Document Type : Original Article
Authors
1 Department of geoloy, Faculty of earth science, Bu-Ali Sina university, Hamedan.Iran
2 Department of Geology, Faculty of Sciences, Bu-Ali Sina University, Hamadan,Iran
3 Department of Geology, Faculty of Earth sciences, University of Bu-Ali Sina, Hamedan,Iran
Abstract
Keywords
Main Subjects
جریانهای گدازه مافیک و حد واسط در برخی واحدهای زمینشناسی در شمالباختر ایران در کمربند کوهزایی نئوتتیس گسترده شدهاند (Kheirkhah et al., 2009, 2013; Neill et al., 2013, 2015; Shafaii Moghadam et al., 2014; Azizi et al., 2014; Yousefi et al., 2017; Sugden et al., 2019; Fazlnia, 2019).
این پهنه در پی همگرایی صفحة عربی- آفریقایی و صفحة اوراسیا، برخورد چندین بلوک قارهای و در ادامه، فرورانش اقیانوس تتیس به زیر اوراسیا پدید آمده است. ماگماتیسم مرتبط با فرورانش در حاشیة اوراسیا در کرتاسه آغاز شده و با فرورانش صفحة عربی در پالئوسن ادامه یافته است و پس از آن برخورد تا کنون ادامه داشته است (Moritz et al., 2016). ماگماتیسم سنوزوییک در مرز فعال قارهای در ایران در مناطق البرز، ارومیه- دختر و سنندج- سیرجان روی داده است. این ماگماتیسم در پالسهای زمانی و مکانی گوناگون، سنگهای ماگمایی با ویژگیهای زمینشیمیایی گوناگون پدید آورده است؛ اما ارتباط میان پالسهای ماگمایی سنوزوییک در شمالباختری ایران و فرورانش نئوتتیس، لایهلایهشدگی، برخورد و شکست تختة فرورو بهطور قطعی شناخته نشده است (Shafaii Moghadam et al., 2018). افزونبر این، دربارة سازوکار دقیق پیدایش و جایگیری مذاب گوشتهای نیز شبههایی وجود دارد (Fazlnia, 2019). به باور برخی پژوهشگران، هنوز ذوب تختة فرورو و یا پوستة زیرین ادامه دارد (مانند: Azizi et al., 2014; Lechmann et al., 2018)؛ اما بیشتر پژوهشگران استدلالهای دیگری دارند. برای نمونه، ترکیب صفحة شکسته نئوتتیس و گوشتة بالاآمده (Allen et al., 2013; Fazlnia and Kouzekoulani; 2012; Keskin, 2003; Kheirkhah et al., 2009; Neill et al., 2013, 2015; Shafaii Moghadam et al., 2014; Özdamar et al., 2017)، تضاد ضخامت سنگکرهای (Sugden et al., 2019)، ذوبشدگی در منطقه و ژرفای تجزیة آمفیبولها (Allen et al., 2013).
سکانسهای آتشفشانی و آذرآواری ائوسن یکی از پالسهای ماگمایی مهم در طول پهنة کوهزایی نئوتتیس، هستند که بیشتر در بخش باختری پهنة ماگمایی البرز گسترده شدهاند و دربردارندة رسوبهای آواری، آذرآواری و سنگهای بازیک کالکآلکالن پتاسیک تا جریانهای گدازه اسیدی هستند. این سنگها در پهنة زمینساختی کمان قارهای پدید آمدهاند (Asiabanha et al., 2009).
پهنة ماگمایی البرز که منطقة مشکین- رشتآباد بخش از آن بهشمار میرود، به درازای 600 کیلومتر و پهنای نزدیک به 100 کیلومتر با روند خاوری- باختری است. تفاوتهای بسیاری میان دو بخش البرز خاوری و البرز باختری شناخته شده است. برپایة بررسیهای Blourian (1994)، بخش خاوری دربردارندة توف و گدازههای بازیک تا اسیدی با سرشت آلکالن تا شوشونیتی و به سن ائوسن است؛ اما بخش باختری (که به نام پهنة ماگمایی البرز- آذربایجان خوانده میشود) از گدازههای آندزیتی و داسیتی به همان سن و تودههای آذرین درونی فراوان، با ترکیب گرانیتویید و سرشت کالکآلکالن ساخته شده است (Moayyed, 2001; Nabatian and Ghaderi, 2013). توالی آتشفشانی منطقة مشکین- رشتآباد بخشی از پهنة ماگمایی ائوسن البرز باختری است. این پژوهش با بررسی ارتباط ویژگیهای زمینشیمیایی و رژیم زمینساختی سنگها، به تبیین جایگاه زمینساختی، خاستگاه و شرایط پیدایش ماگماهای سازندة سنگهای مافیک، بهویژه بازالتها، میپردازد. امید است این پژوهش در روشنشدن سرگذشت زمینشناسی منطقه مؤثر باشد.
زمینشناسی منطقه
منطقة مشکین- رشتآباد بخشی از پهنة ماگمایی ترشیری البرز باختری است که در 45 کیلومتری شمالباختری شهرستان زنجان، در عرض جغرافیایی شمالی”32´59°36 تا ”01´09°37 و طول جغرافیایی خاوری”09´20°48 تا ”00´30° 48، در جنوب نقشة زمینشناسی 1: 100000 هشتجین جای دارد (Faridi and Anvari, 2000) (شکل 1).
