690 |
0.007 |
0.89 |
Ch- 169 |
4.71 |
2.07 |
65.47 |
0.93 |
6.03 |
0.03 |
0.16 |
5.38 |
0.282 |
10.15 |
0.317 |
0.042 |
4.95 |
Ch- 170 |
3.41 |
0.04 |
75.45 |
3.24 |
5.38 |
0.01 |
0.05 |
5.09 |
0.236 |
5.67 |
0.040 |
0.022 |
4.43 |
Ch- 171 |
14.95 |
2.15 |
60.72 |
5.87 |
6.14 |
0.05 |
0.08 |
3.10 |
0.076 |
5.98 |
0.433 |
0.343 |
5.34 |
Ch- 172 |
13.78 |
0.77 |
32.15 |
0.32 |
24.34 |
0.02 |
0.08 |
4.38 |
0.153 |
3.55 |
0.460 |
0.037 |
20.14 |
Ch- 173 |
7.76 |
1.03 |
68.44 |
5.81 |
8.24 |
0.03 |
0.07 |
2.89 |
0.388 |
3.52 |
0.081 |
0.031 |
7.49 |
Ch- 174 |
43.91 |
7.25 |
27.47 |
1.07 |
7.68 |
0.04 |
0.08 |
2.02 |
4.250 |
0.82 |
0.007 |
0.068 |
6.33 |
Ch- 175 |
19.71 |
3.36 |
27.34 |
7.61 |
22.12 |
0.01 |
0.06 |
5.53 |
0.256 |
2.72 |
1.013 |
0.345 |
17.23 |
Ch- 176 |
9.56 |
1.23 |
73.57 |
3.01 |
4.29 |
0.13 |
0.09 |
1.85 |
0.093 |
4.28 |
0.846 |
0.004 |
3.85 |
Ch- 177 |
13.72 |
1.98 |
35.47 |
1.41 |
21.16 |
0.22 |
0.05 |
4.93 |
0.051 |
1.83 |
0.749 |
0.028 |
19.43 |
Ch- 178 |
18.28 |
2.53 |
55.76 |
7.12 |
7.00 |
0.01 |
0.05 |
3.56 |
3.370 |
2.37 |
0.319 |
0.054 |
6.34 |
Ch- 179 |
17.38 |
2.84 |
64.70 |
7.16 |
4.53 |
0.01 |
0.03 |
2.19 |
0.189 |
4.24 |
0.453 |
0.038 |
3.34 |
Ch- 180 |
10.92 |
1.02 |
68.89 |
2.93 |
6.27 |
0.02 |
0.02 |
1.63 |
0.254 |
2.77 |
2.350 |
0.088 |
5.45 |
Ch- 181 |
25.37 |
3.23 |
47.37 |
2.09 |
9.5 |
0.41 |
0.18 |
2.52 |
0.334 |
0.56 |
0.611 |
0.027 |
9.57 |
Ch- 182 |
29.29 |
1.36 |
40.27 |
6.46 |
9.33 |
0.03 |
0.04 |
5.93 |
0.389 |
2.88 |
1.023 |
0.016 |
9.37 |
Ch- 183 |
0.74 |
0.07 |
71.32 |
7.11 |
11.17 |
0.19 |
0.01 |
4.55 |
0.260 |
1.75 |
0.251 |
0.074 |
9.43 |
Ch- 184 |
6.60 |
0.09 |
76.40 |
13.24 |
3.63 |
0.03 |
0.07 |
5.12 |
0.095 |
3.51 |
0.960 |
0.017 |
3.11 |
Ch- 185 |
28.04 |
1.54 |
51.24 |
6.23 |
7.24 |
0.04 |
0.07 |
2.48 |
0.207 |
2.30 |
0.300 |
0.041 |
6.34 |
Ch- 186 |
46.80 |
4.42 |
31.22 |
1.54 |
6.46 |
0.01 |
0.02 |
4.19 |
0.099 |
0.58 |
0.386 |
0.034 |
5.29 |
Ch- 187 |
3.26 |
0.19 |
73.62 |
12.17 |
3.14 |
0.03 |
0.05 |
8.78 |
0.247 |
5.96 |
1.107 |
0.006 |
3.31 |
Ch- 188 |
8.39 |
0.04 |
18.35 |
9.95 |
33.38 |
0.08 |
0.17 |
4.88 |
3.180 |
3.39 |
0.606 |
0.008 |
27.34 |
Ch- 8A |
0.49 |
0.36 |
52.35 |
- |
12.20 |
0.31 |
0.14 |
1.55 |
0.020 |
4.58 |
0.010 |
0.060 |
- |
Ch- 8F |
1.58 |
0.56 |
59.32 |
- |
9.14 |
0.16 |
0.23 |
0.66 |
0.010 |
2.42 |
0.010 |
0.060 |
- |
زمینشناسی منطقه
منطقة چاهپلنگ در پهنة زمینساختی ایران مرکزی جای دارد (شکل 1). بلوک یزد نیز بخش باختری خردقاره شرق- ایران مرکزی است و از شمال با گسل درونه و از باختر با پهنة افیولیتی نایین- بافت فراگرفته شده است (Aghanabati, 2004). در نئوپروتوزوییک پسین- کامبرین پیشین، بلوک یزد در موقعیت پهنة ماگمایی جای داشته است و در پالئوزوییک- تریاس میانی، رسوبهای پلاتفرمی و فلات قارهای آن را پوشاندهاند (Wendt et al., 2005). در تریاس پسین، این بخش به دنبال برخورد با صفحة توران، بهعنوان پیشبوم رشته کوههای کیمیرین عمل کرده و محل انباشتهشدن رسوبهای فیلیشی و مولاسی گروه شمشک شده است (Wilmsen et al., 2009; Zanchi et al., 2009). بهدنبال فرورانش صفحة اقیانوسی نئوتتیس به زیر صفحة قارهای ایران مرکزی در ژوراسیک میانی، دگرریختی و دگرگونی رسوبهای گروه شمشک و سنگهای کهنتر رخ داده است (Sheibe et al., 2010; Agard et al., 2011). فرایندهایی ماگمایی در این بخش، در ژوراسیک فعال بودهاند و تودههای گرانیتوییدی شیرکوه یزد، زرین و آثار اندک رخنمونیافته در منطقة چاهپلنگ از این دسته بهشمار میروند.
شکل 1- جایگاه پهنههای ساختاری اصلی ایران و منطقة بررسیشده (Stöcklin, 1977)
از دیدگاه جایگاه، کانسنگ آهن چاهپلنگ زمینشناسی، در جنوبخاوری نقشة زمین شناسی 1:100000 کبودان و در جنوبباختری نقشة 1:250000 فرخی جای گرفته است. کهنترین رخنمونهای سنگی در منطقة چاهپلنگ، سنگهای دگرگونة کمپلکس انارک (مانند: شیست، مرمر و آمفیبولیت) با سن پرکامبرین هستند و نهشتههای کربناتی- خشکیزاد، کرتاسه- سنوزوییک پوشش آنهاست. در این منطقه، سازند شمشک و نهشتههای کواترنری بیشترین گستردگی را نشان میدهند. این گروههای سنگی روی سازند شمشک فرسایشیافته سازند قرمز زیرین و سازند قم جای گرفتهاند و روی آنها نوار باریک از کنگلومرای پلیوسن دیده میشوند (Aghanabati, 2004) (شکل 2). برونزدی از سنگهای متابازیت (متاگابرو و متادیاباز و متابازالت) به سن پالئوزوییک نیز در کوه چاهپلنگ رخنمون دارند. متابازیتها بهصورت تپههایی با گسترش کم و به رنگ قهوهای تیره تا سیاه برونزد دارند. دایکهای متادیاباز و متاگابرو بهصورت برجسته در میان متابازالتها دیده میشوند. متابازالتهای چاهپلنگ در پی رفتار گسلها، برگوارگی آشکاری پیدا کردهاند (Bayat and Torabi, 2012). رخنمونهای کوچکی از سنگهای گرانیتوییدی دگرسانشده نیز در منطقة بررسیشده دیده شدهاند (Technoexport, 1982).
سنگنگاری
برپایة ویژگیهای صحرایی و نقشههای موجود از منطقه، سنگهای شیستی، متاولکانیکها و سنگهای کربناتی با تبلور دوباره که بیشترین رخنمون را در منطقة بررسیشده دارند، بررسی میشوند.
شکل 2- نقشة زمینشناسی سادهشدة منطقة چاهپلنگ، برگرفته از نقشة زمینشناسی 1:20000؛ شرکت آرینزمین (Arian Zamin, 2012)
الف- سنگهای شیستی: در منطقة چاهپلنگ، سنگهای شیستی رنگ سبز زیتونی و سبز کمرنگ دارند و از کلریتشیست تا آمفیبولشیست در تغییر هستند. کانیهای سازندة آنها عموماً آمفیبول، کوارتز ریزبلور، کلریت، اپیدوت و اکسیدهای فلزی هستند و در مقطع میکروسکوپی، بافت نماتوبلاستیک دارند (شکلهای 3- A و 3- B). همچنین، در مقطعهای صیقلی تهیهشده از این واحد سنگی، مگنتیت کشیدگی نشان میدهد. این ویژگی پیامد اعمال فرایندهای زمینساختی در دمای بالاست (شکل 3- C). ویژگیهای بافتی، کانیشناسی این سنگها نشان میدهند سنگ نخستین آن یک سنگ آذرین بازیک بوده است.
شکل 3- تصویرهای میکروسکوپی از سنگ دربرگیرنده در منطقة چاهپلنگ: A) سنگهای شیستی مگنتیتدار (در PPL)؛ B) جهتیافتگی و کشیدگی بلورهای هورنبلند در کنار مگنتیت، اپیدوت و کلسیت (در XPL)؛ C) واحد شیستی با جهتیافتگی دانههای مگنتیت در زمینة کلریتشیست (در PPL) (نام اختصاری کانیها برگرفته از Whitney و Evans (2010) هستند؛ Qz: کوارتز؛ Mag: مگنتیت؛ Ep: اپیدوت؛ Hbl: هورنبلند)
ب- سنگهای کربناتی: سنگهای کربناتی بیشترین برونزد را در محدودة چاهپلنگ دارند. این سنگها به رنگهای خاکستری و نخودی هستند و همگی در پی دگرگونی دچار تبلور دوباره شده و مرمری شدهاند. این سنگها بیشتر بههمراه متاولکانیکها میزبان مادة معدنی هستند (شکل 4).
شکل 4- مادة معدنی بههمراه دولومیتهای دگرگونشده در ترانشة حفرشده (دید رو به شمال)
از دیدگاه کانیشناسی، در بررسیهای میکروسکوپی سنگهای کربناتی منطقه از دانههای همبعد ساخته شدهاند. بیشتر از 90 درصدحجمی کانیهای سازندة این سنگها دولومیت است؛ از این رو نام این سنگ دولومیت یا دولستون است. کانیهای دولومیتِ این سنگ شکل نامنظمی دارند (شکل 5- A). در برخی از آنها، پدیده استیلولیتیشدن دیده میشود که در هنگام دیاژنز در سنگ رخ داده است (Kamali et al., 2012). در محل استیلولیتها که مقطع زیگزاگی دارند، کانیهای رسی و اکسید آهن انباشته شدهاند (شکل 5- B). در برخی از نمونهها، همة زمینه از میکریت ساخته شده است و بدون دانه است. رگههایی پرشده از کوارتز ریزدانه و کانیهای تیرة اکسیدآهن در این سنگها دیده میشوند (شکلهای 5- C، 5- D و 5- F). رخهای مشخصی در کلسیتهای ثانویه دیده میشوند که پیامد تبلور دوباره یا دگرریختی هنگام شیستیشدن سنگهای منطقه، در سنگهای کربناتی منطقهاند (شکل 5- E).
شکل 5- تصویرهای میکروسکوپی از واحد کربناته در منطقة چاهپلنگ. A) دولستون (در PPL)؛ B) بافت استیلولیتی (در PPL)؛ C) مگنتیتهای نیمهشکلدار (در XPL)؛ D) پرشدگی درزههای سنگ میزبان کربناته با اکسیدهای آهن (در PPL)؛ E)کلسیتهای ثانویه با تبلور دوباره و شکلدار در کنار کلسیتهای ریزدانه نخستین؛ F) پرشدگی شکستگی سنگ کربناته با اکسیدهای آهن بههمراه بلورهای بیشکل مگنتیت در این سنگها بهصورت بلورهای بیشکل مگنتیت (در XPL) (نام اختصاری کانیها برگرفته از Whitney و Evans (2010)؛ Qz: کوارتز، Mag: مگنتیت، Dol: دولومیت، Cal: کلسیت)
پ- سنگهای متاولکانیک: در منطقة چاهپلنگ، اگرچه سنگهای ولکانیک سرشت (بافت و ساخت و ترکیب کانیشناسی) سنگ آذرین نخستین خود را تا اندازهای درخود نگه داشتهاند، اما اکنون آمفیبولیت و شیستسبز جایگزین آنها شدهاند، بهگونهای که متاولکانیک نامگذاری میشوند (Bayat and Torabi, 2012). سنگهای متاولکانیک سیاه رنگ ترکیب بازالتی تا آندزیتی دارند و بلندیهای منطقة چاهپلنگ را میسازند. این سنگها میزبان اصلی مادة معدنی هستند. سنگهای متاولکانیکی کمر پایین مادة معدنی را میسازند (شکلهای 6- A و 6- B) و دگرسان شدهاند. در مقطعهای میکروسکوپی، پلاژیوکلاز بسیار دگرسان و با اپیدوت جایگزین شده است (شکلهای 7- A و 7- B). همچنین، مگنتیت در مرزهای بلوری پلاژیوکلاز دیده میشود. دگرسانیهای یادشده پیامد متاسوماتیسم رخداده در منطقه هستند.