پیسنگ کهن پهنة ماگمایی البرز- آذربایجان (AAMB) از سنگهای دگرگونی ساخته شده است که در شمالباختری لاهیجان، جنوبباختری خوی، شمال تبریز و شمال- شمالباختری زنجان رخنمون دارند. سن این پیسنگ، نئوپروتروزوییک بالایی- کامبرین زیرین است (Shafaii Moghadam et al., 2015). برپایة نقشه و برپایة بررسیهای میدانی، بیشتر واحدهای سنگی رخنمونیافته در این منطقه مجموعهای از سنگهای آتشفشانی ائوسن هستند که با تودههای آذرین نیمهژرف و درونیِ الیگوسن قطع شدهاند. سنگهایِ ائوسن (همارز با سازند کرج) شامل ردیفی از سنگهای آذرآواری (واحد Et) توف سبز با لایهبندی منظم و میانلایههای گدازههای داسیتی- آندزیتی و بازالتآندزیتی (واحد Et1) و توفهای بازیک با درونلایههای گدازههای تراکیبازالتی (واحد EV2) هستند. مجموعهای از سنگهای ریولیت، ریوداسیت با بافت پورفیریتیک (واحد Olv1) و تراکیبازالت، تراکیآندزیت (واحد OlV2) به سن الیگوسن با ناپیوستگی زاویهدار روی واحدهای سنگی ائوسن جای گرفتهاند (Feizi et al., 2016).
شکل 1- نقشة زمینشناسی سادهشده منطقة مشکین- رشتآباد برپایة نقشة 1:100000 هشتجین (Faridi and Anvari, 2000) (با تغییرات)
سنگهای آذرین نیمهژرف با ترکیب تراکیآندزیتی که به شکلهای گوناگون (دایک، سیل، لاکولیت و رگه) (شکل 2- A) رخنمون دارند، درون واحدهای ائوسن و الیگوسن تزریق شدهاند. پراکندگی جغرافیایی این دایکها معمولاً از روند خطی خاوری- باختری و همراستا با گسل راستالغز رشتآباد پیروی میکند (شکل 2- B).در پی حرکتهای زمینساختی، نهشتههای ائوسنِ منطقه دچار چینخوردگی و گسلش شده و همزمان با آنها تودههای آذرین درونی با ترکیب کوارتزمونزونیت و کوارتزسینیت (واحد Olqm) در این منطقه پدید آمدهاند (Mehrabi et al., 2009) (شکل 2- C). سن این واحد (تودة آذرین درونی گلجین) به روش Ar40/Ar39، برابربا 58/1±87/41 میلیون سال پیش (ائوسن میانی) بهدست آمده است (Ghasemi Siani et al., 2015).
شکل 2- A) رخنمون دایک بازالتی ارغوانیرنگ با روند خاوری- باختری(دید بهسوی خاور)؛ B) گسل رشتآباد با روند خاوری- باختری (دید بهسوی شمال)؛ C) تودة آذرین درونی با ترکیب گرانیتی (گرانیت گلجین) که در نقشة زمینشناسی با نام اختصاری Olqm شناخته میشود (دید بهسوی شمال)؛ D) رخنمونی از واحد بازالتی (دید بهسوی خاور)
روش انجام پژوهش
پس از انجام بررسیهای کتابخانهای و بررسی پژوهشهای پیشین، از واحدهای سنگی نمونهبرداری انجام شد. شمار 60 مقطع نازک از واحدهای سنگی منطقه تهیه و با میکروسکوپ پلاریزان Zeiss بررسی شد. سپس برپایة تغییرات سنگشناسی، شمار 10 نمونه برای انجام تجزیههای شیمیایی برگزیده و تجزیه شیمیایی آنها با دستگاه ICP-AES (طیفسنج جرمی پلاسمای انتشار اتمی) یرای اندازهگیری عنصرهای اصلی و ICP-MS (طیفسنج جرمی پلاســمای جفتشــدة القــایی) برای عنصرهای کمیاب و خاکی کمیاب، با هدف بررسیهای زمینشیمیایی در دانشگاه ایالتی پنسیلوانیا (آمریکا) انجام شد. دادههای بهدستآمده از این آزمایشها در جدول 1 آورده شدهاند.
جدول 1- دادههای بهدستآمده از تجزیة زمینشیمیایی سنگهای بازالتی منطقة مشکین- رشتآباد (اکسید عنصرهای اصلی برپایة درصدوزنی و عنصرهای فرعی برپایة ppm)
Sample No. |
R56- 31 |
Zn- js1 |
Zn- M55 |
ZR- 516 |
R56- 13 |
ZR- 56 |
ZR- 58 |
Coordinate |
48°22ʹ36ʺE 37°05ʹ02ʺN |
48°29ʹ19ʺE 37° 08ʹ41ʺN |
48°08ʹ23ʺE 37°0.2ʹ08ʺN |
48°22ʹ39ʺE 37°03ʹ18ʺN |
48°22ʹ44ʺE 37°05ʹ20ʺN |
48°23ʹ06ʺE 37°04ʹ19ʺN |
48°23ʹ15ʺE 37° 04ʹ05ʺN |
SiO2 |
57.76 |
56.24 |
51.40 |
51.20 |
54.02 |
57.88 |
52.77 |
TiO2 |
0.98 |
0.98 |
1.03 |
0.97 |
1.19 |
0.85 |
0.95 |
Al2O3 |
16.87 |
14.72 |
17.36 |
15.98 |
17.04 |
14.20 |
17.05 |
Fe2O3 |
1.26 |
1.28 |
1.52 |
1.54 |
1.32 |
1.48 |
1.31 |
FeO |
7.19 |
7.27 |
8.63 |
8.78 |