شکل 6- تصویر صحرایی از متاولکانیکهای منطقه. A) سنگ میزبان که دگرسانی کلریتی نیز نشان میدهد و کمر پایین مادة معدنی را میسازد؛ B) برشیشدن در سنگهای متاولکانیک منطقه در نزدیکی مادة معدنی
فرایند متاسوماتیسم شامل تزریق و تحرک دوبارة عنصرهایی مانند Fe، Mg و Si است و موتور محرکة این جابجاییها گرمای تودة آذرین است. کانی کلسیت درشتبلور با بافت تبلور دوباره در این گروه سنگی پدیدار شده است. این کانی پیامد دگرگونی کانیهای نخستین است (شکلهای 7- C و 7- D). در برخی نمونهها، زونینگ پلاژیوکلاز بهخوبی دیده میشود. خاموشی موجی در کوارتزهای زمینه، نشانة اعمال نیروهای زمینساختی در این منطقه است (شکل 7- E) (Tabatabaiemanesh et al., 2011). همچنین، در این سنگها، کوارتز بهصورت بیشکل نیز دیده میشود (شکل 7- F).
دگرسانی
بررسیهای کانیشناسی و بررسیهای صحرایی نشان میدهد سیلیسیشدن و پروپیلیتیکیشدن (اپیدوتی و کلریتی) از مهمترین دگرسانیهای رخداده در این منطقه هستند.
دگرسانی پروپلیتیک از اصلیترین دگرسانیهایِ سنگ میزبان بهشمار میآید که بهصورت رگهای و پراکنده دیده میشود. کلریت، اپیدوت و کلسیت از کانیهای اصلی این دگرسانی هستند که 30تا 45 درصدحجمی سنگ را دربر میگیرند. در این منطقه، زیرپهنههای کلریتی و اپیدوتی در پهنة پروپلیتیک دیده میشوند. در زیرپهنة اپیدوتی، اپیدوت بهصورت تودهای و با شکل بلوری نیمهشکلدار و بیشکل دیده میشود (شکلهای 8- A و 8- B)، پلاژیوکلازها و فلدسپارها در پی فرایند سوسوریتیشدن با اپیدوت جایگزین شدهاند (Deer et al., 1992). کلریتیشدن نیز در برخی نمونههای سنگ میزبان کربناته و سنگهای آذرین منطقه دیده میشود (شکلهای 8- C و 8- D). پیدایش کلریت ثانویه یا پیامد دگرسانی کانیهای مافیکِ سنگ است یا پیامد ورود آهن و منیزیم به سنگ توسط محلولهای گرمابی یا رویداد این دو پدیده با هم است (Evans, 1987).
شکل 7- تصویرهای میکروسکوپی از متاولکانیکها در منطقة چاهپلنگ. A، B) دگرسانی پلاژیوکلاز به اپیدوت (در XPL)؛ C، D) بلورهای مگنتیت در کنارة بلورهای پلاژیوکلاز (C در XPL و D در PPL)؛ E) خاموشی موجی در کوارتزهای واحد متاولکانیک و پرشدگی مگنتیت خردشده با لیمونیت (در XPL)؛ F) تهنشست دانههای سیلیس بیشکل در فضاهای تهی (در XPL) (نام اختصاری کانیها برگرفته از Whitney و Evans (2010)؛ Qz: کوارتز؛ Mag: مگنتیت؛ Chl: کلریت؛ Ep: اپیدوت؛ Cal: کلسیت؛ Pl: پلاژیوکلاز)
شکل 8- تصویرهای صحرایی و میکروسکوپی از دگرسانیها در منطقة چاهپلنگ. A) نمایی از سنگهای آذرین دگرسانشده در منطقة چاهپلنگ؛ B) دگرسانی اپیدوتی در سنگهای آذرین (در XPL) C) تصویر صحرایی از واحد سنگی کلریتیشده (دید روبه شمالخاوری)؛ D) تصویر میکروسکوپی از دگرسانی کلریتی (در XPL) ؛ E) تصویر میکروسکوپی از دگرسانی سیلیسی؛ F) تصویر میکروسکوپی از دگرسانی سیلیسی (در XPL) (نام اختصاری کانیها برگرفته از Whitney و Evans (2010)؛ Qz: کوارتز؛ Mag: مگنتیت؛ Chl: کلریت؛ Ep: اپیدوت؛ Gth: گوتیت)
در این اندیس هر دو پدیده با هم رخ دادهاند؛ زیرا کلریت بهصورت دستهای و هم بهصورت جانشینی در کانیهای فرومنیزین (مانند: هورنبلند) دیده میشود. دگرسانی سیلیسی در این منطقه بهصورت رگهای و پراکنده دیده میشود (شکلهای 8- E و 8- F) و نشاندهندة افزودهشدنِ سیلیس از محلولهای گرمابی به شکستگیهای سنگ و تهنشینی درون آنهاست. این رگهها چهبسا از جانشینی کانیایی پدید آمدهاند و دوباره در زمینة سنگها تهنشست پیدا کردهاند (Okrusch et al., 2007; Fusswinkel et al., 2014; Ghurchi Ruki et al., 2010).
کانهزایی
سنگ آهن در محدودة بررسیشده بهصورت عدسی و گاه رگهای دیده میشود و میزبان متاولکانیک دارد؛ هرچند گاه سنگهای کربناتی نیز کانسنگ آهن را دربر میگیرد. در این واحد مگنتیت سیاه رنگ و اسپیکولاریت نیز دیده میشوند که هوازدگی در برخی بخشهای آنها رنگ زرد تا نارنجی (لیمونیتیشدن) پدید اورده است (شکلهای 9- A و 9- B). مقدار آهن کل در نمونههای کانسنگی اندازهگیریشده برابربا 28 تا 91 درصد است. مرز همبری عدسیهای کانهدار با فرادیواره و فرودیواره بهخوبی دیده میشود. با توجه به منقطعبودن بیرونزدگیهای کانسنگ، درازای عدسیها برابربا 20 تا 50 متر برآورد میشود. همچنین، پهنای بیشترین بیرونزدگی برابربا 5 متر و شیب آنها برابربا 80 تا 90 درجه است. همچنین، راستای بیشتر آنها شمالی- جنوبی است. بخشهایی از ذخیرة آهن چاهپلنگ بافت برشی دارد. گمان میروند گسلها نقش مهمی در کنترل کانهزایی آهن در منطقه داشتهاند؛ بهگونهایکه کانهزایی آهن بهصورت رگهای با پیروی از راستای شکستگیها و گسلهای منطقه است. همچنین، این گسلها راههای گذر سیالهای گرمابی و آبهای جوی هستند و نقش مهمی در دگرسانی کانسنگ و سنگ درونگیر مادة معدنی داشتهاند.
شکل 9- A) رخنمونی از کانسار آهن با کانهزایی مگنتیت؛ B) کانهزایی آهن در یکی از ترانشههای حفرشده در کانسار چاهپلنگ
کانهنگاری و توالی پاراژنزی
مگنتیت، هماتیت و گوتیت از فراوانترین کانیهای اکسیدی دیدهشده در مقطعهای صیقلی بررسیشده هستند و پیریت تنها سولفید ذخیره است. بافتها نیز شامل پراکنده، تودهای، خوردگی، برشی، جانشینی و شبکهای هستند.
مگنتیت: مگنتیت کانة اصلی ذخیرة آهن چاهپلنگ بهشمار میرود. در نمونة دستی، این کانی به رنگ تیره و سیاه دیده میشود (شکل 10- A). برپایة ویژگیهای میکروسکوپی، کانهزایی مگنتیت در دو مرحله روی داده است:
- نخستین نسل مگنتیتها که همزمان با هماتیت (اسپیکولاریت) پدید آمدهاند و بیشترشان بیشکل هستند (شکل 10- B)؛
- مگنتیتهای نیمهشکلدار که از نسل دوم بهشمار میروند (شکل 10- C).
در برخی مقطعها، نخستین نسل مگنتیتها و نسل دوم آنها در کنار یکدیگر دیده میشوند (شکل 10- D). بافتهای دیدهشده در این کانه شامل بافت دانه پراکنده، تودهای، خوردگی، برشی و جانشینی هستند.
شکل 10- تصویرهای ماکروسکوپی و میکروسکوپی از مگنتیتهای منطقة چاهپلنگ. A) مگنتیت در نمونه دستی؛ B) مگنتیتهای بیشکل در مقطع صیقلی که همزمان با اسپیکولاریت پدید آمده است (در PPL)؛ C) بلورهای مگنتیت در مرکز و بلورهای تیغهای هماتیت پیرامون آن (در نور انعکاسی، PPL)؛ D) مگنتیتهای نیمهشکلدار در کنار نخستین نسل مگنتیتهای بیشکل (در نور انعکاسی، PPL) (نام اختصاری کانیها برگرفته از Whitney و Evans (2010)؛ Hem: هماتیت؛ Mag: مگنتیت)
هماتیت: هماتیت از کانههای اکسیدی مهم ذخیرة آهن چاهپلنگ است و در بخشهای سطحی، به رنگ سرخ تیره و حتی سیاه و در نمونة مقاطع صیقلی به رنگ سفید تا کرم دیده میشود. در نمونههای دستی، بررسیهای کانهنگاری سه نوع هماتیت نخستین شناسایی شده است:
1- اسپیکولاریت در نمونههای دستی به رنگ سرخِ تیره تا نقرهای، بهصورت نخستین پدید آمده است (شکل 11- A). این نسل از هماتیتها پیامد تهنشست محلولهای فوقاشباع از آهن در شرایط اکسیدان هستند (Ramdohr, 1980). بزرگی بلورهای هماتیت در مقطعهای صیقلی، معمولاً از 1/0 تا 2 میلیمتر است. البته گاه تیغههایی با بزرگی 10 میلیمتر نیز در این سنگها دیده میشوند. تیغههای هماتیت نخستین که در مقطعهای صیقلی بهصورت شکلدار و به شکل بلورهای کامل و کشیده هستند و انباشتهشدن تیغهها در کنار یکدیگر، شکلهای جارو مانند را پدید آورده است (شکل 11- B).
شکل 11- تصویرهای میکروسکوپی (در نور انعکاسی، PPL) و نمونة دستی از هماتیتهای منطقة چاهپلنگ. A) نمونة دستی از اسپیکولاریتهای منطقة چاهپلنگ؛ B) بافت دستهجارویی در بلورهای نخستین نسل هماتیت؛ C، D) بافت رزآیرن (گلرز) در هماتیت؛ E) خمیدگی بلورهای کشیدة هماتیت؛ F) بافت شبکهای در هماتیتهای ثانویه که درحال پیدایش از مگنتیت هستند (نام اختصاری کانیها از Whitney و Evans (2010)؛ Hem: هماتیت؛ Mag: مگنتیت)
2- هماتیتهایی که گلرز (Rose Iron) را پدید آوردهاند و گاه بهصورت شبکهای درهم آمیختهاند (شکلهای 11- C و 11- D). بلورهای مگنتیت در میان این تیغههای شبکهای دیده میشوند. نسل دوم از هماتیتها که هنگام پدیدة مارتیتیشدن مگنتیت پدید آمدهاند و بخشی از فرایند پیدایش ثانویه هستند، در کنارههای بلورهای مگنتیت و گاه در مرکز آن دیده میشوند. در برخی مقطعها، در بلورهای هماتیت خمیدگی دیده میشود. این پدیده پیامد فرایندهای زمینساختی پس از کانهزایی آهن در منطقه دانسته میشود. در برخی نمونهها، خمیدگی پیامد جانشینی مگنتیت با هماتیت و نبود فضای کافی برای رشد بلورهای هماتیت است (شکل 11- E).
3- هماتیت با بافت شبکهای که ویژة مناطق کمژرف برای پیدایش کانه است (شکل 11- F) (Ramdohr, 1980). این هماتیتها بافت رورشدی دارند که در آن هماتیت در مرکز و گوتیت در کنارهها پدید آمده است. این پدیده بهخوبی نشان میدهد هماتیت پیش از گوتیت پدید آمده است (Ramdohr, 1980).
پیریت: پیریت در نمونة دستی کانی نایابی است. در نمونههای سطحی نیز بیشتر پیریتها دگرسان شدهاند و از آنها یک حفرة کوبیک تا بیشکل بهجای مانده است. این حفره گاه تهی است و گاه لیمونیت آن را پر کرده است. در نمونههای میکروسکوپی، بیشتر بلورهای پیریت بیشکل و با بافت موزاییکی ناهمسان دانه بههمراه مگنتیت و هماتیت و گوتیت دیده میشوند (شکل 12- A).
گوتیت: گوتیت یک هیدروکسید آهن است که در محیطهای سطحی زمینشناسی و از تبدیل اکسیدهای آهن (مگنتیت یا هماتیت) در پی هوازدگی شدید پدید میآید (Morris, 1980). این کانی در بخشهای سطحی ذخیرة آهن چاهپلنگ با رنگهای زرد، قهوهای و سرخ دیده میشود. گوتیت از فراوردههای ثانویه در توالی پاراژنتیکی کانهزایی منطقة چاهپلنگ است. در مقطعهای صیقلی بررسیشده گوتیت در پیرامون بلورهای مگنتیت و هماتیت دیده میشود و گاه درزههای بلورهای هماتیت خردشده را پرکرده است. در برخی مقطعها نیز گوتیت پیرامون بلورهای پیریت است یا شکستگیهای ریز بلورهای پیریت را پرکرده است (شکل 12).