7.47 |
8.41 |
7.48 |
MnO |
0.48 |
0.10 |
0.18 |
0.35 |
0.64 |
0.26 |
0.14 |
MgO |
2.03 |
2.41 |
4.07 |
5.27 |
3.94 |
5.30 |
4.47 |
CaO |
1.43 |
5.51 |
8.61 |
6.49 |
2.53 |
1.91 |
7.23 |
Na2O |
1.62 |
2.06 |
3.26 |
2.03 |
2.45 |
2.24 |
2.43 |
K2O |
6.70 |
3.14 |
1.44 |
4.63 |
5.99 |
2.22 |
3.79 |
P2O5 |
0.31 |
0.47 |
0.39 |
0.31 |
0.41 |
0.23 |
0.32 |
LOI (900°C) |
3.42 |
5.48 |
3.30 |
2.26 |
3.46 |
4.59 |
2.00 |
Sum |
100.05 |
99.66 |
101.19 |
99.81 |
100.46 |
99.57 |
99.94 |
Li |
40.80 |
13.00 |
17.10 |
29.90 |
52.50 |
64.70 |
27.10 |
Sc |
15.20 |
22.10 |
24.70 |
26.40 |
25.60 |
23.90 |
24.80 |
V |
94.50 |
207 |
246 |
238 |
223 |
174 |
216 |
Cr |
5.14 |
39.90 |
74.50 |
104 |
43.10 |
60.20 |
44.80 |
Co |
19.80 |
21.70 |
32.40 |
32.30 |
31.50 |
28.10 |
36.30 |
Ni |
1.93 |
13.80 |
29.30 |
33.50 |
15.60 |
22.50 |
22.00 |
Cu |
44.30 |
197 |
65.90 |
41.00 |
7.80 |
57.50 |
101 |
Zn |
202 |
61.40 |
94.30 |
701 |
569 |
209 |
86.40 |
Rb |
288 |
85.50 |
29.20 |
177 |
210 |
70.70 |
134 |
Sr |
239 |
594 |
717 |
532 |
441 |
148 |
517 |
Y |
31.30 |
25.90 |
26.30 |
24.20 |
33.30 |
18.10 |
25.90 |
Zr |
191 |
155 |
191 |
155 |
100 |
124 |
166 |
Nb |
15.90 |
14.10 |
14.70 |
12.30 |
12.10 |
9.79 |
12.50 |
Mo |
0.25 |
0.98 |
0.65 |
1.13 |
1.12 |
4.66 |
1.04 |
Cd |
0.03 |
1.58 |
0.21 |
1.26 |
1.10 |
0.314 |
0.12 |
Sn |
1.70 |
2.03 |
2.70 |
1.75 |
2.00 |
1.43 |
1.60 |
Sb |
3.91 |
0.32 |
1.52 |
3.44 |
6.85 |
3.00 |
3.05 |
Cs |
9.37 |
3.16 |
0.30 |
3.89 |
6.31 |
0.73 |
2.08 |
Ba |
1370 |
893 |
285 |
1150 |
1310 |
668 |
598 |
La |
28.00 |
28.80 |
27.60 |
22.50 |
24.1 |
11.40 |
24.10 |
Ce |
56.70 |
56.30 |
56.00 |
45.70 |
51.50 |
23.40 |
49.20 |
Pr |
6.97 |
6.70 |
6.58 |
5.62 |
6.67 |
3.44 |
5.95 |
Nd |
27.50 |
25.20 |
26.30 |
22.70 |
26.90 |
14.40 |
24.10 |
Sm |
6.14 |
5.37 |
5.40 |
4.96 |
6.20 |
3.41 |
5.17 |
Eu |
1.49 |
1.48 |
1.33 |
1.29 |
1.64 |
0.85 |
1.36 |
Gd |
5.76 |
5.15 |
5.15 |
4.80 |
6.18 |
3.32 |
5.04 |
Tb |
0.91 |
0.81 |
0.77 |
0.72 |
0.96 |
0.52 |
0.78 |
Dy |
5.33 |
4.58 |
4.59 |
4.3 |
5.35 |
3.13 |
4.59 |
Ho |
1.13 |
0.94 |
0.93 |
0.89 |
1.08 |
0.69 |
0.92 |
Er |
3.14 |
2.70 |
2.67 |
2.45 |
2.99 |
1.98 |
2.67 |
Tm |
0.47 |
0.39 |
0.40 |
0.37 |
0.42 |
0.30 |
0.39 |
Yb |
3.07 |
2.64 |
2.61 |
2.35 |
2.74 |
2.02 |
2.54 |
Lu |
0.45 |
0.39 |
0.40 |
0.36 |
0.39 |
0.30 |
0.38 |
Hf |
4.99 |
3.86 |
4.76 |
4.21 |
2.68 |
3.38 |
4.18 |
Ta |
1.03 |
0.85 |
0.94 |
0.78 |
0.74 |
0.63 |
0.83 |
Tl |
1.82 |
0.90 |
0.30 |
0.84 |
1.26 |
0.46 |
0.58 |
Pb |
13.20 |
11.00 |
16.30 |
72.1 |
161 |
35.00 |
9.14 |
Th |
7.98 |
5.60 |
10.00 |
7.53 |
5.00 |
5.66 |
7.44 |
U |
2.32 |
1.84 |
3.32 |
2.41 |
1.42 |
2.74 |
2.23 |
Mg# |
33.51 |
37.15 |
45.68 |
51.70 |
48.49 |
52.93 |
51.58 |
Ta/Yb |
0.33 |
0.32 |
0.36 |
0.33 |
0.27 |
0.31 |
0.32 |
Th/Yb |
2.59 |
2.12 |
3.83 |
3.20 |
1.82 |
2.80 |
2.92 |
Nb/Y |
0.50 |
0.54 |
0.55 |
0.50 |
0.36 |
0.54 |
0.48 |
Th/Y |
0.25 |
0.21 |
0.38 |
0.31 |
0.15 |
0.31 |
0.28 |
La/Yb |
9.12 |
10.90 |
10.57 |
9.57 |
8.79 |
5.64 |
9.48 |
Ba/La |
48/92 |
31.00 |
10.32 |
51.11 |
54.35 |
58.59 |
24.81 |
Ba/Ta |
1330 |
1050 |
303.19 |
1474 |
1770 |
1060 |
720 |
Zr/Nb |
12.01 |
10.99 |
12.99 |
12.60 |
8.26 |
12.66 |
13.28 |
Ce/Pb |
4.29 |
5.11 |
3.43 |
0.63 |
0.31 |
0.66 |
5.38 |
(La/Yb)n |