شکل 12- تصویرهای میکروسکوپی از گوتیت در نمونههای مادة معدنی اندیس آهن چاهپلنگ. A) تصویر در نور انعکاسی PPL؛ B) تصویر در نور XPL (نام اختصاری کانیها برگرفته از Whitney و Evans (2010)؛ Gth: گوتیت، Mag: مگنتیت، Py: پیریت، Hem: هماتیت)
برپایة شواهد بهدستآمده، کانهزایی آهن در این منطقه بهصورت عدسی و گاه رگهای در سنگهای کربناته و آذرین دگرگونشده (متاولکانیک) رخ داده است و شامل دو مرحله هیپوژن (اصلی) و ثانویه است. برپایة ویژگیهای میکروسکوپی، نخست فوگاسیته در منطقه بالا بوده است و هماتیت بهصورت اسپیکولاریت و با تیغههای شکلدار تا نیمهشکلدار تهنشست پیدا کرده است (Ramdohr, 1980). با تغییر و کاهش اندک در فوگاسیتة اکسیژن محل، تهنشست مگنتیت رخ داده است؛ بهگونهایکه در مقطعهای میکروسکوپی، همرشدی آشکاری در هماتیت و مگنتیت دیده میشود. پس از این مرحله، در پی افزایش دوبارة فوگاسیتة اکسیژن در محلولهای کانهزا، مارتیت پدید آمده است. در مرحلة ثانویه، گوتیت در پی گذر محلولهای جوی از روی هماتیت پدید آمده است (Schwertmann, 1988). کانیهای سولفیدی (پیریت) نیز به مقدار اندک در مرحله نخست پدید آمدهاند. دگرسانی پروپلیتیک همراه با کانهزایی در سنگهای پیرامون رخ داده است. در مرحلههای پایانی، با چرخش محلولهای کانهزا در منطقه، سیلیس در شکستگی سنگ میزبان و کانسنگ آهن بهصورت کوارتز شیری رنگ پدید آمده است (شکل 13) (Fusswinkel et al., 2014).
شکل 13- توالی پاراژنزی در کانسنگ آهن چاهپلنگ
زمینشیمی کانسنگ در رخداد آهن چاهپلنگ
چگونگی توزیع و پراکندگی عنصرهای گوناگون در واحدهای سنگی هر منطقه و وابستگی این عنصرها با یکدیگر، از مهمترین جنبههایی است که معمولاً در بررسیهای زمینشیمیایی به آن پرداخته میشود. برپایة این روابط به ویژگیهای محیط پیدایش و فرایندهای مؤثر در پیدایش کانسار پی برده میشود (Nabatian et al., 2009). دادههای بهدستآمده از تجزیة نمونههای کانساری در جدول شماره 1 دیده میشوند.
الف- عنصرهای اصلی
بررسیهای زمینشیمیایی روی کانسنگ آهن چاهپلنگ نشان میدهد مقدار آهن کل در نمونههای برداشتشده برای تجزیة شیمیایی از 28 تا 91 درصدوزنی تغییر میکند. تغییرات بالای مقدار آهن، حتی در فاصلههای کوتاه در نهشتههای معدنی، نشاندهندة پیدایش اکسیدهای آهن از راه پرکردن فضاهای تهی در سنگهای میزبان منطقه است. این پدیده چهبسا پیامد حضور درزه و شکستگی با ابعاد گوناگون در سنگ میزبان است (Ohmoto, 2003).
میزان منیزیم در کانسنگ آهن چاهپلنگ، برابربا 66/0 تا 16/12 درصدوزنی است. این مقدار منیزیم برای کانسنگ آهن کمابیش بالا بهنظر میرسد. همبستگی کمی مثبت این عنصر (01/0) با آهن در شکل 14- A نشان داده شده است. این همبستگی چهبسا پیامد حضور منیزیم در مگنتیت بهصورت جانشینی Fe+2 و همچنین، وجود کانیهای فرومنیزین سیلیکاته بههمراه کانسنگ است.
منگنز ویژگی زمینشیمی مشابه آهن دارد و به ترکیب مگنتیت نیز میتواند افزوده شود (Krauskopf and Bird, 1976). مقدار منگنز کانسنگ برابربا 56/0 تا 15/10 درصدوزنی است و در نمونههای کانسنگی اندیس چاهپلنگ، همبستگی مثبت اندکی (003/0) با آهن نشان میدهد (شکل 14- B). دلیل همبستگی مثبت این عنصر با آهن، جانشینی Fe و Mn بهجای هم در مگنتیت دانسته میشود. عنصر منگنز ویژگیهای شیمیایی نزدیکی به آهن دارد و چهبسا جانشین آن شود. این جانشینی از جانشینیهای رایج در اندوختههای آهن بهشمار میرود (Barati, 2008).
مقدار فسفر در نمونههای تجزیهشده این منطقه برابربا 007/0 تا 35/2 درصدوزنی است. همبستگی این عنصر با آهن مثبت (02/0) است (شکل 14- C).
مقدار گوگرد در نمونههای تجزیهشده برابربا 004/0 تا 45/0 درصدوزنی است. عنصر گوگرد با آهن همبستگی اندکی (01/0) نشان میدهد (شکل 14- D). پیریت با فرمول FeS2 حملکنندة گوگرد بهشمار میرود. ازآنجاییکه پیریت در کانسنگ آهن چاهپلنگ کم است، گوگرد همبستگی ضعیفی با آهن نشان میدهد.
میزان تیتانیم TiO2 در نمونههای کانسنگی منطقه برابربا 01/0 تا 25/4 درصدوزنی است. تیتانیم معمولاً به ساختار مگنتیت افزوده میشود و مقدار بالایی در تجزیهها نشان میدهد. همانگونهکه در شکل 14 دیده میشود، نمونهها در دو گروه جای میگیرند. ازآنجاییکه مگنتیتهای منطقه در دو نسل پدید آمدهاند، مقدار تیتانیم در هر نسل متفاوت است. بخش A در شکل 14- E کانسنگ مگنتیتی دانسته میشود که کانی ایلمنیت دارد؛ اما بخش B کانسنگ مگنتیتی است که تیتانیم کمی دارد و کانی ایلمنیت ندارد.
برای شناخت وابستگی زایشی میان عنصر آهن با عنصرهای همراه، ضریب همبستگی این عنصرها با روش پیرسون (Pearson) نیز با بهکارگیری نرمافزار SPSS بهدست آورده شد. برپایة جدول 3، عنصر آهن بیشترین همبستگی را با عنصر منگنز نشان میدهد، زیرا رفتار زمینشیمیایی این دو عنصر یکسان است.