6.86 |
6.28 |
4.04 |
6.81 |
6.30 |
7.91 |
7.04 |
جدول 1- ادامه
Sample No. |
ZR- 59Z |
ZR- 517 |
ZR- RS12 |
Coordinate |
48°23ʹ15ʺE 37°04ʹ05ʺN |
48°22ʹ38ʺE 37°03ʹ18ʺN |
48°25ʹ00ʺE 37°05ʹ14ʺN |
SiO2 |
52.81 |
52.02 |
55.53 |
TiO2 |
0.90 |
0.83 |
0.87 |
Al2O3 |
15.98 |
17.00 |
16.17 |
Fe2O3 |
1.27 |
1.25 |
1.08 |
FeO |
7.21 |
7.08 |
6.13 |
MnO |
0.24 |
0.14 |
0.10 |
MgO |
4.53 |
5.62 |
3.46 |
CaO |
6.82 |
7.46 |
5.59 |
Na2O |
2.14 |
2.42 |
2.89 |
K2O |
2.94 |
3.85 |
3.16 |
P2O5 |
0.27 |
0.30 |
0.34 |
LOI (900°C) |
3.84 |
1.99 |
4.63 |
Sum |
98.95 |
99.96 |
99.95 |
Li |
25.70 |
24.70 |
40.80 |
Sc |
26.30 |
25.70 |
17.60 |
V |
201 |
208 |
196 |
Cr |
67.20 |
119.00 |
62.00 |
Co |
43.30 |
32.00 |
21.10 |
Ni |
21.70 |
32.10 |
21.00 |
Cu |
29.90 |
46.40 |
17.80 |
Zn |
106 |
74.70 |
58.40 |
Rb |
96.20 |
111 |
85.30 |
Sr |
458 |
433 |
613 |
Y |
24.40 |
22.00 |
23.00 |
Zr |
152 |
137 |
160 |
Nb |
11.80 |
11.00 |
13.00 |
Mo |
0.87 |
0.96 |
0.71 |
Cd |
0.07 |
0.08 |
0.17 |
Sn |
1.57 |
1.61 |
1.81 |
Sb |
3.26 |
3.13 |
0.79 |
Cs |
2.81 |
2.24 |
59.3 |
Ba |
680 |
499 |
559 |
La |
22.20 |
18.90 |
26.80 |
Ce |
43.20 |
39.20 |
52.20 |
Pr |
5.41 |
4.87 |
6.31 |
Nd |
21.70 |
19.80 |
24.20 |
Sm |
4.74 |
4.39 |
5.05 |
Eu |
1.26 |
1.10 |
1.30 |
Gd |
4.68 |
d |
4.65 |
Tb |
0.74 |
0.66 |
0.72 |
Dy |
4.30 |
3.87 |
4.10 |
Ho |
0.88 |
0.80 |
0.86 |
Er |
2.47 |
2.25 |
2.47 |
Tm |
0.36 |
0.34 |
0.36 |
Yb |
2.36 |
2.16 |
2.43 |
Lu |
0.35 |
0.32 |
0.35 |
Hf |
3.88 |
3.71 |
4.11 |
Ta |
0.78 |
0.69 |
0.88 |
Tl |
0.54 |
0.50 |
0.62 |
Pb |
18.3 |
8.65 |
12.40 |
Th |
6.68 |
6.59 |
8.84 |
U |
2.02 |
1.93 |
3.12 |
Mg# |
52.82 |
58.57 |
50.19 |
Ta/Yb |
0.33 |
0.31 |
0.36 |
Th/Yb |
2.83 |
3.05 |
3.63 |
Nb/Y |
0.48 |
0.50 |
0.56 |
Th/Y |
0.27 |
0.29 |
0.38 |
La/Yb |
09.40 |
8.75 |
11.02 |
Ba/La |
30.63 |
26.40 |
20.85 |
Ba/Ta |
871.79 |
723 |
635 |
Zr/Nb |
12.88 |
12.45 |
12.30 |
Ce/Pb |
2.36 |
4.53 |
4.20 |
(La/Yb)n |
7.55 |
6.74 |
7.24 |
در این روش نزدیک به 2/0 گرم از پودر سنگ با لیتیمبورات (LiBO2) ذوب و سپس در اسید HNO3 حل میشود. محلول بهدستآمده با دستگاه ICP-MS خوانش میشود. آستانة آشکارسازی عنصرهای اصلی 1/0 تا 01/0 درصدوزنی و برای عنصرهای فرعی 1/0 تا 10 ppm است. مقدار LOI (loss on ignition) در هر نمونه پس از حرارت در کوره با دمای میانگین 900 درجة سانتیگراد، برپایة اختلاف وزن آن با نمونة نخستین بهدست آمد. در پایان با بهکاربردن نرمافزارهای سنگشناسی و گرافیکی به ترسیم نمودارها و سپس تفسیر این دادهها پرداخته شد.
سنگنگاری
برپایة شواهد صحرایی واحدهای آتشفشانی ائوسن (همارز سازند کرج) بخش بزرگی از منطقة مشکین- رشتآباد را دربر میگیرند. این سنگها دربردارندة بازالتآندزیتی هستند که در شکل 1 بهترتیب در واحدهای EV2 و Et جای دارند. بازالتآندزیتی (شکل 2- D) بهرنگ خاکستری و ارغوانی تیره دیده میشود و بهترتیب فراوانی از درشتبلورهای پلاژیوکلاز، کلینوپیروکسن و الیوین ساخته شده است. پلاژیوکلازها (30- 60 درصدحجمی) بیشتر نیمهشکلدار تا بیشکل هستند. این کانیها هم بهصورت درشتبلور و هم بهصورت ریزبلور در خمیرة سنگ دیده میشوند و نشانههایی از دگرسانیهای اپیدوتیشدن و سرسیتیشدن در آنها دیده میشوند. درشتبلورهای الیوین دارای فراوانی 0- 15 درصدحجمی هستند. برپایة ریختشناسی الیوینها، بازالتآندزیتی به دو دسته ردهبندی میشود:
1- بلورهای گردشده که ساختار بلوری ندارند (شکل 3- A)؛
2- بلورهایی با خوردگیهای خلیجی که با کلریت پرشدهاند (شکل 3- B).
الیوینها از شمار کانیهایی هستند که در سنگهای آتشفشانی، تغییرات فیزیکی و شیمیایی ماگما را بهخوبی و در غالب فرایند انحلال ماگمایی، بهصورت تحلیلرفتگی، هضم سطوح و کنارههای بلور و در پایان، پدیدآمدن خلیجخوردگی نشان میدهند. انحلال و ناپایداری بلور، در پی عواملی مانند تغییر فشار و دما هنگام بالاآمدن ماگما و یا تغییر ترکیب شیمیایی آن روی میدهد (Chen andZhang, 2008).
کلینوپیروکسنها با درصد فراوانی 10 تا 20 درصدحجمی بهصورت مقاطع ششوجهی و یا ستونی دیده میشوند و برخی به کلریت دگرسان شدهاند. بیشتر پیروکسنها منطقهبندی دارند (شکل 3- C). در همة نمونههای بررسیشده بخش بزرگی از خمیرة سنگ را میکرولیتهایی دربر میگیرند که بیشترشان پلاژیوکلاز و پیروکسن هستند. بافت غالب در این سنگها پورفیری (هیالومیکرولیتی پورفیریک) و پورفیری تدریجی است. همچنین، تجمع فنوکریستها (پلاژیوکلاز، پیروکسن و الیوین) در بیشتر نمونهها بافت گلومروپورفیری را پدید آورده است (شکل 3- D).
شکل 3- تصویرهای میکروسکوپی (در XPL) از نمونههای بازالتی منطقة مشکین- رشتآباد: A) فنوکریست الیوین گردشده و فاقد ساختار بلوری؛ B) بلور الیوین با خوردگی خلیجی؛ C) بلورهای کلینوپیروکسن با منطقهبندی آشکار؛ D) بافت گلومروپورفیری (نام اختصاری کانیها برگرفته از Whitney و Evans (2010): Ol: الیوین؛ Px: پیروکسن)
زمینشیمی سنگ کل
دادههای تجزیه شیمیایی عنصرهای اصلی، کمیاب و خاکی کمیاب برای سنگهای آتشفشانی بازالتی منطقة مشکین- رشتآباد در جدول 1 آورده شدهاند. در نمونههای منطقة مشکین- رشتآباد، میزان SiO2 برابربا 58- 51 درصدوزنی، Al2O3 برابربا 18- 14درصدوزنی، CaO برابربا 9- 1 درصدوزنی، MgO برابربا 6- 2 درصدوزنی و میزان FeO در این نمونهها برابربا 9- 6 درصدوزنی است. مقدار اکسیدهای سدیم و پتاسیم نیز بهترتیب برابربا 4- 1 درصدوزنی و 7- 1 درصدوزنی بهدست آمده است.
ازآنجاییکه فرایند دگرسانی تحرک عنصرهای قلیایی را در پی دارد، کاربرد دادههای عنصرهای کمتحرک (مانند: Zr، Ti) برای نامگذاری و ردهبندی سنگها قابل اعتمادتر است. از اینرو، برپایة نمودار Zr/TiO2 دربرابر SiO2 (شکل 4)، سنگهای آتشفشانی مافیک منطقة مشکین- رشتآباد در محدودة ترکیبی بازالتآندزیتی- آندزیت (که در این مقاله با نام کلی بازالت از آنها نام برده میشود) جای گرفتهاند. این یافتهها با بررسیهای صحرایی و میکروسکوپی همخوانی پذیرفتنی نشان میدهند.
شکل 4- نمودار Zr/TiO2 دربرابر SiO2 برای ردهبندی زمینشیمیایی سنگهای آذرین منطقة مشکین- رشتآباد (Winchester and Floyd, 1977)
برای شناسایی سری ماگمایی سنگها و دریافتن وابستگی آنها، نمودار عنصرهای کمیاب کم تحرک Co دربرابر Th رسم شد (شکل 5- A). برپایة این نمودار، ترکیب سنگهای منطقه در محدودة کالکآلکالن پتاسیم بالا تا شوشونیتی است (شکل 5- A). همچنین، نمودار Ta/Yb دربرابر Ce/Yb نمونهها در بخش سری کالکآلکالن جای میگیرند (شکل 5- B).
شکل 5- ترکیب سنگهای بازالتی منطقة مشکین- رشتآباد در: A) نمودار Co دربرابر Th (Hastie et al., 2007)؛ B) نمودار Ta/Yb دربرابر Ce/Yb (Siddiqui et al., 2007)
برای شناسایی فرایند تکاملی ماگمای سازندة سنگهای آتشفشانی مافیک- حد واسط منطقة مشکین- رشتآباد، از نمودارهای تغییر عنصرهای اصلی (شکل 6) و فرعی (شکل 7) بهره گرفته شد. با افزایش SiO2، میزان اکسیدهای Al2O3، FeO، MgO، CaO روندی کاهشی نشان میدهند؛ اما K2O روند افزایشی دارد. عنصرهای فرعی مانند Cr و Ni با افزایش SiO2 روندی کاهشی و رفتاری ناسازگار هنگام جدایش بلوری ماگما نشان میدهند؛ اما Rb و Ba افزایش نشان میدهند. همبستگی منفی میان MgO و FeO و نیز کروم و نیکل با SiO2 شاخصی برای فرایند جدایش بلوری ماگما و نشاندهندة تبلوربخشی کانیهای فرومنیزین الیوین و کلینوپیروکسن هنگام تبلور ماگما بهشمار میرود (Wilson, 1989). همبستگی منفی میان نسبتهای CaO/Na2O دربرابر محتوای SiO2 شاید نشاندهندة جدایش بلورهای پلاژیوکلاز و کلینوپیروکسن در سنگهای آتشفشانی منطقه باشد (Herzberg and Zhang, 1996). در پی جانشینی Sr با کلسیم و ورود آن به شبکة پلاژیوکلاز کلسیمدار، Sr هنگام تکامل ماگما کاهش نشان میدهد.