جدول 3- ضریبهای همبستگی پیرسون بهدستآمده برای نمونههای بررسیشدة کانسنگ آهن چاهپلنگ
|
SiO2 |
Al2O3 |
Fe2O3 |
CaO |
Na2O |
K2O |
MgO |
TiO2 |
MnO |
P2O5 |
SiO2 |
1 |
|
|
|
|
|
|
|
|
|
Al2O3 |
0.447 |
1 |
|
|
|
|
|
|
|
|
Fe2O3 |
- 0.393 |
- 0.502 |
1 |
|
|
|
|
|
|
|
CaO |
- 0.237 |
0.179 |
- 0.766 |
1 |
|
|
|
|
|
|
Na2O |
- 0.096 |
- 0.038 |
- 0.062 |
0.126 |
1 |
|
|
|
|
|
K2O |
- 0.218 |
0.490 |
- 0.299 |
0.391 |
- 0.011 |
1 |
|
|
|
|
MgO |
- 0.106 |
- 0.270 |
0.176 |
- 0.173 |
- 0.253 |
- 0.214 |
1 |
|
|
|
TiO2 |
0.127 |
0.483 |
- 0.327 |
0.181 |
- 0.227 |
0.0392 |
0.139 |
1 |
|
|
MnO |
- 0.328 |
- 0.342 |
0.311 |
- 0.200 |
- 0.161 |
- 0.026 |
0.223 |
- 0.230 |
1 |
|
P2O5 |
0.000 |
- 0.105 |
0.074 |
- 0.055 |
- 0.182 |
- 0.073 |
0.299 |
- 0.054 |
- 0.024 |
1 |
شکل 14- نمودار همبستگی میان آهن با اکسیدهای اصلی و گوگرد (برپایة درصدوزنی) در نمونههای اندیس آهن چاهپلنگ. A) MgO؛ B) MnO ؛ C) P2O5؛ D) S؛ E) TiO2
ب- عنصرهای خاکی کمیاب
کانسارهایی که سامانههای گرمابی آنها را پدید میآورند ترکیباتی از عنصرهای کمیاب دارند که گویای شرایط حمل و نقل و تهنشینی با محلولهای گرمابی هستند (Naslund et al., 2000). بهطور معمول از الگوی رفتاری عنصرهای خاکی کمیاب در مواد معدنی برای تفسیر تاریخچه پیدایش و خاستگاه کانسارها بهره گرفته میشود (Cullers and Graf, 1984; Lottermoser, 1992). برپایة جدول 1، در نمونههای تجزیهشده از اندیس آهن چاهپلنگ مقدار ΣREE برابربا 91/10 تا ppm 67/110 است. همچنین، مقدار ΣHREE برابربا 1.51 تا 23/13 و میانگین آن برابربا 65/5 ppm است. مقدار ΣLREE نیز برابربا 4/9 تا 35/97 و میانگین آن برابربا 31/36 است. این مقدارها نشاندهنده غنیشدگی نمونهها از LREE و جدایش شدید میان LREE و HREE هستند. الگوی پراکندگی عنصرهای REE برپایة نمودار Boynton (1984) مربوط به اندیس آهن چاهپلنگ در شکل 15- A نشان داده شده است. برپایة این نمودار، LREEها دربرابر HREE و MREE غنیشدگی نشان میدهند. غنیشدگی عنصرهای LREE دربرابر HREE در ذخیرههای آهن مرتبط با سیالهای گرمابی، در نقاط گوناگون دنیا گزارش شده است (Helvaci, 1984; Barker, 1995; Marschik and Fontbote, 2001). همچنین، در این نمودار (شکل 15- A)، آنومالی مثبت Eu و منفی Ce دیده میشود. میزان غلظت عنصر Eu در کانسارهای آهن گوناگون کاملاً متفاوت است. سیالهای گرمابی از این عنصر غنیشدگی نشان میدهند (Lottermoser, 1992). به باور Sverjensky (1984)، غنیشدگی بالا از Eu یا بازتابی از دمای بیشتر از250درجه سانتیگراد است یا کاهش دما به هنگام آمیختگی سیالها با دو خاستگاه متفاوت را نشان میدهد. همچنین، در دادههای REE منطقه بیهنجاری منفی از عنصر Ce دیده میشود. ازآنجاییکه Ce+3 در محیطهای اکسیدی بهآسانی به Ce+4 اکسیده میشود، با کاهش شعاع، هیدروکسیدها و ذرات معلق آن را جذب سطحی و حمل میکنند یا در صورت حضور لیگاندهای کربناتی در سیال کربناتی، از محیط خارج میشود؛ ازاینرو، بیهنجاری کمابیش منفی آن در کانسنگهای هماتیتی چهبسا نشانة اکسیدشدن و خروج آن از محیط است (Spangenberg et al., 1999). الگوى عنصرهای REE کانسار آهن منطقة چاهپلنگ، از La غنیشدگی نشان مىدهد. این پدیده پیامد دارابودن اپیدوت در کانسنگ و اپیدوتىشدن سنگ میزبان در این منطقه است (Jiang et al., 2007). در شکل 15- B، الگوی پراکندگی بیشتر عنصرهای کمیاب و فرعی آورده شده است که به ترکیب کندریت CI بهنجار شدهاند. برپایة آنچه در نمودار دیده میشود، نمونههای اندیس چاهپلنگ در عنصرهای با قدرت میدان بالا (مانند: Zr، Nb و Ta) و کاتیون نامتحرک Ti تهیشدگی نشان میدهند که از ویژگیهای کانسارهای گرمابی است (Bao et al., 2004).
شکل 15- A) الگوی پراکندگی REE در کانسنگ چاهپلنگ بهنجارشده به ترکیب کندریت (Taylor and McLennan, 1985)؛ B) الگوی پراکندگی عنصرهای کمیاب در کانسنگ آهن چاهپلنگ بهنجارشده به ترکیب کندریت (Taylor and McLennan, 1985)
نسبت (La/Sm)n برای بررسی درجة جداکردن عنصرهای خاکی کمیاب سبک از سنگین بهکار برده میشود. در نمونههای چاهپلنگ، این نسبت 33/2 تا 92/4 است. این مقدار شیب منفی را از La به Sm در الگوی پراکندگی REE کانسنگ چاهپلنگ پدید آورده است (جدول 1). نسبت (Gd/Yb)n، برای بررسی درجة تفکیک عنصرهای خاکی کمیاب سنگین از Yb کاربرد دارد. این نسبت در نمونههای کانسنگی آهن چاهپلنگ برابربا 62/2 تا 56/8 است. هرچه این پارامترها مقدار عددی بیشتری داشته باشند، نشاندهندة اینست که جدایش این دو عنصر بیشتر و کاملتر بوده است. نسبت (Gd/Lu)n نیز پارامتری است که میزان گستردگی تفکیک میان عنصرهای خاکی کمیاب سبک و سنگین را نشان میدهد. این پارامتر در کانسنگ چاهپلنگ برابربا 77/0 تا 58/6 است (جدول 1). نسبت∑LREE/∑HREE در نمونههای منطقة چاهپلنگ برابربا 86/4 تا 3/7 و مقدار میانگین آن برابربا 1/6 است. برپایة پیشنهاد Tallarico و همکاران (2005)، عنصرهای خاکی کمیاب در سیستمهای ماگمایی یک رفتار ترجیحی نسبت به فاز جامد یا فاز مذاب نشان میدهند. همة نسبتهای یادشده نشاندهندة سیالهای گرمابی جداشده از ماگما هستند.