از سوی دیگر، برای بررسی سرشت فرایندهای زمینشناسی و نیز پیدایش مجموعه سنگهای منطقه نمودارهای عنکبوتی عنصرهای چندمتغیره بهکار برده میشوند. برپایة نمودار تغییرات عنصرهای فرعی که دربرابر ترکیب گوشتة اولیه (Sun and McDonough, 1989) بهنجار شدهاند (شکل 8- A)، بازالتها کاهش آشکاری از عنصرهای سبک LILE بهسوی HFSE نشان میدهند و این نکته از ویژگیهای بیشتر ماگماهای وابسته به پهنههای فرورانش است (Seghedi et al., 2001; Machado et al., 2005; Yang and Li, 2008). در همة نمونهها، عنصرهای Pb، K و Cs ناهنجاری مثبت دارند؛ بهویژه Pb که در سنگها، ناهنجاری بسیار مثبتی (100- 1000 برابر) نشان میدهند. همچنین، از دیگر ویژگیهای سنگهای بررسیشده تهیشدگیِ عنصرهای HFSE (مانند Hf، Zr، Sm، Y و Yb) است.
شکل 6- ترکیب سنگهای بازالتی منطقة مشکین- رشتآباد در نمودارهای تغییرات اکسیدهای عنصرهای اصلی دربرابر SiO2
شکل 7- ترکیب سنگهای بازالتی منطقة مشکین- رشتآباد در نمودارهای تغییرات عنصرهای فرعی (برپایة ppm) دربرابر SiO2
شکل 8- ترکیب سنگهای بازالتی منطقة مشکین- رشتآباد در: A) نمودار تغییرات عنصرهای کمیاب بهنجارشده به ترکیب گوشتة اولیه (Sun and McDonough, 1989)؛ B) نمودار تغییرات عنصرهای خاکی کمیاب بهنجارشده به ترکیب گوشتة اولیه (Sun and McDonough, 1989)
در شکل 8- B تغییرات عنصرهای خاکی کمیاب (REE) در نمودار بهنجارشده به ترکیب گوشتة اولیه نمایش داده شده است. همانگونهکه دیده میشود، LREE بازالتهای منطقة مشکین- رشتآباد غنیشدگی برابربا 20- 40 برابر گوشتة اولیه نشان میدهند. همچنین، میزان فراوانی عنصرهای خاکی کمیاب سبک آنها (LREE) نسبت به عنصرهای خاکی کمیاب سنگین (HREE) غنیشدگی آشکاری نشان میدهد. نسبت (La/Yb)n در سنگهای بازیک برابر 91/7- 04/4 است. در کل، الگوی عنصرهای خاکی کمیاب سنگین الگوهای جدایشنیافته و مسطح و ناهنجاری منفی Eu را نشان میدهد (شکل 8- B). چنین الگوهایی برای عنصرهای HREE و نیز Y نشان میدهند ماگما بیرون از میدان پایداری گارنت پدید آمده است؛ اما ناهنجاری منفی یوروپیم و نیز استرانسیم چهبسا پایداری پلاژیوکلاز در خاستگاه را نشان میدهد (Wilson, 1989).
بحث
الف- جایگاه زمینساختی
برای شناخت محیط زمینساختی پیدایش سنگهای منطقه از دادههای زمینشیمیایی بهویژه دادههای عنصرهای کمیاب کم تحرک بهره گرفته شد. غنیشدگی LREEها نسبت به HREEها با الگوی کمابیش مسطح HREEها (شکل 8- B) نشاندهندة ماگماهایی با سرشت کالکآلکالن (Machado et al., 2005)، پیدایش سنگها در پهنههای فرورانش و گارنتداربودن سنگ خاستگاه (Wilson, 1989) هستند. همچنین، ناهنجاری منفی Eu از ویژگیهای گدازههای کالکآلکالن پهنههای فرورانش است (Tepper et al., 1993; Yang and Li, 2008). یادآوری میشود عنصرهای LILE (مانند: Rb، K و Th) و نیز LREE (مانند: La، Ce و Nd) نسبت به HFSE غنیشدگی نشان میدهند. به باور Sajona و همکاران (1996)، این اختلاف نشاندهندة محیطهای مرتبط با فرورانش است؛ زیرا که رسوبها و مایعات همراه آنها این غنیشدگی غیرعادی را بهدنبال داشتهاند. از سوی دیگر، پراکندگی نمونهها در نمودارهای Th/Yb دربرابر La/Yb (شکل 9- A) و نیز Yb دربرابر Th/Ta (شکل 9- B) نشاندهندة محیط زمینساختی مرز فعال قارهای برای پیدایش سنگهای منطقه است. نسبت Ba/La برای سنگهای N-MORB برابربا 10- 4، برای E-MORB و بیشتر بازالتهای درونصفحهای برابربا 15- 10و برای سنگهای آتشفشانی مرز صفحههای همگرا بیشتر از 15 است (Wood, 1980). این نسبت در کمانهای آتشفشانی بیشتر از پهنههای کششی و پهنههای پشت کمان است (Macdonald et al., 2000). میزان این نسبت در بیشتر سنگهای منطقه برابربا 20 تا 58 است. افزونبر این ویژگی، نسبت Ba/Ta بالاتر از 450 نیز نشاندهندة مذابهای محیط کمان ماگمایی است (Macdonald et al., 2000). این نسبت در نمونههای بررسیشده برابر با 635 تا 1770 است (مگر یکی از نمونهها). Brown و همکاران (1984) با بهکارگیری نسبت Nb دربرابر Rb/Zr ، کمانهای ماگمایی را برپایة میزان بلوغ آنها از یکدیگر شناسایی کردهاند (شکل 10- A). در این نمودار نمونههای منطقة مشکین- رشتآباد در محدودة کمان قارهای نرمال (دربرابر کمانهای بالغ) جای گرفتهاند (شکل 10- A). همچنین، در نمودار Ta/Yb دربرابر Th/Yb سنگهای آتشفشانی منطقه ویژگی سنگهای مرز فعال قارهای را نشان میدهند (شکل 10- B).