بحث و بررسی
Frietsch و Pendahl (1995) روی کانسارهای آهن تیپ کایرونا، Tallarico و همکاران (2005) روی کانسنگ مگنتیتی ذخایر آهن گرمابی، Niranen و همکاران (2005) روی کانسنگهای آهن اسکارنی ناحیه میسی فنلاند و Oksuz و Koc (2009) روی کانسارهای آهن رسوبی بررسیهای دقیق انجام دادهاند. در شکلهای 16- A تا 16- D، دادههای پراکندگی عنصرهای خاکی کمیاب در این کانسارها و ذخیره چاهپلنگ آورده شدهاند:
الف- الگوی پراکندگی عنصرهای خاکی کمیاب در نمونههای کانسنگ مگنتیتی کانسارهای آهن رسوبی در شکل 16- A نشان داده شده است. آنومالی مثبت Eu و آنومالی منفی قوی Ce از ویژگیهای شناختهشدة کانسارهای آهن رسوبی است. آنومالی مثبت Eu در این نوع کانسارها را پیامد افزودهشدن سیالهای گرمابی داغ و سرشار از Eu به اقیانوسها میدانند (Barret et al., 1988). آنومالی منفی و قوی Ce نیز از ویژگیهای شناختهشدة کانسارهای آهن گرمابی زیردریایی است (Fryer, 1977). وجود آنومالی مثبت Eu و منفی Ce همراه در کانسارهای رسوبی نیز نشاندهندة اینست که کانسنگ بهصورت رسوبگذاری شیمیایی و در حضور سیالهای گرمابی زیردریایی نهشته شده است. از دیگر ویژگیهای این کانسارها، غنی شدگی از HREE دربرابر LREE است که در تضاد با الگوی پراکندگی REEهای منطقة چاهپلنگ است.
ب- در شکل 16- B، الگوی پراکندگی عنصرهای خاکی کمیاب برای ذخایر آهن گرمابی رسم شده است. این نمودار یک نمودار کاهشی است که در آن میزان عنصرهای LREE از HREE بسیار بیشتر است. این ویژگی نشاندهندة نقش محلولهای گرمابی در پیدایش این کانسارهاست. در این شکل برای مقایسه، الگوی مربوط به کانسنگ چاهپلنگ نیز آورده شده است. کانسنگ چاهپلنگ از دیدگاه غنیشدگی از LREE بسیار همانند کانسارهای گرمابی است. آنومالی مثبت Eu و کمی منفی Ce، از ویژگیهای شناختهشدة کانسارهای آهن گرمابی است (Tallarico et al., 2005) که در ذخیره چاهپلنگ نیز دیده میشود.
پ- در کل برپایة نوع سنگ واکنشدهنده، کانسارهای آهن اسکارنی الگوهای کمابیش متغیری نشان میدهند؛ اما از دیدگاه غنیشدگی LREE و تهیشدگی از HREE همانند کانسارهای با خاستگاه ماگمایی هستند (Niranen et al., 2005). همانگونهکه در شکل 16- C دیده میشود، شباهت کمی میان الگوی REE این کانسار با کانسنگ چاهپلنگ بهچشم میخورد و تفاوتهایی (مانند: آنومالی منفی Eu و روند کاهشی با شیب کم) نیز دارند. شیب کم در این نمودار مربوط به جدایش کم میان LREE و HREE است. تنها شباهت چاهپلنگ و کانسارهای اسکارن، همپوشانی یا به گفتة دیگر، دامنه مقداری REEهاست.
شکل 16- مقایسه الگوی پراکندگی REE بهنجارشده به ترکیب کندریت در کانسنگ آهن چاهپلنگ با: A) کانسارهای آهن رسوبی (Oksuz and Koc, 2009)؛ B)کانسنگ مگنتیتی ذخایر آهن گرمابی (Tallarico et al., 2005)؛ C) کانسنگهای آهن اسکارنی ناحیة میسی فنلاند (Niranen et al., 2005)؛ D) کانسارهای آهن تیپ کایرونا (Frietsch and Pendahl, 1995)
ت- الگوی پراکندگی عنصرهای خاکی کمیاب کانسارهای آهن تیپ کایرونا و کانسنگ چاهپلنگ برای مقایسه با هم در شکل 16- D آورده شده است. Frietsch و Pendahl (1995) توزیع و پراکندگی REE مگنتیت در کانسارهای آهن آپاتیتدار شمال سوئد را با هم مقایسه کردند و نشان دادند مگنتیت در کانسارهای آهن تیپ کایرونا، مقدار REE کمابیش کم (ppm 100>) است. در این تیپ کانسارها، نسبت LREE/HREE تفکیک مشخصی دارد و میزان تفکیک در LREE نسبت به HREE بالاست. در کانسنگ چاهپلنگ همانند کانسارهای تیپ کایرونا غنیشدگی از عنصرهای LREE بهخوبی دیده میشود و نمودار روند کاهشی مشخصی را نشان میدهد. آنومالی منفی Gd در کانسنگ مگنتیت تیپ کایرونا از تفاوتهای مربوط به الگوهای REE این گروه از کانسارها با الگوی REE کانسنگ چاهپلنگ است؛ زیرا در نمونههای چاهپلنگ این آنومالی دیده نمیشود. افزونبراین، مقدار میانگین مجموع عنصرهای خاکی کمیاب سنگین از تفاوتهای دیگر ذخیره چاهپلنگ با این گروه از کانسارهاست. این مقدار میانگین در کانسنگ چاهپلنگ برابر ppm 6 است که از مجموع عنصرهای خاکی کمیاب در کانسارهای تیپ کایرونا کمتر است. همانگونهکه در شکل 16 دیده میشود، دامنة مقداری HREE در این کانسارها گسترده است؛ اما در چاهپلنگ دامنه عددی کمی دارد.
برپایة آنچه گفته شد، میان الگوی پراکندگی REE در منطقة چاهپلنگ و کانسارهای اسکارنی، گرمابی و کایرونا افزونبر برخی تفاوتها، شباهتهایی نیز دیده میشوند؛ بهگونهایکه روندی کاهشی در الگوی پراکندگی REE این کانسارها دیده میشود. این ویژگی نشاندهندة نقش محلولهای گرمابی در همة این کانسارهاست.