شکل 9- ترکیب سنگهای بازالتی منطقة مشکین- رشتآباد در نمودارهای شناسایی پهنة زمینساختی. A) Th/Yb دربرابر La/Yb (Condie, 1989)؛ B) نمودار Yb دربرابر Th/Ta (Gorton and Schandle, 2002)
شکل 10- ترکیب سنگهای بازالتی منطقة مشکین- رشتآباد در: A) نمودار Nb دربرابر Rb/Zr (Brown et al., 1984)؛ B) نمودار Ta/Yb دربرابر Th/Yb (Wilson, 1989)
ب- سنگزایی (خاستگاه ماگمای سازنده)
بازالتها ماگماهای کمابیش اصیلی هستند که اطلاعات ارزشمندی از ویژگیهای فیزیکوشیمیایی خاستگاه خود در اختیار قرار میدهند. بازالتها بخشهای بزرگی از پهنههای زمینساختی (مانند: پشتههای میاناقیانوسی، مرز قارهها، جزیرههای کمانی و ...) را میسازند و در آنها بازالتها به میزان چشمگیری دیده میشوند (Pearce and Cann, 1973). به باور بسیاری از پژوهشگران (مانند: Zhao and Zhou, 2007) ماگماهای مافیک عموماً از گوشتة سنگکرهای یا سستکرهای سرچشمه میگیرند. از سوی دیگر، این سنگها با داشتن عدد منیزیم بیشتر از 40 و به استناد تحقیقات (Kelemen, 2004) هم نمیتوانستهاند مستقیماً محصول ذوببخشی پوستة قارهای باشند.
مقدار Mg# در بازالتهای منطقه برابربا 59- 33 است. ازاینرو، خاستگاه گوشتهای اولیه (Mg# > 70) برای این سنگها نامحتمل است. همچنین، در ترکیب ماگماهای نخستینِ گوشته، Cr>1000 ppm، Ni>400- 500 و Mg#>70 است (Wilson, 1989)؛ اما برپایة مقدارهای کم Ni (ppm 33- 1)، Cr (ppm 119- 5)، V (ppm 246- 94) و مقدار Mg# در بازالتهای منطقة مشکین- رشتآباد، ماگمای این سنگها مستقیماً از ماگمای اولیه گوشتهای پدید نیامده است. مذاب بهدستآمده از خاستگاه گوشتهای غنیشده (E-MORB) Zr/Nb کمتری نسبت به N-MORB (~32) دارد (Sun and McDonough, 1989). مقدارهای کم تا متوسط Zr/Nb در سنگهای این منطقه (8- 13)، مقدارهای کم Cr، Ni و V، غنیشدگی از LILE و LREE گواه بر خاستگاه غنیشدهای مانند گوشتة سنگکرهای (E-MORB) آنهاست. افزونبر این شکل 11 نیز گویای این نکته است.
شکل 11- غنیشدگی خاستگاه ماگمای بازالتهای منطقة مشکین- رشتآباد در نمودار Nb/Yb دربرابر Th/Yb (Leat et al., 2004)
همانگونهکه در بحث محیط زمینساختی در بالا گفته شد محیط پیدایش سنگهای مافیک منطقه (بازالتهای آندزیتی) از نوع محیط مرز فعال قارهای است. با توجه به دخالت عوامل گوناگونی مانند ترکیبهای جدایشیافته از تختة فرورو، حضور سیالهای آزادشده از پوستة اقیانوسی فرورو و نیز ماگماهای پدیدآمده در زیر پوستة قارهای، این محیط یکی از محیطهای پیچیده پیدایش ماگماها بهشمار میرود. در این محیط در پی بالاآمدن گوشته و دخالت تختة فرورو، ماگمای پدیدآمده ویژگیهای مشترکی از بازالتهای سنگکرهای (و نیز E-MORB)، سیالهای جداشده از تختة فرورو و یا مذابهای پوستة قارهای را به ارث میبرند (Wilson, 1989).
برپایة بررسیهای Leat و همکاران (2004)، غنیشدگی در خاستگاه بازالتها با بهکارگیری نسبت Nb/Yb دربرابر Th/Yb بررسی میشود (شکل 11). در این نمودار Yb فاکتور بهنجارکننده برای Nb و Th است. عنصرهای Nb و Th ضریب جدایش یکسان در بلور و مذاب دارند. میزان Th در پهنههای فرورانش در ماگما افزایش مییابد؛ اما میزان Nb در این پهنهها کاهش مییابد (Leat et al., 2004). جهت پیکان در این نمودار نشاندهندة افزایش Th است و ازاینرو، غنیشدگی با سیالهای جداشده از سنگ کرة فرورو در پهنههای فرورانش است که با روند غنیشدگی نمونهها همسو و همجهت است (شکل 11).
برای تفکیک اجزای فرورانشی مشارکتکننده در ماگما، از نسبت عنصرهای فرعی بسیار ناسازگار، که کمتر تحتتأثیر درجات مختلف ذوببخشی، تبلوربخشی و یا تجمع بلوری قرار گرفتهاند، بهره گرفته میشود (Brenan et al., 1995). بدین منظور باریم بدلیل تحرک بالای این عنصر در سیال جدا شده از تختة فرورو، بعنوان شاخص مشارکت سیال در خاستگاه ماگما بکار گرفته شده است (Brenan et al., 1995). برپایة نمودارBa/La دربرابر Th/Yb (شکل 12- A) و برپایة روندهای نمایشدادهشده گمان میرود مقدار بالای Ba/La گویای نقش سیالهای جداشده از تختة فرورو در تعیین ویژگیهای شیمیایی خاستگاه سنگهای بازالتی باشد. نمودار Th دربرابر Ba/Th نیز نقش سیال جداشده از تختة فرورو در ویژگیهای شیمیایی ماگمای مادر را نشان می دهد (شکل 12- B). در این نمودار بالابودن Th نشاندهندة تأثیر رسوبهای پلاژیک در خاستگاه ماگماست؛ اما میزان بالای Ba/Th نشاندهندة تأثیر سیال آزادشده از تختة فرورو در ترکیب ماگمای مادر است (Kirchenbaur et al., 2009, Kirchenbaur and Műnker, 2015).