Kato (1999) بررسیهایی روی چهار کانسار ژاپن انجام داده است و برپایة سه پارامتر Eu/Eu*، Ce/Ce* و (Pr/Yb)cn دربرابر مجموع REEهای کانسنگ، پیشنهاد کرده است که سیالهای کانهزا یا خاستگاه جوی داشتهاند یا ماگمایی بودهاند. برپایة بررسیهای این پژوهشگر، این سه پارامتر برای آهن چاهپلنگ نیز بهدست آورده و در برابر مجموع عنصرهای REE رسم شدند (شکل 17). برپایة این شکل، بیشتر سیالهای کانهزا، سیالهای گرمابی برخاسته از ماگما بودهاند و سیالهای جوی نقش بسیار کمی در کانهزایی آهن داشتهاند.
شکل 17- نمودارهای نشاندهندة نوع سیالهای مؤثر در کانهزایی با خاستگاه جوی و ماگمایی (Kato, 1999)
بیشترین انتقال آهن در محلولهای آبکی و از درون پوستة زمین بهصورت آهن فرو یا دو ظرفیتی (Fe+2) روی میدهد. در دماها و درجه شوریهای بالا، آهن فرو با لیگاندهای کلریدی کمپلکسهای پایدار (FeCl و FeCl2) را میسازد و مسئول انتقال آهن است؛ اما با کاهش دما این کمپلکس پایداری خود را از دست میدهد (Robb, 2009):
FeCl2 (aq)= Fe+2 (aq)+ 2Cl-
برپایة بررسیهای انجامشده در شرایط حاکم بر رخسارة شیستسبز تا آمفیبولیت، کمپلکسهای کلریدی بهترین حملکننده برای فلزهای پایه بهشمار میروند. همانگونهکه در بخش زمینشیمی عنصرهای خاکی کمیاب گفته شد، نمونههای کانسنگ آهن از LREE دربرابر HREE غنیشدگی نشان میدهند و لیگاندهای کلریدی حملکنندة بهتری برای عنصرهای LREE هستند. آنومالی مثبت Eu مرتبط با سیالهای داغ (دمای بیشتر از 250 درجه سانتیگراد) و احیایی است (Sverjensky, 1984). ازآنجاییکه آنومالی Eu در کانسنگ آهن مثبت است، پس دمای سیال نخستین سازندة آهن از 250 درجه سانتیگراد بیشتر و اسیدیته آن بالا بوده است؛ ازاینرو، آهن را بهصورت فرو و توسط کمپلکسهای کلریدی انتقال داده است. بهدنبال نفوذ این سیال درون شکستگیها و فضاهای تهی سنگ میزبان که در پی فرایندهای زمینساختی در منطقه روی داده است، این سیال اسیدی با سیالی چهبسا جوی، با pH بالا و فوگاسیتة اکسیژن بالا آمیخته شده و pH بالای سیال و دمای آن کاهش یافته و شرایط برای تهنشست اکسیدهای آهن در منطقه فراهم شده است. لیگاندهای کلریدی آهن در واکنشهای فراوانی شرکت میکنند و تهنشست اکسیدهای آهن را در پی دارند. واکنش زیر یکی از این واکنشهاست (Luo et al., 2015):
Ca2 (Mg,Fe)5 (Si4O11)2 (OH)2 + FeCl2 + 2Cl2 = 2Fe3O4 + 2CaCl2 + 2HCl + 8SiO2
actinolite magnetite
پس در رخداد آهن چاهپلنگ انتقال آهن در سیالهای گرمابی بهصورت کمپلکسهای کلریدی روی داده است و عوامل گوناگونی (مانند: کاهش درجة دما، آمیختگی سیالها با یکدیگر، افزایش نفوذپذیری و پیدایش شکستگیها و گسلها در سنگ میزبان مادة معدنی) تهنشست آهن را بهدنبال داشته است. در شکل 18، الگوی شماتیک چگونگی پیدایش رخداد آهن چاهپلنگ پیشنهاد شده است.
شکل 18- الگوی شماتیکِ چگونگی پیدایش رخداد آهن چاهپلنگ
نتیجهگیری
رخداد آهن چاهپلنگ در جنوبخاوری انارک دربردارندة مگنتیت و هماتیت با مقدار کمی گوتیت است که بهصورت پراکنده در سنگ میزبان و گاه عدسیهای کوچک در منطقه رخنمون دارند. پیریت تنها کانی سولفیدی در منطقه است که به مقدار بسیار کم دیده میشود. بافتهای پراکنده، تودهای، خوردگی، برشی، جانشینی و شبکهای از مهمترین بافتهای دیدهشده هستند. سنگ میزبان کانسنگ سنگهای ولکانیکی دگرگونشده (متاآندزیت و متابازالت) با سن پالئوزوییک است. دگرسانیهای سیلیسی و پروپلیتیک از مهمترین دگرسانیهای همراه با ذخیره هستند. بررسی دامنة الگوی پراکندگی عنصرهای REE و نسبتهای بهدستآمده برای این عنصرها، همانندیِ این ذخیره با کانسارهای تیپ گرمابی را نشان میدهد. وجود سنگهای آذرین در محدوده معدنی نشاندهندة وجود یک سیستم ماگمایی بزرگتر در منطقه است که با کانهزایی آهن ارتباط دارد. عنصر آهن از یک تودة آذرین بههمراه سیالهای جداشده از آن در راستای گسلها به سوی بخشهای کم فشارترِ نزدیک سطح زمین حرکت کرده و بهصورت کمپلکسهای پیچیده مختلف با لیگاندهای گوناگون در محلول جابجا شده است. بهدنبال آمیختگی سیالهای گرمابی و جوی تهنشست مگنتیت روی داده است. کاهش قدرت انحلال سیال گرمابی پدیدآمده در پی واکنش با سنگهای کربناته دولومیتیِ منطقه، افزایش فوگاسیته CO2 و کاهش فعالیت H2O را به دنبال داشته و به شکستهشدن کمپلکسهای حملکنندة آهن انجامیده است. این فرایند در سیستمهای ژرف که نسبت سیال به سنگ کم است و لیگاندهای کلریدی در سیال گرمابی فراوان هستند، مگنتیت را پدید میآورد. در شرایط سطحی، کاهش درجة دما و افزایش pH در پی آمیختگی با آب جوی، حالت اکسیداسیون در سیال گرمابی را افزایش میدهند و هماتیت را در بخشهای با ژرفای کمترِ ذخیرة چاهپلنگ پدید میآورند. این پدیده با دگرسانی پروپلتیک (کلریت و اپیدوت) و سرانجام، سیلیسیشدن همراه است. بافتهای تودهای و پراکنده در کانسنگ نشاندهندة تهنشست از محلول نخستین و بافتهای جانشینی نشاندهندة تأثیر محلولهای ثانویه بر این کانسنگ هستند که سرانجام تهنشست گوتیت را بهدنبال داشتهاند.