شکل 12- ترکیب سنگهای بازالتی منطقة مشکین- رشتآباد و تأثیر سیال جداشده از تختة فرورو در ترکیب ماگمای مادر آنها در: A) نمودار Ba/La دربرابر Th/Yb (Kirchenbaur et al., 2012)؛ B) نمودار Th دربرابر Ba/Th (Kirchenbaur et al., 2012)
همانگونهکه پیشتر گفته شد، در محیطهای مرز فعال قاره، افزونبر ترکیبهای جداشده از تختة فرورو، پوستة قارهای نیز بر ترکیب ماگما تأثیرگذار است. برپایةوجود طیف ترکیبی از مافیک (بازالت- آندزیتی) تا حد واسط (آندزیت) در سنگهای منطقة مشکین- رشتآباد، تأثیر پوستة قارهای نیز دور از انتظار نیست. وجود بافت خلیجی و گردشدگی در الیوینها نیز گواهی بر احتمال رخداد آلودگی پوستهای در سنگهای منطقة مشکین- رشتآباد است.
برای بررسی رخداد آلایش پوستهای از نسبت Ce/Pb بهره گرفته میشود؛ زیرا این عنصرها هنگام ذوب یا تبلوربخشی از یکدیگر جدا نمیشوند. ازاینرو، نسبت این عنصرها نشان از فراوانی و تمرکز آنها در خاستگاه ماگمایی دارد (Hofmann, 1988). میانگین نسبت عنصرهای Ce/Pb در بازالتهای اقیانوسی (MORB، OIB) برابر با 25 (Hofmann, 1988) و در پوستة قارهای برابر 3/3 است (Rudnick and Fountain, 1995). میانگین نسبت این عنصرها در نمونههای منطقة مشکین- رشتآباد برابر با 09/3 است که نشاندهندة احتمال آلودگی پوستهای است.
برای ارزیابی بهتر نقش فرایند آلایش ماگمای بازیک با مذاب پوستة قارهای در سنگهای منطقه، غلظت عنصر Rb دربرابر Rb/Th بهکار برده میشود (شکل 13- A). تغییرات این نسبتها در نمونههای بررسیشده روندی برپایة فرایند AFC را نشان میدهند. در نمودار Nb/Y دربرابر Th/Y نیز نمونهها روند آلایش ماگمایی را نشان میدهند (Wilson et al., 1997) (شکل 13- B). نتایج بهدستآمده از بررسیهای پیشین مانند Khademian و همکاران (2108)، برای سنگهای آتشفشانی شمال زنجان نشان میدهند سنگهای منطقة شمال زنجان با پوستة بالایی آلایش یافته و فرایندهای هضم پوستهای- جدایش بلوری (AFC) در پیدایش آنها نقش مؤثری را داشته است.
شکل 13- ترکیب سنگهای بازالتی منطقة مشکین- رشتآباد در: A) نمودار Rb دربرابر Rb/Th برای بررسی نقش آلایش پوستهای (Tchameni et al., 2006)؛ B) تغییرات Nb/Y دربرابر Th/Y (Wilson et al., 1997)
برداشت
ترکیب سنگهای آتشفشانی منطقة مشکین- رشتآباد طیفی از سنگهای بازیک تا کمی بهسوی حد واسط با ترکیب بازالتآندزیتی را در برمیگیرد. بیشتر این سنگها سرشت کالکآلکالن پتاسیم بالا دارند و ویژگیهای زمینشیمیایی آنها (مانند: غنیشدگی LREE و LILE نسبت به HREE و HFSE، ناهنجاری منفی عنصرهای Eu، Nb و Ti) نشاندهندة وابستگی آنها به پهنههای فرورانشی است. از دیدگاه پهنة زمینساختی، سنگهای آتشفشانی این منطقه در محیطهای وابسته به کمان و در محدودة کمان قارهای نرمال پدید آمدهاند. برپایة غنیشدگی LREE و LILE در نمودارهای بهنجارشده به ترکیب کندریت و گوشتة اولیه و مقدار کم Zr/Nb در نمودارهای زمینشیمیایی، گمان میرود ماگمای سازندة این سنگها از ذوببخشی گوشتهای غنیشده با ترکیب E-MORB پدید آمده باشد. همچنین، نمودارهای نسبت عنصرهای فرعی بسیار ناسازگار که کمتر دچار درجات مختلف ذوببخشی، تبلوربخشی و یا تجمع بلوری شدهاند، نشاندهندة تأثیر سیالهای پهنههای فرورانشی در تعیین ویژگیهای شیمیایی خاستگاه سنگهای بازالتی یادشده است. بررسی آلایش ماگمای سازندة سنگهای آتشفشانی این منطقه با نمودارهای زمینشیمیایی گوناگون و نیز ویژگیهای سنگنگاری نشاندهندة آلایش سنگهای منطقه با پوستة بالایی است و چهبسا فرایند آلایش پوستهای- جدایش بلوری (AFC) نیز در پیدایش این سنگها نقش داشته است.
سپاسگزاری
این مقاله با پشتیبانی معاونت پژوهش و فناوری دانشگاه بوعلیسینای همدان انجام شده است. ازاینرو، از آن معاونت محترم سپاسگزاری میشود. همچنین، نگارندگان از سردبیر و داوران گرامی مجلة پترولوژی برای پیشنهادهای ارزندهشان در بهبود ساختار علمی مقاله بسیار سپاسگزارند.